"गुरुग्राम जिला": अवतरणों में अंतर
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'''गुड़गाँव''', [[भारत|भारतीय]] राज्य [[हरियाणा]] का छठा सबसे बड़ा शहर है। यह हरियाणा के ४ प्रमण्डलों में से भी एक है। गुडगाँव हरियाणा का ओद्योगिक और वितीय केंद्र है। गुड़गाँव भारत की राजधानी [[दिल्ली]] से ३० किलोमीटर, द्वारका से १० किलोमीटर, चंडीगढ़ से २६८ किलोमीटर दूर है। गुड़गाँव दिल्ली के चार प्रमुख उपग्रह शहरो में से एक है और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक हिस्सा है। गुड़गाँव दिल्ली से राष्ट्रीय राजमार्ग और दिल्ली मेट्रो के माध्यम से सीमा साँझा करता है। |
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गुड़गाँव का भारत में प्रति व्यक्ति आय में चंडीगढ़ और मुंबई के बाद तीसरा स्थान है। गुडगाँव भारत का एकमात्र पहला एसा शहर है जिसके प्रतेक घर में बिजली की पूर्ति होती है। बिज़नस टुडे मैगज़ीन के द्वारा गुड़गाँव को भारत में रहने के लिए ११ स्थान प्राप्त है। पिछले २५ सालो में गुडगाँव ने बहुत तेजी से प्रगति की है और अपने आप को दुनिया के नक़्शे पर स्थापित किआ है। |
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=== व्युत्पत्ति === |
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गुड़गाँव का नाम हिन्दू ग्रंथो में भी मिलता है। गुड़गाँव गाँव, जो की शहर के एकदम मध्य मैं है, गुरु द्रोणाचार्य का गाँव है। यही पर गुरु द्रोणाचार्य ने पांडवो और कोरवो को शिक्षा दी थी। पांडव और कोरव्, हिन्दू ग्रन्थ महाभारत के पात्र है। गुडगाँव का पुराणिक नाम गुरुग्राम है, अर्थात गुरु (द्रोणाचार्य) का ग्राम | गुरु द्रोणाचार्य को गुरुग्राम पांड्वो और कोरवो ने उपहार स्वरुप दिया था, जो की ऋषि भरद्वाज के पुत्र थे। महाभारत में दर्शाया गया कुआ, जिसमे पांडवो और कोरवो की गेंद चली गई थी, अभी भी गुरु द्रोणाचार्य कॉलेज के अन्दर मोजूद है। |
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=== इतिहास === |
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२००१ की भारत की जनगणना के अनुसार गुड़गांव की जनसंख्या २,२८,८२० है। भारत की राजधानी [[दिल्ली]] से अपनी निकटता के कारण गुड़गांव ने पिछले दशक के दौरान बड़े पैमाने पर तरक्की की है। गुड़गांव के विकसित होने मे उसका एक प्रमुख आउटसोर्सिंग गंतव्य होना व उत्तरी भारत में अचल संपत्ति बाजार के रूप में उभरना भी एक मुख्य कारण है। |
२००१ की भारत की जनगणना के अनुसार गुड़गांव की जनसंख्या २,२८,८२० है। भारत की राजधानी [[दिल्ली]] से अपनी निकटता के कारण गुड़गांव ने पिछले दशक के दौरान बड़े पैमाने पर तरक्की की है। गुड़गांव के विकसित होने मे उसका एक प्रमुख आउटसोर्सिंग गंतव्य होना व उत्तरी भारत में अचल संपत्ति बाजार के रूप में उभरना भी एक मुख्य कारण है। |
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प्राचीन हिंदू पौराणिक कथाओं में गुड़गांव का उल्लेख एक महत्वपूर्ण नगर के रूप मे मिलता है। यह दिल्ली के चार प्रमुख उपनगरों मे से एक है इसलिए इसे भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक हिस्सा माना जाता है। |
प्राचीन हिंदू पौराणिक कथाओं में गुड़गांव का उल्लेख एक महत्वपूर्ण नगर के रूप मे मिलता है। यह दिल्ली के चार प्रमुख उपनगरों मे से एक है इसलिए इसे भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक हिस्सा माना जाता है। गुड़गाँव को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक सबसे अभिजात्य क्षेत्र भी एक माना जाता है। पिछले कुछ वर्षों में शहर का अत्यधिक विकास हुआ है तथा देश के भीतर एक आउटसोर्सिंग गंतव्य के रूप में विकसित होने के अतिरिक्ति इस क्षेत्र ने एक अचल संपत्ति मे आया एक अभूतपूर्व उछाल देखा है। |
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== इतिहास == |
