व्यक्तिगत बदलाव जाँचें

This page allows you to examine the variables generated by the Abuse Filter for an individual change.

इस बदलाव से जारी होने वाले वेरियेबल

प्राचलमूल्य
सदस्य की सम्पादन गिनती (user_editcount)
null
सदस्यखाते का नाम (user_name)
'2405:205:2082:9168:BB23:BD3A:9138:ED44'
सदस्य खाते की आयु (user_age)
0
समूह (अंतर्निहित जोड़कर) जिसमें सदस्य है (user_groups)
[ 0 => '*' ]
Whether the user is editing from mobile app (user_app)
false
सदस्य मोबाइल इंटरफ़ेस की मदद से संपादित कर रहे हैं या नहीं (user_mobile)
true
user_wpzero
false
पृष्ठ आइ॰डी (page_id)
588094
पृष्ठ नामस्थान (page_namespace)
0
पृष्ठ शीर्षक (बिना नामस्थान) (page_title)
'जगत नारायण मुल्ला'
पूर्ण पृष्ठ शीर्षक (page_prefixedtitle)
'जगत नारायण मुल्ला'
पृष्ठ पर योगदान देने वाले अंतिम दस सदस्य (page_recent_contributors)
[ 0 => 'Sanjeev bot', 1 => 'Jeeteshvaishya' ]
कार्य (action)
'edit'
सम्पादन सारांश/कारण (summary)
''
Old content model (old_content_model)
'wikitext'
New content model (new_content_model)
'wikitext'
पुराने पृष्ठ विकिलेख, सम्पादन से पहले (old_wikitext)
'[[चित्र:Jagat Narayan Mulla.jpg|thumb|right|200px|सरकारी वकील जगतनारायण 'मुल्ला']] '''पंडित जगत नारायण मुल्ला''' (जन्म- 14 दिसम्बर 1864 ई., कश्मीर; मृत्यु- 11 दिसम्बर 1938 ई.) अपने समय में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध [[वकील]] और सरकारी अभियोजक थे। 'मुल्ला' उनका उपनाम था। वें 3 वर्ष तक [[लखनऊ विश्वविद्यालय]] के [[उपकुलपति]] भी रहे। रिश्ते में जगत नारायण मुल्ला [[पंडित जवाहर लाल नेहरु]] के साले थे।<ref>[http://www.geni.com/people/Jagat-Narain-Mulla/6000000010515037188 Jagat Narain Mulla (1863 - 1938)]</ref> == परिचय == जगत नारायण मुल्ला के पिता पंडित काली सहाय मुल्ला उत्तर प्रदेश में सरकारी सेवा में थे। इसीलिए जगत नारायण की शिक्षा [[उत्तर प्रदेश]] में ही हुई। उन्होंने [[आगरा विश्वविद्यालय]] से [[क़ानून]] की परीक्षा उत्तीर्ण की और लखनऊ में वकालत करने लगे। शीघ्र ही उनकी गणना प्रसिद्ध वकीलों में होने लगी। अपने समय के प्रमुख व्यक्तियों, जैसे-पंडित [[मोतीलाल नेहरू]], बाबू गंगा प्रसाद वर्मा, सी. वाई. चिन्तामणि, बिशन नारायण दर आदि से उनके घनिष्ठ सम्बन्ध थे। 1916 ई. की लखनऊ कांग्रेस की स्वागत-समिति के अध्यक्ष वही थे। लगभग 15 वर्षों तक [[लखनऊ]] नगरपालिका के अध्यक्ष रहे। मांटेग्यू चेम्सफ़ोर्ड सुधारों के बाद उत्तर प्रदेश कौंसिल के सदस्य निर्वाचित हुए और प्रदेश के स्वायत्त शासन विभाग के मंत्री बने। जगत नारायण मुल्ला 3 वर्ष तक वे [[लखनऊ विश्वविद्यालय]] के उपकुलपति भी रहे। हंटर कमेटी के सदस्य जब भारत में जलियांवाला बाग़ के हत्याकाण्ड सहित दमन का नया दौर शुरू हो गया था और इन घटनाओं की जाँच के लिए सरकार ने जो ‘हंटर कमेटी’ गठित की थी, उसके तीन भारतीय सदस्यों में एक जगत नारायण मुल्ला भी थे। इन तीनों ने कमेटी की रिपोर्ट में अपनी असहमति दर्ज की थी। == निधन == जीवन के अन्तिम वर्षों में जगत नारायण मुल्ला अस्वस्थ रहने लगे थे। इलाज के लिए [[स्विट्ज़रलैण्ड]] तक गए। बाद में 11 दिसम्बर 1938 को उनका देहान्त हो गया। ==सन्दर्भ== {{टिप्पणीसूची}} [[श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन]] [[श्रेणी:वकील]] [[श्रेणी:उत्तर प्रदेश के लोग]]'
