"कोलम्बिडाए": अवतरणों में अंतर
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कबूतर एवं फाख्ता सामयिक शृंखला: आरंभिक मायोसीन – वर्तमान | |
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फेरल पिजियन (कोलंबा लीविया डोमेस्टिका) उड़न में | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | जंतु |
संघ: | कशेरुकी |
उपसंघ: | वर्टीब्रेट |
वर्ग: | पक्षी |
गण: | कोलंबीफॉर्म्स |
कुल: | कोलंबिडी इल्लीजर, १८११ |
Subfamilies | |
देखें लेख का पाठ |
कबूतर पूरे विश्व में पाये जाने वाला पक्षी है। यह एक नियततापी, उड़ने वाला पक्षी है जिसका शरीर परों से ढका रहता है। मुँह के स्थान पर इसकी छोटी नुकुली चोंच होती है। मुख दो चंचुओं से घिरा एवं जबड़ा दंतहीन होता है। अगले पैर डैनों में परिवर्तित हो गए हैं। पिछले पैर शल्कों से ढँके एवं उँगलियाँ नखरयुक्त होती हैं। इसमें तीन उँगलियाँ सामने की ओर तथा चौथी उँगली पीछे की ओर रहती है। यह जन्तु मनुष्य के सम्पर्क में रहना अधिक पसन्द करता है। अनाज, मेवे और दालें इलका मुख्य भोजन हैं। भारत में यह सफेद और सलेटी रंग के होते हैं पुराने जमाने में इसका प्रयोग पत्र और चिट्ठीयां भेजने के लिये किया जाता था।