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⚫ | गुड़गाँव की स्थापना 15 अगस्त 1979 ई. को की गई थी। महाभारत काल में राजा युधिष्ठिर ने गुड़गाँव को अपने धर्मगुरु द्रोणाचार्य को उपहार स्वरूप दिया था और आज भी उनके नाम पर एक तालाब के भग्नावशेष तथा एक मंदिर प्रतीक के तौर पर विद्यमान हैं। इस कारण इसका नाम '''''गुरुगाँव''''' पड़ा था। बाद में समय के साथ इसका नाम '''''गुड़गाँव''''' हो गया। |
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⚫ | गुड़गाँव की स्थापना 15 अगस्त 1979 ई. को की गई थी। महाभारत काल में राजा युधिष्ठिर ने गुड़गाँव को अपने धर्मगुरु द्रोणाचार्य को उपहार स्वरूप दिया था और आज भी उनके नाम पर एक तालाब के भग्नावशेष तथा एक मंदिर प्रतीक के तौर पर विद्यमान हैं। इस कारण इसका नाम |
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== कृषि और खनिज == |
== कृषि और खनिज == |
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गेहूँ, तिलहन, बाजरा, ज्वार और दलहन महत्त्वपूर्ण फ़सलें हैं। |
गेहूँ, तिलहन, बाजरा, ज्वार और दलहन महत्त्वपूर्ण फ़सलें हैं। |
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== यातायात और परिवहन == |
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यह शहर दिल्ली से 30 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर स्थित है। |
यह शहर दिल्ली से 30 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में दिल्ली-[[जयपुर]] राजमार्ग पर स्थित है। |
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'''== पर्यटन ==''''' |
'''== पर्यटन ==''''' |
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हरियाणा राज्य में स्थित गुड़गाँव बहुत ही ख़ूबसूरत स्थान है। गुड़गाँव पर्यटन का आकर्षक स्थल है। गुड़गाँव में शीतला माता का मन्दिर बहुत प्रसिद्ध है। देश-विदेश से पर्यटक शीतला माता की पूजा करने के लिए यहां आते हैं। शीतला माता के मन्दिर के अलावा भी पर्यटक |
हरियाणा राज्य में स्थित गुड़गाँव बहुत ही ख़ूबसूरत स्थान है।{{cn}} गुड़गाँव पर्यटन का आकर्षक स्थल है। गुड़गाँव में शीतला माता का मन्दिर बहुत प्रसिद्ध है।{{cn}} देश-विदेश से पर्यटक शीतला माता की पूजा करने के लिए यहां आते हैं। शीतला माता के मन्दिर के अलावा भी पर्यटक यहाँ पर कई पर्यटक स्थलों की सैर कर सकते हैं। |
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== जनसंख्या == |
== जनसंख्या == |
16:42, 3 अक्टूबर 2016 का अवतरण
गुड़गाँव | |||||||
— जिला — | |||||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||||
देश | भारत | ||||||
राज्य | हरियाणा | ||||||
महापौर | |||||||
जनसंख्या • घनत्व |
२१,९३,१७६ (२००१ के अनुसार [update]) • १,०२० | ||||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
२,१५१ कि.मी² • २२० मीटर | ||||||
विभिन्न कोड
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निर्देशांक: 28°28′N 77°02′E / 28.47°N 77.03°E
गुड़गाँव, भारतीय राज्य हरियाणा का छठा सबसे बड़ा शहर है। यह हरियाणा के ४ प्रमण्डलों में से भी एक है। गुडगाँव हरियाणा का ओद्योगिक और वितीय केंद्र है। गुड़गाँव भारत की राजधानी दिल्ली से ३० किलोमीटर, द्वारका से १० किलोमीटर, चंडीगढ़ से २६८ किलोमीटर दूर है। गुड़गाँव दिल्ली के चार प्रमुख उपग्रह शहरो में से एक है और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक हिस्सा है। गुड़गाँव दिल्ली से राष्ट्रीय राजमार्ग और दिल्ली मेट्रो के माध्यम से सीमा साँझा करता है।
गुड़गाँव का भारत में प्रति व्यक्ति आय में चंडीगढ़ और मुंबई के बाद तीसरा स्थान है। गुडगाँव भारत का एकमात्र पहला एसा शहर है जिसके प्रतेक घर में बिजली की पूर्ति होती है। बिज़नस टुडे मैगज़ीन के द्वारा गुड़गाँव को भारत में रहने के लिए ११ स्थान प्राप्त है। पिछले २५ सालो में गुडगाँव ने बहुत तेजी से प्रगति की है और अपने आप को दुनिया के नक़्शे पर स्थापित किआ है।
