"कुरुक्षेत्र जिला": अवतरणों में अंतर

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==सम्भाग==
==सम्भाग==
कुरुक्षेत्र जिले में दो उप-सम्भागों का समावेश है: थानेसर और पिहोवा। थानेसर उप-सम्भाग में में दो तहसिलें, थानेसर और [[शाहबाद मारकंडा|शाहबाद]] और दो उप-तहसिल, लाडवा और बाबैन हैं। पिहोवा उप-खण्ड में पिहोवा तहसिल और इस्माईलाबाद उप-तहसिल शामील हैं। इस जिले के महत्वपूर्ण नगर कुरुक्षेत्र, थानेसर और [[पिहोवा]] हैं। पंजाब सीमा पर स्थित होने के कारण यहाँ बड़ी संख्या में सिख आबादी भी है।
कुरुक्षेत्र जिले में दो उप-सम्भागों का समावेश है: थानेसर और पिहोवा। थानेसर उप-सम्भाग में में दो तहसिलें, थानेसर और [[शाहबाद मारकंडा|शाहबाद]] और दो उप-तहसिल, लाडवा और बाबैन हैं। पिहोवा उप-खण्ड में पिहोवा तहसिल और इस्माईलाबाद उप-तहसिल शामील हैं। इस जिले के महत्वपूर्ण नगर कुरुक्षेत्र, थानेसर और [[पिहोवा]] हैं। पंजाब सीमा पर स्थित होने के कारण यहाँ बड़ी संख्या में सिख आबादी भी है।
गौरव ध्वजः बनाने वाले भागीरथ -
कुरुक्षेत्र जिला स्थापित कराने में २ बार लोक सभा निर्वाचित रहे सांसद पूर्व प्रधानमंत्री एवं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के संस्थापक प्रमुख रहे राजऋषि सदाचार के ध्वजः गुलज़ारीलाल नंदा का योगदान तीर्थों की धरोहर विकास निर्माता के रूप सर्वो परि है उनकी बदोलत ही बरह्मसरोवर सहित सन्हित सरोवर जेसे अनेक महाभारत के अवशेष विकास के लिए विश्व मानचित्र में कुरुक्षेत्र का विराट आधुनिक वैभव निखरा। उनकी बदोलत ही एक से बड़ कर एक धर्म अध्यात्म विभूतियों कि बसाहट इस धर्म नगरी में कराई गई जिसके कारण ही सांस्कृतिक राजधानी के रूप में कुरुक्षेत्र भारत के उत्तरी राज्य हरियाणा के 21 जिलों में से महत्व पूर्ण राज्य व् देश का गौरव एक है। भारत रत्न नंदा जी की इछा अनुसार उनकी समाधि सदाचार स्थल भवन में है तथा उनका मियूजियम गुलज़ारीलाल नंदा फाउंडेशन की उठाई गई सांकृतिक राजधानी बनाने की मजबूत आवाज भारत रत्न नंदा के सबसे जुझारू शिष्य के आर अरुण की लम्बी पहल से बना हुआ है। वर्त्तमान में गुलज़ारीलाल नंदा फाउंडेशन पंजीकृत संस्थान फर्म्स सोसायटीज में कार्य समिति अधिकृत चेयरमेन कृष्ण राज अरुण कुरुक्षेत्र को हरियाणा के सांस्कृतिक नैतिक स्व रूप को मूल्य वांन समाज की भागीदारी से वैश्विक मानवीय सभ्यता विकास के लिए रचनात्मक आंदोलन चलाये हुए हैं ताकि आने वाले समय में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड देश के राज्यों में तीर्थों के विकास के लिए रोल माडल साबित हो सके।


==जनसांख्यिकी==
==जनसांख्यिकी==

11:53, 25 मार्च 2014 का अवतरण

कुरुक्षेत्र ज़िला
कुरुक्षेत्र जिला

हरियाणा में कुरुक्षेत्र ज़िले की अवस्थिति
राज्य हरियाणा
 भारत
मुख्यालय कुरुक्षेत्र
क्षेत्रफल 1,683 कि॰मी2 (650 वर्ग मील)
जनसंख्या 964231 (2011)
जनघनत्व 630/किमी2 (1,600/मील2)
साक्षरता 76.7%
लिंगानुपात 889
तहसीलें 1. थानेसर, 2. शाहबाद 3. पेहोवा
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र कुरुक्षेत्र (यमुना नगर और कैथल जिलों सहित)
विधानसभा सीटें 4
आधिकारिक जालस्थल

