"प्लवक": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नया पृष्ठ: right|thumb|300px|कुछ प्लवक वे सभी प्राणी या वनस्पति, जो जल मे...
 
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
[[चित्र:Plankton1.JPG|right|thumb|300px|कुछ प्लवक]]
[[चित्र:Plankton1.JPG|right|thumb|300px|कुछ प्लवक]]
वे सभी प्राणी या वनस्पति, जो [[जल]] में जलतरंगों या जलधारा द्वारा प्रवाहित होते रहते हैं, '''प्लवक''' (प्लावक = प्लवन करने वाले ; Plankton / एकबचन: plankter) कहलाते हैं। प्लवकों में गति के लिए चलन अंग (locomotive organs) बहुत कम विकसित होते हैं, या उनका पूर्ण अभाव होता है। जल में गोता लगाने, या ऊपर उठने, की क्षमता उनमें अवश्य विद्यमान होती है। प्लवक [[सूक्ष्मदर्शी]] से देखे जानेवाले से लेकर बड़े बड़े [[जेलीफिश]] के आकार तक के होते हैं। प्लवक में जलधारा के प्रतिकूल गति करने की क्षमता नहीं होती है। मछली इत्यादि के शिशु भी प्लवक ही हैं, क्योंकि ऐसी अवस्था में उनकी भी गति जलधारा पर ही निर्भर करती है।
वे सभी प्राणी या वनस्पति, जो [[जल]] में जलतरंगों या जलधारा द्वारा प्रवाहित होते रहते हैं, '''प्लवक''' (प्लवक = प्लवन करने वाले ; Plankton / एकबचन: plankter) कहलाते हैं। प्लवकों में गति के लिए चलन अंग (locomotive organs) बहुत कम विकसित होते हैं, या उनका पूर्ण अभाव होता है। जल में गोता लगाने, या ऊपर उठने, की क्षमता उनमें अवश्य विद्यमान होती है। प्लवक में जलधारा के प्रतिकूल गति करने की क्षमता नहीं होती है। मछली इत्यादि के शिशु भी प्लवक ही हैं, क्योंकि ऐसी अवस्था में उनकी भी गति जलधारा पर ही निर्भर करती है। प्लवक [[सूक्ष्मदर्शी]] से देखे जानेवाले से लेकर बड़े बड़े [[जेलीफिश]] के आकार तक के होते हैं।


प्लवकों की निम्न विशेषताएँ होती हैं :
प्लवकों की निम्न विशेषताएँ होती हैं :

13:50, 25 जुलाई 2014 का अवतरण

कुछ प्लवक

वे सभी प्राणी या वनस्पति, जो जल में जलतरंगों या जलधारा द्वारा प्रवाहित होते रहते हैं, प्लवक (प्लवक = प्लवन करने वाले ; Plankton / एकबचन: plankter) कहलाते हैं। प्लवकों में गति के लिए चलन अंग (locomotive organs) बहुत कम विकसित होते हैं, या उनका पूर्ण अभाव होता है। जल में गोता लगाने, या ऊपर उठने, की क्षमता उनमें अवश्य विद्यमान होती है। प्लवक में जलधारा के प्रतिकूल गति करने की क्षमता नहीं होती है। मछली इत्यादि के शिशु भी प्लवक ही हैं, क्योंकि ऐसी अवस्था में उनकी भी गति जलधारा पर ही निर्भर करती है। प्लवक सूक्ष्मदर्शी से देखे जानेवाले से लेकर बड़े बड़े जेलीफिश के आकार तक के होते हैं।

प्लवकों की निम्न विशेषताएँ होती हैं :

  • प्लवकों का शरीर न्यूनाधिक पारदर्शी होता है।
  • ये प्राय: रंग विहीन, या पीत, बैंगनी, या गुलाबी रंग के होते है, यद्यपि कुछ जेलीफिश बहुत भड़कीले रंग के भी होते हैं। नियमत: रंग *पर्यावरण (environment) से मिलता जुलता होता है।
  • उनमें अपारदर्शी अस्थिरचनाओं का पूर्णत: अभाव होता है। केवल कुछ-कुछ में मृदु कैल्सियमी का काचनुमा कवच होता है।
  • साधारण प्लवक त्रिज्यात: (radially) सममित होते हैं।