"पट्टदकल्लु": अवतरणों में अंतर
छो r2.7.2) (Robot: Adding or:ପଟ୍ଟାଡାକାଲ |
Makecat-bot (वार्ता | योगदान) छो r2.7.3) (Robot: Adding sk:Pattadakkal |
||
पंक्ति 206: | पंक्ति 206: | ||
[[ru:Паттадакал]] |
[[ru:Паттадакал]] |
||
[[sa:पट्टदकल्लु]] |
[[sa:पट्टदकल्लु]] |
||
[[sk:Pattadakkal]] |
|||
[[sv:Pattadakal]] |
[[sv:Pattadakal]] |
||
[[ta:பட்டடக்கல்]] |
[[ta:பட்டடக்கல்]] |
23:14, 24 जनवरी 2013 का अवतरण
किसुवोलाल (कन्नड़:ಕಿಸುವೊಲಾಲ್ )[1] पट्टदकल्लु (ಪಟ್ಟದಕಲ್ಲು ) | |
— town — | |
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |
देश | भारत |
राज्य | कर्नाटक |
ज़िला | बागलकोट |
निकटतम नगर | बादामी |
जनसंख्या • घनत्व |
1,46,808 (1981 के अनुसार [update]) • 10,083/किमी2 (26,115/मील2) |
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
14.56 km² (6 sq mi) • 593 मीटर (1,946 फी॰) |
जलवायु • वर्षा तापमान • ग्रीष्म • शीत |
• 51.3 mm (2 in) • 41 °C (106 °F) • 16 °C (61 °F) |
आधिकारिक जालस्थल: www.pattadakal.com |
निर्देशांक: 16°01′09″N 75°52′55″E / 16.019167°N 75.881944°E पत्तदकल (कन्नड़ - ಪಟ್ಟದಕಲ್ಲು) भारत के कर्नाटक राज्य में एक कस्बा है, जो भारतीय स्थापत्यकला की वेसर शैली के आरम्भिक प्रयोगों वाले स्मारक समूह के लिये प्रसिद्ध है। ये मंदिर आठवीं शताब्दी में बनवाये गये थे। यहाँ द्रविड़ (दक्षिण भारतीय) तथा नागर (उत्तर भारतीय या आर्य) दोनों ही शैलियों के मंदिर हैं। पत्तदकल दक्षिण भारत के चालुक्य वंश की राजधानी बादामी से २२ कि.मी. की दूरी पर स्थित हैं। चालुक्य वंश के राजाओं ने सातवीं और आठवीं शताब्दी में यहाँ कई मंदिर बनवाए। एहोल को स्थापत्यकला का विद्यालय माना जाता है, बादामी को महाविद्यालय तो पत्तदकल को विश्वविद्यालय कहा जाता है।[2] पत्तदकल शहर उत्तरी कर्नाटक राज्य में बागलकोट जिले में मलयप्रभा नदी के तट पर बसा हुआ है। यह बादामी शहर से २२ कि.मि. एवं ऐहोल शहर से मात्र १० कि.मी. की दूरी पर है। यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन २४ कि.मी. दक्षिण-पश्चिम में बादामी है।[3] इस शहर को कभी किसुवोलाल (कन्नड़:ಕಿಸುವೊಲಾಲ್) कहा जाता था, क्योंकि यहां का बलुआ पत्थर लाल आभा लिए हुए है।[1]
शिल्प स्मारक
चालुक्य शैली का उद्भव ४५० ई. में एहोल में हुआ था। यहाँ वास्तुकारों ने नागर एवं द्रविड़ समेत विभिन्न शैलियों के प्रयोग किए थे। इन शैलियों के संगम से एक अभिन्न शैली का उद्भव हुआ। सातवीं शताब्दी के मध्य में यहां चालुक्य राजाओं के राजतिलक होते थे। कालांतर में मंदिर निर्माण का स्थल बादामी से पत्तदकल आ गया। यहाँ कुल दस मंदिर हैं, जिनमें एक जैन धर्मशाला भी शामिल है। इन्हें घेरे हुए ढेरों चैत्य, पूजा स्थल एवं कई अपूर्ण आधारशिलाएं हैं। यहाँ चार मंदिर द्रविड़ शैली के हैं, चार नागर शैली के हैं एवं पापनाथ मंदिर मिश्रित शैली का है। पत्तदकल को १९८७ में युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। [4][5][6][7][8]
