"दक्षिणहस्त नियम": अवतरणों में अंतर

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*(४) फ्लेमिंग का दाहिने हाथ का नियम, आदि
*(४) फ्लेमिंग का दाहिने हाथ का नियम, आदि


==उपयोग==
== उपयोग ==
* दो सदिशों के '''गुणनफल की दिशा''' जानने में,
* दो सदिशों के '''गुणनफल की दिशा''' जानने में,
* '''[[कोणीय वेग]]''' की दिशा निकालने में
* '''[[कोणीय वेग]]''' की दिशा निकालने में
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* गतिमान तरल के किसी बिन्दु पर '''[[भ्रमिलता]]''' (vorticity) ज्ञात करने के लिये।
* गतिमान तरल के किसी बिन्दु पर '''[[भ्रमिलता]]''' (vorticity) ज्ञात करने के लिये।


==इन्हें भी देखें==
== इन्हें भी देखें==
*[[फ्लेमिंग वामहस्त नियम]]
*[[फ्लेमिंग वामहस्त नियम]]


==बाहरी कड़ियाँ==
== बाहरी कड़ियाँ==
* [http://www.magnet.fsu.edu/education/tutorials/java/handrules/index.html Right and Left Hand Rules - Interactive Java Tutorial] National High Magnetic Field Laboratory
* [http://www.magnet.fsu.edu/education/tutorials/java/handrules/index.html Right and Left Hand Rules - Interactive Java Tutorial] National High Magnetic Field Laboratory
*[http://physics.syr.edu/courses/video/RightHandRule/index2.html A demonstration of the right-hand rule at physics.syr.edu]
*[http://physics.syr.edu/courses/video/RightHandRule/index2.html A demonstration of the right-hand rule at physics.syr.edu]

11:26, 6 सितंबर 2014 का अवतरण

दक्षिणहस्त नियम: सदिश a और b के सदिश गुणनफल की दिशा c की तरफ होगी। अर्थात सदिश गुणा किये जा रहे दो सदिश प्रथम दो अंगुलियों की दिशा में हों तो उनका गुननफल तीसरी अंगुली (मध्यमा) की दिशा में होगा।
दाहिने हाथ की मुट्ठी का नियम : यदि अंगुठा तार में बहने वाली धारा की दिशा में रखें तो मुड़ी हुई अंगुलियाँ धारा के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा बताती हैं।

गणित (सदिश कैलकुलस) और भौतिकी में दक्षिणहस्त नियम (right-hand rule) एक बहु-उपयोगी स्मारक युक्ति (mnemonic) है जिसकी सहायता से सदिश राशियों (जैसे चुम्बकीय बल) की दिशा ज्ञात करने की सुविधा मिलती है। इस नियम को 'abc नियम', 'xyz नियम' या 'IBF नियम' भी कहा जाता है।

यह नियम कई प्रकार से बताया जाता है जो आपस में सम्बन्धित हैं, जैसे-

  • (१) दक्षिणहस्त पेंच (स्क्रू) नियम
  • (२) दाहिने हाथ की हथेली का नियम
  • (३) दाहिने हाथ की मुट्ठी का नियम
  • (४) फ्लेमिंग का दाहिने हाथ का नियम, आदि

उपयोग

  • दो सदिशों के गुणनफल की दिशा जानने में,
  • कोणीय वेग की दिशा निकालने में
  • बलाघूर्ण (टॉर्क) की दिशा निकालने में
  • तार की कुण्डली में बहने वाली धारा के कारण उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा
  • चुम्बकीय क्षेत्र में गतिमान विद्युत आवेश पर लगने वाले चुम्बकीय बल की दिशा जानने के लिये
  • किसी चुम्बकीय क्षेत्र में गति करते चालक में उत्पन्न विद्युत धारा की दिशा
  • गतिमान तरल के किसी बिन्दु पर भ्रमिलता (vorticity) ज्ञात करने के लिये।

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