"लातिन भाषा": अवतरणों में अंतर
छो Bot: Migrating 189 interwiki links, now provided by Wikidata on d:q397 (translate me) |
Sanjeev bot (वार्ता | योगदान) छो विराम चिह्न की स्थिति सुधारी। |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''लातीना''' (Latina ''लातीना'') प्राचीन [[रोमन साम्राज्य]] और प्राचीन [[रोमन धर्म]] की राजभाषा |
'''लातीना''' (Latina ''लातीना'') प्राचीन [[रोमन साम्राज्य]] और प्राचीन [[रोमन धर्म]] की राजभाषा थी। आज ये एक मृत भाषा है, लेकिन फिर भी [[रोमन कैथोलिक चर्च]] की धर्मभाषा और [[वैटिकन सिटी]] शहर की राजभाषा है। ये एक शास्त्रीय भाषा है, [[संस्कृत]] की ही तरह, जिससे ये बहुत ज़्यादा मेल खाती है। लातीना [[हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार]] की रोमांस शाखा में आती है। इसी से [[फ़्रांसिसी]], [[इतालवी]], [[स्पैनिश]], [[रोमानियाई]] और [[पुर्तगाली]] भाषाओं का उद्गम हुआ है (पर अंग्रेज़ी का नहीं)। [[यूरोप]] में [[ईसाई धर्म]] के प्रभुत्व की वजह से लातीना मध्ययुगीन और पूर्व-आधुनिक कालों में लगभग सारे यूरोप की अंतर्राष्ट्रीय भाषा थी, जिसमें समस्त धर्म, विज्ञान, उच्च साहित्य, दर्शन और गणित की किताबें लिखी जाती थीं। |
||
== नामकरण == |
== नामकरण == |
||
लैटिन शब्द की उत्पत्ति लैटियम जिले (डिस्ट्रिक्ट) के नाम से हुई। यह वह जिला था जहाँ रोमूलस ने 1000 ई.पू. में रोम नगर की नींव रखी थी। |
लैटिन शब्द की उत्पत्ति लैटियम जिले (डिस्ट्रिक्ट) के नाम से हुई। यह वह जिला था जहाँ रोमूलस ने 1000 ई.पू. में रोम नगर की नींव रखी थी। |
||
<ref>लुसेन्ट्स जनरल नॉलेज, जनवरी 2008 संस्करण (अंग्रेजी में)</ref> |
<ref>लुसेन्ट्स जनरल नॉलेज, जनवरी 2008 संस्करण (अंग्रेजी में)</ref> |
||
== लिपि == |
== लिपि == |
||
लातीना कि लिपि [[रोमन लिपि]] |
लातीना कि लिपि [[रोमन लिपि]] है। असल में रोमन लिपि लातीना के लिये ही बनी है, यानी कि लातीना की '''अपनी''' लिपि है। इसलिये इसका हरेक अक्षर लगभग हमेशा एक ही उच्चारण देता है (अंग्रेज़ी की तरह गड़बड़-घोटाला नहीं होता)। अति-प्राचीन रोमन लिपि ये थी |
||
<table border="2"> |
<table border="2"> |
||
पंक्ति 45: | पंक्ति 45: | ||
</table> |
</table> |
||
स्वर के ऊपर समतल रेखा (Macron) का अर्थ होता था कि स्वर दीर्घ है, पर इसे लिखना ज़रूरी नहीं माना जाता |
स्वर के ऊपर समतल रेखा (Macron) का अर्थ होता था कि स्वर दीर्घ है, पर इसे लिखना ज़रूरी नहीं माना जाता था। बाद में यूनानी भाषा के उधार के शब्द लाने के लिये [[यूनानी लिपि]] से ये अक्षर लिये गये : K (क्), Y (य् / इउ (≈ इ)), Z (ज़् / द्ज़्)। [[व्यंजन]] उअ के लिये V प्रयुक्त किया जाने लगा और स्वर उ के लिये U। इसके भी कुछ बाद J (य्) और W (व् / उ) जुड़े। छोटे अक्षरों के रूप (a, b, c, d, e, f, g, h, i, j, k, l, m, n, o, p, q, r, s, t, u, v, w, x, y, z) मध्ययुग में आये। पश्चिम और मध्य [[यूरोप]] की सारी भाषाओं ने लिखावट के लिये [[रोमन लिपि]] अपना ली। |
||
== शब्दावली == |
== शब्दावली == |
||
लातीना की अधिकांश शब्दावली संस्कृत से मिलती है, क्योंकि दोनो बहिन भाषाएँ हैं और एक ही मूल [[आदिम-हिन्द-यूरोपीय भाषा]] से निकली |
लातीना की अधिकांश शब्दावली संस्कृत से मिलती है, क्योंकि दोनो बहिन भाषाएँ हैं और एक ही मूल [[आदिम-हिन्द-यूरोपीय भाषा]] से निकली हैं। यही सम्बन्ध इसका यूनानी भाषा से भी है, लेकिन [[प्राचीन यूनानी भाषा]] से इसने कई शब्द सीधे उधार लिये थे। बाद में अंग्रेज़ी ने लातीनी से भारी मात्रा में शब्द उधार लिये। |