यहां के बहुत से शिल्प अवशेष यहां बने प्लेन्स के संग्रहालय तथा शिल्प दीर्घा में सुरक्षित रखे हैं। इन संग्रहालयों का अनुरक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग करता है। ये भूतनाथ मंदिर मार्ग पर स्थित हैं। इनके अलावा अन्य महत्वपूर्ण स्मारकों में, अखण्ड एकाश्म स्तंभ, नागनाथ मंदिर, चंद्रशेखर मंदिर एवं महाकुटेश्वर मंदिर भी हैं, जिनमें अनेकों शिलालेख हैं। वर्ष के आरंभिक त्रैमास में यहां का वार्षिक नृत्योत्सव आयोजन होता है, जिसे चालुक्य उत्सव कहते हैं। इस उत्सव का आयोजन पत्तदकल के अलावा बादामी एवं ऐहोल में भी होता है। यह त्रिदिवसीय संगीत एवं नृत्य का संगम कलाप्रेमियों की भीड़ जुटाता है। उत्सव के मंच की पृष्ठभूमि में मंदिर के दृश्य एवं जाने माने कलाकार इन दिनों यहां के इतिहास को जीवंत कर देते हैं।[3]
-
काशीविश्वनाथ मंदिर
-
पापनाथ मंदिर
-
मल्लिकार्जुन एवं काशीविश्वनाथ मंदिर
-
जैन नारायण मंदिर
संदर्भ
- युनेस्को विश्व धरोहर जालस्थल पर पत्तदकल
- ↑ अ आ "पत्तदकल". कर्नाटक डॉट कॉम. नामालूम प्राचल
|accessyear=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल|accessmonthday=
की उपेक्षा की गयी (मदद) - ↑ "द चालुक्यन मैग्नीफीशियेंस". नामालूम प्राचल
|accessyear=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल|accessmonthday=
की उपेक्षा की गयी (मदद) - ↑ अ आ "पत्तदकल". www.pattadakal.com. नामालूम प्राचल
|accessyear=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल|accessmonthday=
की उपेक्षा की गयी (मदद) - ↑ "द चालुक्यन मैग्नीफ़ीशियेंस". नामालूम प्राचल
|accessyear=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल|accessmonthday=
की उपेक्षा की गयी (मदद) - ↑ "पत्तदकल". नामालूम प्राचल
|accessyear=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल|accessmonthday=
की उपेक्षा की गयी (मदद) - ↑ "वर्ल्ड हैरिटेज साइट्स - पत्तदकल, ग्रुप ऑफ मॉन्युमेंट्स ऐट पत्तदकल (१९८७), कर्नाटक". नामालूम प्राचल
|accessyear=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल|accessmonthday=
की उपेक्षा की गयी (मदद) - ↑ "ग्रुप ऑफ मॉन्युमेंट्स ऐट पत्तदकल" (PDF). नामालूम प्राचल
|accessyear=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल|accessmonthday=
की उपेक्षा की गयी (मदद) - ↑ "अनुभाग-२, राष्ट्र पार्टी: भारत, प्रोपर्टी नाम: पत्तदकल में स्मारक समूह" (PDF). नामालूम प्राचल
|accessyear=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल|accessmonthday=
की उपेक्षा की गयी (मदद)
विस्तृत पठन
- मिचेल, जॉर्ज. पत्तदकल (पेपरबैक). संयुक्त राज्य: ऑक्स्फ़ोर्ड युनिवर्सिटी प्रेस.
रु.२२५ मात्र
नामालूम प्राचल|origmonth=
की उपेक्षा की गयी (मदद); नामालूम प्राचल|coauthors=
की उपेक्षा की गयी (|author=
सुझावित है) (मदद) - पत्तदकल, मूवमेण्टल लेगेसी (पेपरबैक) (अंग्रेज़ी में). ऑक्स्फ़ोर्ड युनिवर्सिटी प्रेस. पपृ॰ मनोहर पब्लिशर्स एण्ड डिस्ट्रिब्यूटर्स. ISBN : 0195660579.
रु.२२३/-
|firstlast=
missing|lastlast=
in first (मदद)
बाहरी कड़ियां
- पत्तदकल का ३६०° विहंगम दृश्य वर्ल्ड हैरिटेज टूअर पर
- पत्तदकल मंदिर
- भारतीय उपमहाद्वीप में स्थापत्यकला
- पत्तदकल एवं दक्खिन में अन्य स्थलों के छायाचित्र
- पत्तदकल के चित्र
- पत्तदकल जालस्थल
- भारतीय पुरातात्त्विक सर्वेक्षण विभाग के जालस्थल पर पत्तदकल
- भारतीय पुरातात्त्विक सर्वेक्षण विभाग के जालस्थल पर चित्र दीर्घा