"पँचशील": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
पंचशील का वर्णन किया। टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
Sandesh9822 (वार्ता | योगदान) No edit summary टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
भगवान बुद्ध ने अपने अनुयायिओं को द्या हुआ पंच शील |
|||
पंच शील |
|||
1. झूठ न बोलना, |
*1. झूठ न बोलना, |
||
2. चोरी न करना, |
*2. चोरी न करना, |
||
3. व्यभिचार न करना, |
*3. व्यभिचार न करना, |
||
4. नशा न करना, |
*4. नशा न करना, |
||
5. हिंसा न करना। |
*5. हिंसा न करना। |
||
[[पालि]] में |
|||
* पाणातिपाता वेरमणी-सिक्खापदं समादियामि।। |
|||
* अदिन्नादाना वेरमणी- सिक्खापदं समादियामि।। |
|||
कामेसु मिच्छाचारा |
|||
* वेरमणी- सिक्खापदं समादियामि।। |
|||
* मुसावादा वेरमणी- सिक्खापदं समादियामि।। |
|||
* सुरा-मेरय-मज्ज-पमादठ्ठाना वेरमणी- सिक्खापदं समादियामि।। |
08:01, 25 जनवरी 2017 का अवतरण
भगवान बुद्ध ने अपने अनुयायिओं को द्या हुआ पंच शील
- 1. झूठ न बोलना,
- 2. चोरी न करना,
- 3. व्यभिचार न करना,
- 4. नशा न करना,
- 5. हिंसा न करना।
पालि में
- पाणातिपाता वेरमणी-सिक्खापदं समादियामि।।
- अदिन्नादाना वेरमणी- सिक्खापदं समादियामि।।
कामेसु मिच्छाचारा
- वेरमणी- सिक्खापदं समादियामि।।
- मुसावादा वेरमणी- सिक्खापदं समादियामि।।
- सुरा-मेरय-मज्ज-पमादठ्ठाना वेरमणी- सिक्खापदं समादियामि।।