||
== संदर्भ == |
== संदर्भ == |
||
{{reflist}} |
{{reflist}} |
14:43, 6 सितंबर 2014 का अवतरण
लातीना (Latina लातीना) प्राचीन रोमन साम्राज्य और प्राचीन रोमन धर्म की राजभाषा थी। आज ये एक मृत भाषा है, लेकिन फिर भी रोमन कैथोलिक चर्च की धर्मभाषा और वैटिकन सिटी शहर की राजभाषा है। ये एक शास्त्रीय भाषा है, संस्कृत की ही तरह, जिससे ये बहुत ज़्यादा मेल खाती है। लातीना हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार की रोमांस शाखा में आती है। इसी से फ़्रांसिसी, इतालवी, स्पैनिश, रोमानियाई और पुर्तगाली भाषाओं का उद्गम हुआ है (पर अंग्रेज़ी का नहीं)। यूरोप में ईसाई धर्म के प्रभुत्व की वजह से लातीना मध्ययुगीन और पूर्व-आधुनिक कालों में लगभग सारे यूरोप की अंतर्राष्ट्रीय भाषा थी, जिसमें समस्त धर्म, विज्ञान, उच्च साहित्य, दर्शन और गणित की किताबें लिखी जाती थीं।
नामकरण
लैटिन शब्द की उत्पत्ति लैटियम जिले (डिस्ट्रिक्ट) के नाम से हुई। यह वह जिला था जहाँ रोमूलस ने 1000 ई.पू. में रोम नगर की नींव रखी थी। [1]
लिपि
लातीना कि लिपि रोमन लिपि है। असल में रोमन लिपि लातीना के लिये ही बनी है, यानी कि लातीना की अपनी लिपि है। इसलिये इसका हरेक अक्षर लगभग हमेशा एक ही उच्चारण देता है (अंग्रेज़ी की तरह गड़बड़-घोटाला नहीं होता)। अति-प्राचीन रोमन लिपि ये थी
अक्षर | उच्चारण (अ॰ध॰व॰) |
a / A | आ |
ae / AE | आए (अ॰ध॰व॰ [ae̯]) |
au / AU | आउ (अ॰ध॰व॰ [au̯]) |
b / B | ब् |
c / C | क् |
ch / CH | ख् |
d / D | द् |
e / E | ए |
eu / EU | एउ (अ॰ध॰व॰ [eu̯]]) |
f / F | फ़् (अ॰ध॰व॰ [ɸ]) |
g / G | ग् |
h / H | ह् |
i / I | ई / य् |
j / J | य् |
k / K | क् |
l / L | ल् |
m / M | म् |
n / N | न् |
n-g / n-k / n-q / N-G/K/Q | ङ्- (अ॰ध॰व॰ [ŋ]) |
n-p / n-b / N-P/B | म्- |
o / O | ओ |
oe / OE | ओए (अ॰ध॰व॰ [oe̯]) |
p / P | प् |
ph / PH | फ् |
q / Q | क् |
qu / QU | कु / क्व् (अ॰ध॰व॰ [kʷ]) |
r / R | र् |
s / S | स् |
t / T | त् |
th / TH | थ् |
u / U | ऊ / व् (अ॰ध॰व॰ [u] [w]) |
v / V | व् (अ॰ध॰व॰ [w]) |
x / X | क्स् |
y / Y | य् / इ-उ (≈ इ) (अ॰ध॰व॰ [y / j]) |
z / Z | ज़् / द्ज़् (अ॰ध॰व॰ [z / d͡z]) |
स्वर के ऊपर समतल रेखा (Macron) का अर्थ होता था कि स्वर दीर्घ है, पर इसे लिखना ज़रूरी नहीं माना जाता था। बाद में यूनानी भाषा के उधार के शब्द लाने के लिये यूनानी लिपि से ये अक्षर लिये गये : K (क्), Y (य् / इउ (≈ इ)), Z (ज़् / द्ज़्)। व्यंजन उअ के लिये V प्रयुक्त किया जाने लगा और स्वर उ के लिये U। इसके भी कुछ बाद J (य्) और W (व् / उ) जुड़े। छोटे अक्षरों के रूप (a, b, c, d, e, f, g, h, i, j, k, l, m, n, o, p, q, r, s, t, u, v, w, x, y, z) मध्ययुग में आये। पश्चिम और मध्य यूरोप की सारी भाषाओं ने लिखावट के लिये रोमन लिपि अपना ली।
शब्दावली
लातीना की अधिकांश शब्दावली संस्कृत से मिलती है, क्योंकि दोनो बहिन भाषाएँ हैं और एक ही मूल आदिम-हिन्द-यूरोपीय भाषा से निकली हैं। यही सम्बन्ध इसका यूनानी भाषा से भी है, लेकिन प्राचीन यूनानी भाषा से इसने कई शब्द सीधे उधार लिये थे। बाद में अंग्रेज़ी ने लातीनी से भारी मात्रा में शब्द उधार लिये।
संदर्भ
- ↑ लुसेन्ट्स जनरल नॉलेज, जनवरी 2008 संस्करण (अंग्रेजी में)