व्युत्पत्ति
गुड़गाँव का नाम हिन्दू ग्रंथो में भी मिलता है। गुड़गाँव गाँव, जो की शहर के एकदम मध्य मैं है, गुरु द्रोणाचार्य का गाँव है। यही पर गुरु द्रोणाचार्य ने पांडवो और कोरवो को शिक्षा दी थी। पांडव और कोरव्, हिन्दू ग्रन्थ महाभारत के पात्र है। गुडगाँव का पुराणिक नाम गुरुग्राम है, अर्थात गुरु (द्रोणाचार्य) का ग्राम | गुरु द्रोणाचार्य को गुरुग्राम पांड्वो और कोरवो ने उपहार स्वरुप दिया था, जो की ऋषि भरद्वाज के पुत्र थे। महाभारत में दर्शाया गया कुआ, जिसमे पांडवो और कोरवो की गेंद चली गई थी, अभी भी गुरु द्रोणाचार्य कॉलेज के अन्दर मोजूद है।
इतिहास
इतिहास में गुडगाँव पर हमेशा से दिल्ली पर राज करने वाले राजाओ का ही अधिकार रहा है जेसे की राजपूत, यदुवंशी, मुग़ल, मराठा आदि।
२००१ की भारत की जनगणना के अनुसार गुड़गांव की जनसंख्या २,२८,८२० है। भारत की राजधानी दिल्ली से अपनी निकटता के कारण गुड़गांव ने पिछले दशक के दौरान बड़े पैमाने पर तरक्की की है। गुड़गांव के विकसित होने मे उसका एक प्रमुख आउटसोर्सिंग गंतव्य होना व उत्तरी भारत में अचल संपत्ति बाजार के रूप में उभरना भी एक मुख्य कारण है।
प्राचीन हिंदू पौराणिक कथाओं में गुड़गांव का उल्लेख एक महत्वपूर्ण नगर के रूप मे मिलता है। यह दिल्ली के चार प्रमुख उपनगरों मे से एक है इसलिए इसे भारत के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक हिस्सा माना जाता है। गुड़गाँव को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का एक सबसे अभिजात्य क्षेत्र भी एक माना जाता है। पिछले कुछ वर्षों में शहर का अत्यधिक विकास हुआ है तथा देश के भीतर एक आउटसोर्सिंग गंतव्य के रूप में विकसित होने के अतिरिक्ति इस क्षेत्र ने एक अचल संपत्ति मे आया एक अभूतपूर्व उछाल देखा है।
इतिहास
गुड़गाँव की स्थापना 15 अगस्त 1979 ई. को की गई थी। महाभारत काल में राजा युधिष्ठिर ने गुड़गाँव को अपने धर्मगुरु द्रोणाचार्य को उपहार स्वरूप दिया था और आज भी उनके नाम पर एक तालाब के भग्नावशेष तथा एक मंदिर प्रतीक के तौर पर विद्यमान हैं। इस कारण इसका नाम गुरुगाँव पड़ा था। बाद में समय के साथ इसका नाम गुड़गाँव हो गया।
कृषि और खनिज
गेहूँ, तिलहन, बाजरा, ज्वार और दलहन महत्त्वपूर्ण फ़सलें हैं।
उद्योग और व्यापार
यह औद्योगिक विकास का गलियारा बन चुका है। गुड़गाँव में सूती वस्त्र, यंत्रचालित बुनाई और कृषि उपकरणों से संबंधित उद्योग हैं।
यातायात और परिवहन
यह शहर दिल्ली से 30 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर स्थित है।
== पर्यटन == हरियाणा राज्य में स्थित गुड़गाँव बहुत ही ख़ूबसूरत स्थान है।[उद्धरण चाहिए] गुड़गाँव पर्यटन का आकर्षक स्थल है। गुड़गाँव में शीतला माता का मन्दिर बहुत प्रसिद्ध है।[उद्धरण चाहिए] देश-विदेश से पर्यटक शीतला माता की पूजा करने के लिए यहां आते हैं। शीतला माता के मन्दिर के अलावा भी पर्यटक यहाँ पर कई पर्यटक स्थलों की सैर कर सकते हैं।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार इस शहर की जनसंख्या 1,73,542, ग्रामीण की जनसंख्या 17,100 और ज़िले की कुल जनसंख्या 16,57,669 है।
विकास
गुड़गाँव का कुछ दिनों में जबरदस्त औद्योगिकरण हुआ है। यहाँ पर कई बहुर्राष्ट्रीय कम्पनियों के कारख़ाने स्थापित किए गए हैं। हज़ारों मजदूर यहाँ काम करके अपनी आजीविका कमाते हैं। इसके अलावा गुड़गाँव को आई.टी. सेक्टर का गढ़ भी कहा जाता है। गुडगांव ने कुछ ही समय में जबरदस्त प्रगति की है और हरियाणा सरकार इसे नई ऊँचाईयों तक ले जाने के लिए यहाँ नई परियोजनाएँ शुरू करने की कोशिश कर रही है। इस शहर को साइबर सिटी के रूप में नई पहचान मिल रही है।
संदर्भ
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