"कडपा जिला": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
छो कडापा जिला का नाम बदलकर कडप्पा जिला कर दिया गया है।
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''कडप्पा जिला''', भारतीय राज्य [[आंध्र प्रदेश]] के [[रायलसीमा]] क्षेत्र का एक [[जिला]] है। इसके पड़ोसी जिलों में दक्षिण में [[चित्तूर जिला |चित्तूर]], उत्तर में [[प्रकाशम जिला| प्रकाशम]] तथा [[कुर्नूल जिला| कुर्नूल]] पूर्व में [[नेल्लौर जिला| नेल्लौर]] तथा पश्चिम में [[अनन्तपुर जिला |अनन्तपुर]] का नाम आता है। इस जिले से होकर [[पेन्नार नदी]] बहती है ।
{{stub}}
'''कडापा ''' भारतीय राज्य [[आंध्र प्रदेश]] के [[रॉयलसीमा]] क्षेत्र का एक [[जिला]] है । इसके पड़ोसी जिलों में दक्षिण में चित्तूर, उत्तर में प्रकाशम तथा कुर्नूल पूर्व में नेल्लोर तथा पश्चिम में [[अनन्तपुर]] का नाम आता है । इस जिले से होकर [[पेन्नार नदी]] बहती है ।


क्षेत्रफल - वर्ग कि.मी.
क्षेत्रफल - वर्ग कि.मी.
पंक्ति 9: पंक्ति 8:
== इतिहास और विरासत ==
== इतिहास और विरासत ==


इस जिले का ईसापूर्व इतिहास ज्ञात है जब यह [[मौर्य साम्राज्य]] के अन्तर्गत आता था । उसके बाद यह [[सातवाहनों]] के साम्राज्य का अंग बना । कडापा का नाम ''गडापा'' से आया है जिसका [[तेलगू]] भाषा में अर्थ होता है - ''चरम'' या ''पारसीमा'' । कहा जाता है पूर्व में लोग [[तिरूपति]] मंदिर के दर्शन से पहले इस जिले के ''देवुनी कडापा'' मंदिर में जाते थे ।
इस जिले का ईसापूर्व इतिहास ज्ञात है जब यह [[मौर्य साम्राज्य]] के अन्तर्गत आता था । उसके बाद यह [[सातवाहन| सातवाहनों]] के साम्राज्य का अंग बना । कडप्पा का नाम ''गडापा'' से आया है जिसका [[तेलगू]] भाषा में अर्थ होता है - ''चरम'' या ''पारसीमा'' । कहा जाता है पूर्व में लोग [[तिरूपति]] मंदिर के दर्शन से पहले इस जिले के ''देवुनी कडापा'' मंदिर में जाते थे ।


यहां का एक प्रसिद्ध स्थल पेद्दा दरगाह या अमीन पीर दरगाह भी है जहाँ ''हज़रत ख़्वाज़ा सैय्यद शाह पीरूल्लाह मुहम्मद-उल-हुसैनी'' ने [[जीव समाधि]] ली थी । इसका ''दूसरा [[अजमेर]]'' भी कहते है । हाल में यह चर्चा में इसलिए आया था कि यहां पर [[जया बच्चन]], अभिषेक तथा [[ऐश्वर्या राय]] विशेष प्रार्थना करने आए थे । इसके अतिरिक्त संगीतकार [[ए आर रहमान]] भी इसके दर्शनार्थ यहां आया करते हैं ।
यहां का एक प्रसिद्ध स्थल पेद्दा दरगाह या अमीन पीर दरगाह भी है जहाँ ''हज़रत ख़्वाज़ा सैय्यद शाह पीरूल्लाह मुहम्मद-उल-हुसैनी'' ने [[जीव समाधि]] ली थी । इसका ''दूसरा [[अजमेर]]'' भी कहते है । हाल में यह चर्चा में इसलिए आया था कि यहां पर [[जया बच्चन]], अभिषेक तथा [[ऐश्वर्या राय]] विशेष प्रार्थना करने आए थे । इसके अतिरिक्त संगीतकार [[ए आर रहमान]] भी इसके दर्शनार्थ यहां आया करते हैं ।


मस्ज़िद-ए-आज़म फ़ारसी कला में बनी एक सुन्दर मस्जिद है जिसे १६९१ में [[औरंगजेब]] ने बनवाया था । कडापा का सेंट मेरी का गिरिजाघर भी प्रसिद्ध है जहाँ माँ मेरी की प्रतिमा को [[रोम]] से लाकर स्थापित किया गया था ।
मस्ज़िद-ए-आज़म फ़ारसी कला में बनी एक सुन्दर मस्जिद है जिसे १६९१ में [[औरंगजेब]] ने बनवाया था । कडप्पा का सेंट मेरी का गिरिजाघर भी प्रसिद्ध है जहाँ माँ मेरी की प्रतिमा को [[रोम]] से लाकर स्थापित किया गया था ।

इस जिले को १८०८ में जिला बनाया गया था।



इस जिले को १८०८ में जिला बनाया गया था ।
{{आंध्र प्रदेश के जिले}}
{{आंध्र प्रदेश के जिले}}



11:53, 3 अगस्त 2011 का अवतरण

कडप्पा जिला, भारतीय राज्य आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र का एक जिला है। इसके पड़ोसी जिलों में दक्षिण में चित्तूर, उत्तर में प्रकाशम तथा कुर्नूल पूर्व में नेल्लौर तथा पश्चिम में अनन्तपुर का नाम आता है। इस जिले से होकर पेन्नार नदी बहती है ।

क्षेत्रफल - वर्ग कि.मी.

जनसंख्या - 26,01,797 (2001 जनगणना)


इतिहास और विरासत

इस जिले का ईसापूर्व इतिहास ज्ञात है जब यह मौर्य साम्राज्य के अन्तर्गत आता था । उसके बाद यह सातवाहनों के साम्राज्य का अंग बना । कडप्पा का नाम गडापा से आया है जिसका तेलगू भाषा में अर्थ होता है - चरम या पारसीमा । कहा जाता है पूर्व में लोग तिरूपति मंदिर के दर्शन से पहले इस जिले के देवुनी कडापा मंदिर में जाते थे ।

यहां का एक प्रसिद्ध स्थल पेद्दा दरगाह या अमीन पीर दरगाह भी है जहाँ हज़रत ख़्वाज़ा सैय्यद शाह पीरूल्लाह मुहम्मद-उल-हुसैनी ने जीव समाधि ली थी । इसका दूसरा अजमेर भी कहते है । हाल में यह चर्चा में इसलिए आया था कि यहां पर जया बच्चन, अभिषेक तथा ऐश्वर्या राय विशेष प्रार्थना करने आए थे । इसके अतिरिक्त संगीतकार ए आर रहमान भी इसके दर्शनार्थ यहां आया करते हैं ।

मस्ज़िद-ए-आज़म फ़ारसी कला में बनी एक सुन्दर मस्जिद है जिसे १६९१ में औरंगजेब ने बनवाया था । कडप्पा का सेंट मेरी का गिरिजाघर भी प्रसिद्ध है जहाँ माँ मेरी की प्रतिमा को रोम से लाकर स्थापित किया गया था ।

इस जिले को १८०८ में जिला बनाया गया था।