"नवबौद्ध": अवतरणों में अंतर

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
No edit summary
No edit summary
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
'''नवबौद्ध''' (अंग्रेजी: ''Neo Buddhist'') यह [[भारत सरकार]] एवं राज्य सरकारों द्वारा भारत के धर्म परिर्वतन कर बौद्ध बने हुए लोगो के लिए इस्तेमाल किये जाने वाली एक "सरकारी संज्ञा" हैं। तथापि भारतीय बौद्ध अनुयायि 'नवबौद्ध' नामक ग्रूप या समूदाय को नहीं मानते हैं, क्योंकि उनके अनुसार पारंपरिक बौद्ध तथा धर्म परिवर्तीत बौद्ध लोगों की धार्मिक पहचान केवल 'बौद्ध' ही रहती हैं। नवबौद्धों को '''आम्बेडकरवादि बौद्ध''' भी कहां जाता हैं, क्योंकि वे सभी [[भीमराव आम्बेडकर]] की प्रेरणा से ही बौद्ध बने हुए होते हैं।
'''नवबौद्ध''' (अंग्रेजी: ''Neo Buddhist'') यह [[भारत सरकार]] एवं राज्य सरकारों द्वारा भारत के धर्म परिर्वतन कर बौद्ध बने हुए लोगो के लिए इस्तेमाल किये जाने वाली एक "सरकारी संज्ञा" हैं। तथापि भारतीय बौद्ध अनुयायि 'नवबौद्ध' नामक ग्रूप या समूदाय को नहीं मानते हैं, क्योंकि उनके अनुसार पारंपरिक बौद्ध तथा धर्म परिवर्तीत बौद्ध लोगों की धार्मिक पहचान केवल 'बौद्ध' ही रहती हैं। नवबौद्धों को '''आम्बेडकरवादि बौद्ध''' भी कहां जाता हैं, क्योंकि वे सभी [[भीमराव आम्बेडकर]] की प्रेरणा से ही बौद्ध बने हुए होते हैं। कुल भारतीय बौद्धों में अधिकांश यानी 87% हिस्सा नवबौद्ध हैं।


14 अक्तूबर 1956 के दिन भीमराव आम्बेडकर ने 5 लाख से अधिक अनुयायिओं को [[बौद्ध धम्म]] की दीक्षा दी थी। आम्बेडकर के नेतृत्व में हुई यह 1956 की बौद्ध क्रांति आज भी सक्रिय हैं। 1956 के सामूहिक धर्म परिवर्तन समारोह के बाद से अब तक के धर्म परिवर्तन कर बौद्ध बनेने वालों (नवबौद्धों) में अधिकांश लोग [[अनुसूचित जाति]] (एससी) से सम्बधित हैं।
14 अक्तूबर 1956 के दिन भीमराव आम्बेडकर ने 5 लाख से अधिक अनुयायिओं को [[बौद्ध धम्म]] की दीक्षा दी थी। आम्बेडकर के नेतृत्व में हुई यह 1956 की बौद्ध क्रांति आज भी सक्रिय हैं। 1956 के सामूहिक धर्म परिवर्तन समारोह के बाद से अब तक के धर्म परिवर्तन कर बौद्ध बनेने वालों (नवबौद्धों) में अधिकांश लोग [[अनुसूचित जाति]] (एससी) से सम्बधित हैं।

10:16, 1 अगस्त 2018 का अवतरण

नवबौद्ध (अंग्रेजी: Neo Buddhist) यह भारत सरकार एवं राज्य सरकारों द्वारा भारत के धर्म परिर्वतन कर बौद्ध बने हुए लोगो के लिए इस्तेमाल किये जाने वाली एक "सरकारी संज्ञा" हैं। तथापि भारतीय बौद्ध अनुयायि 'नवबौद्ध' नामक ग्रूप या समूदाय को नहीं मानते हैं, क्योंकि उनके अनुसार पारंपरिक बौद्ध तथा धर्म परिवर्तीत बौद्ध लोगों की धार्मिक पहचान केवल 'बौद्ध' ही रहती हैं। नवबौद्धों को आम्बेडकरवादि बौद्ध भी कहां जाता हैं, क्योंकि वे सभी भीमराव आम्बेडकर की प्रेरणा से ही बौद्ध बने हुए होते हैं। कुल भारतीय बौद्धों में अधिकांश यानी 87% हिस्सा नवबौद्ध हैं।

14 अक्तूबर 1956 के दिन भीमराव आम्बेडकर ने 5 लाख से अधिक अनुयायिओं को बौद्ध धम्म की दीक्षा दी थी। आम्बेडकर के नेतृत्व में हुई यह 1956 की बौद्ध क्रांति आज भी सक्रिय हैं। 1956 के सामूहिक धर्म परिवर्तन समारोह के बाद से अब तक के धर्म परिवर्तन कर बौद्ध बनेने वालों (नवबौद्धों) में अधिकांश लोग अनुसूचित जाति (एससी) से सम्बधित हैं।