"विज्ञापन अभियान": अवतरणों में अंतर
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विज्ञापन आज के समय मे अतिरन्जित यथार्थ के अलावा कुछ भी नही है। वह लोगो को उकसाकर किसी खाश उत्पाद को खरीदने के लिये प्रेरित करता है। लेकिन यह आसान काम नही है। बेह्तर विज्ञापन प्रभाव पैदा करने के लिये विज्ञापन अभीयान चलाया जाता है। यह असल मे लक्षित-समुह को ध्यान मे रख चलाया जाता है। फौजी अभियान कि तरह् एक सुव्यवस्थित रननीति अपनायी जाती है। |
विज्ञापन आज के समय मे अतिरन्जित यथार्थ के अलावा कुछ भी नही है। वह लोगो को उकसाकर किसी खाश उत्पाद को खरीदने के लिये प्रेरित करता है। लेकिन यह आसान काम नही है। बेह्तर विज्ञापन प्रभाव पैदा करने के लिये विज्ञापन अभीयान चलाया जाता है। यह असल मे लक्षित-समुह को ध्यान मे रख चलाया जाता है। फौजी अभियान कि तरह् एक सुव्यवस्थित रननीति अपनायी जाती है। |
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[[श्रेणी:विज्ञापन अभियान]] |
10:45, 18 सितंबर 2015 का अवतरण
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (मई 2015) स्रोत खोजें: "विज्ञापन अभियान" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
विज्ञापन आज के समय मे अतिरन्जित यथार्थ के अलावा कुछ भी नही है। वह लोगो को उकसाकर किसी खाश उत्पाद को खरीदने के लिये प्रेरित करता है। लेकिन यह आसान काम नही है। बेह्तर विज्ञापन प्रभाव पैदा करने के लिये विज्ञापन अभीयान चलाया जाता है। यह असल मे लक्षित-समुह को ध्यान मे रख चलाया जाता है। फौजी अभियान कि तरह् एक सुव्यवस्थित रननीति अपनायी जाती है।