"जनसंचार": अवतरणों में अंतर
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जनसंचार के माध्यमो द्वारा हम बहूत से श्रोताओ को प्रभावित कर सकते है! |
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जनसंचार का की सफलता का सारा अर्जन उसमे प्रयुक्त भाषा को जाता है |
जनसंचार का की सफलता का सारा अर्जन उसमे प्रयुक्त भाषा को जाता है |
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''सर्वेश कमलेश तिवारी'' जी के अनुशार जनसंचार माध्यम उन्मध्यमो को कहा जाता है जिसके द्वारा एक समूह मैं किसी भी सन्देश सुचना को बड़ी तेज़ी से पहुचाया जा सके! |
13:31, 3 मई 2012 का अवतरण
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जनसंचार (Mass communication) से तात्पर्य उन सभी साधनों के अध्ययन एवं विश्लेषण से है जो एक साथ बहुत बड़ी जनसंख्या के साथ संचार सम्बन्ध स्थापित करने में सहायक होते हैं। प्रायः इसका अर्थ सम्मिलित रूप से समाचार पत्र, पत्रिकाएँ, रेडियो, दूरदर्शन, चलचित्र से लिया जाता है जो समाचार एवं विज्ञापन दोनो के प्रसारण के लिये प्रयुक्त होते हैं।
जनसंचार माध्यम में संचार सब्द की उत्पति संस्कृत के चार धातु से हुई है जिसका अर्थ है चलना अथवा जब हम भव या जानकारी को एक से दुसरे तक पहुचाते है और वह प्रक्रिया सामूहिक रूप मैं होतब वह जनसंचार कहलाती है ! कोम्युनिकेसन शब्द की उत्पति लैटिन के 'कम्युनिस्ट' शब्द से मणि गयी है ! जिसका अर्थ है सम्प्रेसन द्वारा किसी के भावनाओ को उसके विचारो एवं अनुभूतियो को खोलकर पढ़कर देखकर नियंत्रित करना ! जनसंचार का अर्थ बताना चलाना फैलाना भी है मूलतः तीन तत्वों से संचार की सरंचना होती है १) संचालक २) सन्देश ३) प्राप्तकर्ता
जनसंचार के कई स्वरुप है जैसे :- पत्र पत्रिकाए, पुस्तके, रेडिओ, टी.वि, न्यूज़ पेपर, कंप्यूटर, इन्टरनेट,
जनसंचार के माध्यमो द्वारा हम बहूत से श्रोताओ को प्रभावित कर सकते है! जनसंचार का की सफलता का सारा अर्जन उसमे प्रयुक्त भाषा को जाता है सर्वेश कमलेश तिवारी जी के अनुशार जनसंचार माध्यम उन्मध्यमो को कहा जाता है जिसके द्वारा एक समूह मैं किसी भी सन्देश सुचना को बड़ी तेज़ी से पहुचाया जा सके!