6
सम्पादन
(cleanup, 59.161.78.61 (वार्ता) द्वारा किए बदलाव 2133461 को पूर्ववत करें) |
लाला अहिरवार (चर्चा | योगदान) छो |
||
'''प्रसाद''' पूजा के बाद वितरित करने वाले पदार्थ को कहते
हिन्दुओं का ऐसा मानना है कि पूजा के समय जब कोई खाद्य सामग्री देवी-देवताओं के समक्ष प्रस्तुत की जाती है तो देवी-देवता उसे खाते हैं । अगर खाने की वस्तु नहीं है जैसे कपड़े इत्यादि तो वे उसे पहिनते हैं, इस्तेमाल करते हैं । अपने इष्टदेव के जूठन को खाना या इस्तेमाल करना हिन्दू अपना परम सौभाग्य समझते हैं, अतः भगवान, देवी-देवताओं के जूठन को प्रसाद कहा जाता है ।
[[श्रेणी:हिन्दू]]
|
सम्पादन