"कोशल": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
Luckas-bot (वार्ता | योगदान) छो r2.7.1) (Robot: Adding ko:코살라 |
हटाए गए चित्र का प्रयोग हटाया |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''कोशल''' प्राचीन भारत के १६ [[महाजनपद|महाजनपदों]] में से एक था। इसका क्षेत्र आधुनिक [[गोरखपुर]] के पास था। इसकी राजधानी [[श्रावस्ती]] थी । चौथी सदी ईसा पूर्व में [[मगध]] ने इस पर अपना अधिकार कर लिया। गोंडा के समीप सेठ-मेठ में आज भी इसके भग्नावशेष मिलते हैं। कंस भी यहाँ का शासक रहा जिसका संघर्ष निरंतर काशी से होता रहा और अंत में कंस ने काशी को अपने आधीन कर लिया।<ref>{{cite book |last=नाहर |first= डॉ रतिभानु सिंह|title= प्राचीन भारत का राजनैतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास |year= 1974 |publisher= किताबमहल|location= इलाहाबाद, भारत|id= |page= 112|editor: |accessday= 19|accessmonth=मार्च| accessyear=2008}}</ref> |
|||
==संदर्भ== |
==संदर्भ== |
||
<references/> |
<references/> |
01:32, 25 अप्रैल 2012 का अवतरण
कोशल प्राचीन भारत के १६ महाजनपदों में से एक था। इसका क्षेत्र आधुनिक गोरखपुर के पास था। इसकी राजधानी श्रावस्ती थी । चौथी सदी ईसा पूर्व में मगध ने इस पर अपना अधिकार कर लिया। गोंडा के समीप सेठ-मेठ में आज भी इसके भग्नावशेष मिलते हैं। कंस भी यहाँ का शासक रहा जिसका संघर्ष निरंतर काशी से होता रहा और अंत में कंस ने काशी को अपने आधीन कर लिया।[1]
संदर्भ
- ↑ नाहर, डॉ रतिभानु सिंह (1974). प्राचीन भारत का राजनैतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास. इलाहाबाद, भारत: किताबमहल. पृ॰ 112. पाठ "editor: " की उपेक्षा की गयी (मदद); नामालूम प्राचल
|accessday=
की उपेक्षा की गयी (मदद); नामालूम प्राचल|accessyear=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद); नामालूम प्राचल|accessmonth=
की उपेक्षा की गयी (|access-date=
सुझावित है) (मदद)