"कलीसिया": अवतरणों में अंतर
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[[ऑर्थोडॉक्स]] रोम के पोप को नहीं मानते, पर अपने-अपने राष्ट्रीय धर्मसंघ के [[पैट्रिआर्क]] को मानते हैं और परम्परावादी होते हैं। हर राष्ट्र का सामान्यतः अपना अलग ही चर्च होता है। |
[[ऑर्थोडॉक्स]] रोम के पोप को नहीं मानते, पर अपने-अपने राष्ट्रीय धर्मसंघ के [[पैट्रिआर्क]] को मानते हैं और परम्परावादी होते हैं। हर राष्ट्र का सामान्यतः अपना अलग ही चर्च होता है। |
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== बाहरी कड़ियाँ == |
== बाहरी कड़ियाँ == |
06:07, 20 जून 2016 का अवतरण
चर्च (en:Church, लातिनी : Ecclesia एक्क्लेसिया) अथवा कलीसिया शब्द के कम से कम दो मतलब हो सकते हैं : एक, ईसाई धर्म में ईश्वर की पूजा-प्रार्थना करने का धर्मस्थल या भवन जिसे आमतौर पर गिरजाघर कहा जाता है और दूसरा, ईसाई धर्म के अन्तर्गत आने वाला कोई भी धार्मिक संगठन या साम्प्रदाय। इसके अतिरिक्त कलीसिया, जिसका शाब्दिक अर्थ लोगों का समूह या सभा है, उन तमाम विश्वासियों का समुदाय है जिन्होंने एकमात्र परमेश्वर से प्रेम रखा तथा उनके पुत्र ईसा मसीह पर विश्वास किया। विश्वासियों के इस समुदाय के सदस्य इस तरह देश-काल से परे एक सार्वभौमिक कलीसिया के भाग हैं। यह सार्वभौमिक कलीसिया (Universal Church) एक देह के समान है जिसमें हर विश्वासी एक अंग का कार्य करता है।
ईसाई साम्प्रदाय
ईसाइयों के मुख्य साम्प्रदाय हैं :
रोमन कैथोलिक
रोमन कैथोलिक रोम के पोप को सर्वोच्च धर्मगुरु मानते हैं। ये स्वयं ही एक चर्च है।
प्रोटेस्टेंट
प्रोटेस्टेंट किसी पोप को नहीं मानते और इसके बजाय बाइबिल में पूरी श्रद्धा रखते हैं। इस साम्प्रदाय में कई चर्च आते हैं।
ऑर्थोडॉक्स
ऑर्थोडॉक्स रोम के पोप को नहीं मानते, पर अपने-अपने राष्ट्रीय धर्मसंघ के पैट्रिआर्क को मानते हैं और परम्परावादी होते हैं। हर राष्ट्र का सामान्यतः अपना अलग ही चर्च होता है।
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- ईसाई चर्च द्वारा प्राचीन यरोपीय सभ्यताओं का विनाश (मेरी कलम से)