"परिपथ विच्छेदक": अवतरणों में अंतर

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[[चित्र:LargeCircuitBreaker.jpg|300px|right|thumb| १२५० अम्पीयर का वायु परिपथ विच्छेदक]]
[[चित्र:LargeCircuitBreaker.jpg|300px|right|thumb| १२५० अम्पीयर का वायु परिपथ विच्छेदक]]
[[चित्र:Circuitbreaker.jpg|300px|right|thumb|परिपथ विच्छेदक के अन्दर का दृष्य]]
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[[चित्र:Circuit breaker structure ON.JPG|300px|right|thumb|VA47-29 नामक परिपथ विच्छेदक के अन्दर का दृष्य]]

'''परिपथ विच्छेदक''' या 'परिपथ वियोजक' (सर्किट ब्रेकर / circuit breaker) स्वतःचालित वैद्युत स्विच है जो दोष (फाल्ट) आदि की दशा में कार्य करता है जिससे दोषी भाग स्वस्थ भाग से अलग कर दिया जाता है और दूसरे उपकरण खराब होने से बच जाते हैं। इसका मूल काम दोषपूर्ण स्थिति की पहचान करके दोषी भाग को जाने वाली विद्युत शक्ति को शीघ्रातिशीघ्र काट देना है। [[फ्यूज]] से यह इस मामले में अलग है कि इसे रिसेट करके पुनः विद्युत प्रदाय चालू किया जा सकता है।
'''परिपथ विच्छेदक''' या 'परिपथ वियोजक' (सर्किट ब्रेकर / circuit breaker) स्वतःचालित वैद्युत स्विच है जो दोष (फाल्ट) आदि की दशा में कार्य करता है जिससे दोषी भाग स्वस्थ भाग से अलग कर दिया जाता है और दूसरे उपकरण खराब होने से बच जाते हैं। इसका मूल काम दोषपूर्ण स्थिति की पहचान करके दोषी भाग को जाने वाली विद्युत शक्ति को शीघ्रातिशीघ्र काट देना है। [[फ्यूज]] से यह इस मामले में अलग है कि इसे रिसेट करके पुनः विद्युत प्रदाय चालू किया जा सकता है।



12:04, 8 अप्रैल 2015 का अवतरण

१२५० अम्पीयर का वायु परिपथ विच्छेदक
परिपथ विच्छेदक के अन्दर का दृष्य
VA47-29 नामक परिपथ विच्छेदक के अन्दर का दृष्य

परिपथ विच्छेदक या 'परिपथ वियोजक' (सर्किट ब्रेकर / circuit breaker) स्वतःचालित वैद्युत स्विच है जो दोष (फाल्ट) आदि की दशा में कार्य करता है जिससे दोषी भाग स्वस्थ भाग से अलग कर दिया जाता है और दूसरे उपकरण खराब होने से बच जाते हैं। इसका मूल काम दोषपूर्ण स्थिति की पहचान करके दोषी भाग को जाने वाली विद्युत शक्ति को शीघ्रातिशीघ्र काट देना है। फ्यूज से यह इस मामले में अलग है कि इसे रिसेट करके पुनः विद्युत प्रदाय चालू किया जा सकता है।

परिपथ विच्छेदक भिन्न-भिन्न आकार, क्षमता, एवं प्रकार के होते हैं।

प्रकार

परिपथ विच्छेदकों के वर्गीकरण के कई आधार हो सकते हैं-जैसे उनकी वोल्टता श्रेणी, संरचना का प्रकार, विच्छेद करने की विधि आदि।

  • (१) अल्प वोल्टता परिपथ विच्छेदक (१००० वोल्ट एसी से कम वोल्टता पर काम करने वाले)
  • मिनिएचर सर्किट ब्रेकर (एमसीबी)
  • मोल्डेड केस सर्किट ब्रेकर (एमसीसीबी)
  • अल्प वोल्टता शक्ति परिपथ विच्छेदक
  • (२) चुम्बकीय परिपथ विच्छेदक - इनमें परिपथ को विच्छेदित करने वाला बल चुम्बकीय बल होता है जो धारा के ताक्ष्णिक मान पर निर्भर करता है।
  • (३) ऊष्मीय परिपथ विच्छेदक - प्रायः ये वितरण बोर्डों में लगाये जाते हैं। उष्मीय के साथ विद्युत-चुम्बकीय बल का भी इसमें प्रयोग किया जाता है। ऊष्मीय परिपथ विच्छेदक की वैशिष्ट्य 'व्युत्क्रम-समय' (इन्वर्स टाइम) होती है, अर्थात् कम धारा बहने पर अधिक समय में और अधिक धारा बहने पर कम से में काम करते हैं।
  • (४) सर्वनिष्ट ट्रिप विच्छेदक (Common trip breakers) - इनकी विशेषता यह होती है कि सभी पोल एक साथ ब्रेक होते हैं, चाहे अति-धार केवल एक ही तार में क्यों न हो।
  • (५) मध्यम वोल्टता परिपथ विच्छेदक (Medium-voltage circuit breakers) - १ किलोवोल्ट से ७२ किलोवोल्ट तक
  • निर्वात परिपथ विच्छेदक
  • वायु परिपथ विच्छेदक
  • SF6 परिपथ विच्छेदक
  • (६) उच्च वोल्टता परिपथ विच्छेदक (High-voltage circuit breakers) - 72 किलोवोल्ट से अधिक वोल्टता पर काम करने वाले
  • बल्क आयल (Bulk oil)
  • अल्पतम तैल (Minimum oil)
  • वायु झोंका (Air blast)
  • निर्वात (Vacuum)
  • SF6
  • (७) सल्फल हेक्साफ्लोराइड परिपथ विच्छेदक (Sulfur hexafluoride (SF6) high-voltage circuit-breakers)
  • (८) डिसकनेक्टिंग परिपथ विच्छेदक (Disconnecting circuit breaker (DCB)) - ये २००० में अस्तित्व में आये।

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