"भारत में बौद्ध धर्म का पुनरुत्थान": अवतरणों में अंतर

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{{मुख्य|बौद्ध धर्म का इतिहास}}
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== भारत में प्रसिद्ध बौद्ध ==
== भारत के प्रसिद्ध बौद्ध ==
*[[गौतम बुद्ध]]
*[[सम्राट अशोक]]
*[[भीमराव आंबेडकर|डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर]]
*[[कांशीराम]]
*[[बोधीधर्म बौद्धाचार्य]]
*[[दादासाहेब गायकवाड]]
*[[रा. सु. गवई]]
*[[सिद्धार्थ जाधव]]


== कला और स्थापत्य कला ==
== कला और स्थापत्य कला ==

18:11, 3 फ़रवरी 2017 का अवतरण

यह लेख ‘भारतीय गणराज्य में बौद्ध धर्म के बारे में है, बौद्ध धर्म की व्यापक परिभाषा के लिए विश्व में बौद्ध धर्म देखें।
भारत में बौद्ध धर्म
कुल जनसंख्या
84 लाख – 6.7 करोड़ (2011)
भारत जनसंख्या में 0.7% – 6%
विशेष निवासक्षेत्र
सिक्किम, मिज़ोरम, अरूणाचल प्रदेश, त्रिपुरा एवं जम्मू और कश्मीर में अधिकतम जनसंख्या घनत्व। महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश में अधिकतर जनसंख्या
भाषाएँ
मराठी, हिन्दी, नेपाली, तिब्बती, कश्मीरी, अंग्रेजी, मिज़ो, बंगाली
धर्म
धम्मचक्र

भारतीय गणतंत्र में हिन्दू धर्म और इस्लाम के बाद बौद्ध धर्म तिसरा सर्वाधिक प्रचलित धर्म है, जो देश की जनसंख्या का 6% से भी अधिक है (2011 में लगभग 7 करोड़)। 2011 जनगणना के अनुसार भारत में केवल ‘अधिकृत बौद्ध’ जनसंख्या 84,42,972 (0.70%) है, जबकी अन्य सर्वेक्षण और भारतीय बौद्ध विद्वानों के अनुसार भारत में करीब 7,00,00,000 या 6.5% बौद्ध है।

भारत में बौद्ध धर्म का जन्म ईसा पूर्व 6वीं शताब्दी में हुआ था और तब से यह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का एक अभिन्न अंग बन गया है। वर्षों से, सम्पूर्ण भारत में हिन्दु और बौद्ध संस्कृतियों का एक अद्भुत मिलन होता आया है और भारत के आर्थिक उदय और सांस्कृतिक प्रभुत्व में बौद्धों ने महती भूमिका निभाई है।

भारत में बौद्ध धर्म ईसा पूर्व 6वी शताब्धी से 8वी शताब्धी तक भारत में बौद्ध धर्म रहा। लेकिन देशी-विदेशी धर्मों के खून खराबे, हिंसक शक्ती से जुंजते हुए बौद्ध धर्म भारत में 12वी शताब्धी तक रहा और हिमालयीन प्रदशों के उपरांत अन्य राज्यों में नहीं के बराबर हो गया। 20वी शताब्धी के मध्य सन 1956 में आधुनिक भारत के निर्माता और महान बौद्ध विद्वान बोधिसत्व डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा अपने लाखों अनुयायीओं के साथ बौद्ध धम्म अपनाकर बौद्ध धर्म को भारत पुनर्जीवीत किया। बोधिसत्व डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर जी के प्रभाव से एक सर्वेक्षण के अनुसार सन 1959 तक देश के करीब 2 करोड़ लोगों ने बौद्ध धर्म को ग्रहन किया था। आज भी भारत में लाखों लोग बौद्ध धर्म की तरफ आकर्षित हो रहे है और बौद्ध धर्म की शरण में जा रहे है।

जनसंख्या

भारत में बौद्ध धर्म का इतिहास

भारत के प्रसिद्ध बौद्ध

कला और स्थापत्य कला

साहित्य

कानून और राजनीति

धर्मांतरण

धार्मिक संघर्ष

राज्यों के अनुसार बौद्ध आबादी

२०११ की जनगणना के अनुसार 100,000 से अधिक बौद्ध जनसंख्या वाले राज्य[1]
राज्य बौद्ध जनसंख्या बौद्ध जनसंख्या (%)
महाराष्ट्र 65,31,200 5.81%
पश्चिम बंगाल 2,82,898 0.31%
मध्य प्रदेश 2,16,052 1.71%
उत्तर प्रदेश 2,06,285 0.11%
सिक्किम 1,67,216 27.39%
अरूणाचल प्रदेश 1,62,815 11.77%
त्रिपुरा 1,25,385 3.41%
जम्मू कश्मीर 1,12,584 0.90%

एशिया में बौद्ध परंपरा

संगठन और नेतृत्व

इन्हें भी देखें

संदर्भ