कुरुक्षेत्र जिला भारत के उत्तरी राज्य हरियाणा के 21 जिलों में से एक है। कुरुक्षेत्र कस्बा हिन्दुओं का एक पावन स्थान, जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। जिले का कुल क्षेत्रफल 1682.53 वर्ग किमी है। जिले की कुल जनसंख्या 964231 (2011 की जनगणना) है। यह जिला अम्बाला सम्भाग (मण्डल) का एक भाग है।

नाम का मूल

कुरुक्षेत्र युद्ध महाभारत की एक पांडुलिपि में दर्शाया गया है।

जिले का नाम कुरुक्षेत्र के प्राचीन क्षेत्र के नाम से व्यत्पन्न हुआ, जिसका शाब्दिक अर्थ कुरुओं की भूमि है। यह माना जाता है कि पुराणों और महाभारत में वर्णित कुरुक्षेत्र युद्ध यहाँ हुआ था और कृष्ण ने युद्ध से पहले युद्ध के मैदान में अर्जुन को श्रीमद्भगवद्गीता का व्याख्यान किया था।

इतिहास

जिले का निर्माण 1973 में उस समय के करनाल जिला जिले से अलग करके किया गया। बाद में जिले के कुछ भागों का कैथल और यमुनानगर जिलों के निर्माण के समय स्थानांतरित कर दिया।

सम्भाग

कुरुक्षेत्र जिले में दो उप-सम्भागों का समावेश है: थानेसर और पिहोवा। थानेसर उप-सम्भाग में में दो तहसिलें, थानेसर और शाहबाद और दो उप-तहसिल, लाडवा और बाबैन हैं। पिहोवा उप-खण्ड में पिहोवा तहसिल और इस्माईलाबाद उप-तहसिल शामील हैं। इस जिले के महत्वपूर्ण नगर कुरुक्षेत्र, थानेसर और पिहोवा हैं। पंजाब सीमा पर स्थित होने के कारण यहाँ बड़ी संख्या में सिख आबादी भी है।

जनसांख्यिकी

२०११ की जनगणना के अनुसार कुरुक्षेत्र जिले की कुल जनसंख्या 964,231 थी[1] जो लगभग फ़िजी गणराज्य के समान[2] अथवा संयुक्त राज्य अमेरिका के मोन्टाना प्रान्त के तुल्य है।[3] इस प्रकार यह जिला भारत में आबादी में (640 में) 452वें स्थान पर है।[1] जिले का जनसंख्या घनत्व 630 प्रत्येक वर्ग किलोमीटर में निवासी (1,600/वर्ग मील) है।[1] 2001-2011 के दशक में इसकी जनसंख्या वृद्धि दर 16.81% रही।[1] कुरुक्षेत्र में लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 889 महिलाएँ,[1] और साक्षरता दर 76.7% है।[1]

शिक्षा

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की 1956 में कुरुक्षेत्र के एकात्मक आवासीय विश्वविद्यालय के रूप में स्थापना हुई। कुरुक्षेत्र के क्षेत्रीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय जिसे बाद में इसका नाम राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रखा गया।

सन्दर्भ

  1. "District Census 2011". Census2011.co.in. 2011. अभिगमन तिथि 30 सितम्बर 2013. नामालूम प्राचल |trans_title= की उपेक्षा की गयी (|trans-title= सुझावित है) (मदद)
  2. US Directorate of Intelligence. "Country Comparison:Population". अभिगमन तिथि 2011-10-01. Fiji 883,125 July 2011 est. |quote= में 5 स्थान पर line feed character (मदद)
  3. "2010 Resident Population Data". U. S. Census Bureau. अभिगमन तिथि 2011-09-30. Montana 989,415 |quote= में 8 स्थान पर line feed character (मदद)

बाहरी कड़ियाँ

साँचा:Hindu temples in Haryana

निर्देशांक: 29°58′12″N 76°51′00″E / 29.97000°N 76.85000°E / 29.97000; 76.85000