नया पृष्ठ विकिलेख, सम्पादन के बाद (new_wikitext)
'[[चित्र:Jagat Narayan Mulla.jpg|thumb|right|200px|सरकारी वकील जगतनारायण 'मुल्ला']] '''पंडित जगत नारायण मुल्ला''' (जन्म- 14 दिसम्बर 1864 ई., कश्मीर; मृत्यु- 11 दिसम्बर 1938 ई.) अपने समय में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध [[वकील]] और सरकारी अभियोजक थे। 'मुल्ला' उनका उपनाम था। वें 3 वर्ष तक [[लखनऊ विश्वविद्यालय]] के [[उपकुलपति]] भी रहे। पंडित जगत नारायण , पंडित मोती लाल नेहरू के भाई नन्द लाल नेहरू के समधी थे। नन्दलाल नेहरू के पुत्र किशन लाल नेहरू का विवाह जगत नारायण की पुत्री स्वराजवती मुल्ला से हुआ था। ref>[http://www.geni.com/people/Jagat-Narain-Mulla/6000000010515037188 Jagat Narain Mulla (1863 - 1938)]</ref> == परिचय == जगत नारायण मुल्ला के पिता पंडित काली सहाय मुल्ला उत्तर प्रदेश में सरकारी सेवा में थे। इसीलिए जगत नारायण की शिक्षा [[उत्तर प्रदेश]] में ही हुई। उन्होंने [[आगरा विश्वविद्यालय]] से [[क़ानून]] की परीक्षा उत्तीर्ण की और लखनऊ में वकालत करने लगे। शीघ्र ही उनकी गणना प्रसिद्ध वकीलों में होने लगी। अपने समय के प्रमुख व्यक्तियों, जैसे-पंडित [[मोतीलाल नेहरू]], बाबू गंगा प्रसाद वर्मा, सी. वाई. चिन्तामणि, बिशन नारायण दर आदि से उनके घनिष्ठ सम्बन्ध थे। 1916 ई. की लखनऊ कांग्रेस की स्वागत-समिति के अध्यक्ष वही थे। लगभग 15 वर्षों तक [[लखनऊ]] नगरपालिका के अध्यक्ष रहे। मांटेग्यू चेम्सफ़ोर्ड सुधारों के बाद उत्तर प्रदेश कौंसिल के सदस्य निर्वाचित हुए और प्रदेश के स्वायत्त शासन विभाग के मंत्री बने। जगत नारायण मुल्ला 3 वर्ष तक वे [[लखनऊ विश्वविद्यालय]] के उपकुलपति भी रहे। हंटर कमेटी के सदस्य जब भारत में जलियांवाला बाग़ के हत्याकाण्ड सहित दमन का नया दौर शुरू हो गया था और इन घटनाओं की जाँच के लिए सरकार ने जो ‘हंटर कमेटी’ गठित की थी, उसके तीन भारतीय सदस्यों में एक जगत नारायण मुल्ला भी थे। इन तीनों ने कमेटी की रिपोर्ट में अपनी असहमति दर्ज की थी। == निधन == जीवन के अन्तिम वर्षों में जगत नारायण मुल्ला अस्वस्थ रहने लगे थे। इलाज के लिए [[स्विट्ज़रलैण्ड]] तक गए। बाद में 11 दिसम्बर 1938 को उनका देहान्त हो गया। ==सन्दर्भ== {{टिप्पणीसूची}} [[श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन]] [[श्रेणी:वकील]] [[श्रेणी:उत्तर प्रदेश के लोग]]'
सम्पादन से हुए बदलावों का एकत्रित अंतर देखिए (edit_diff)
'@@ -1,4 +1,7 @@ [[चित्र:Jagat Narayan Mulla.jpg|thumb|right|200px|सरकारी वकील जगतनारायण 'मुल्ला']] -'''पंडित जगत नारायण मुल्ला''' (जन्म- 14 दिसम्बर 1864 ई., कश्मीर; मृत्यु- 11 दिसम्बर 1938 ई.) अपने समय में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध [[वकील]] और सरकारी अभियोजक थे। 'मुल्ला' उनका उपनाम था। वें 3 वर्ष तक [[लखनऊ विश्वविद्यालय]] के [[उपकुलपति]] भी रहे। रिश्ते में जगत नारायण मुल्ला [[पंडित जवाहर लाल नेहरु]] के साले थे।<ref>[http://www.geni.com/people/Jagat-Narain-Mulla/6000000010515037188 Jagat Narain Mulla (1863 - 1938)]</ref> +'''पंडित जगत नारायण मुल्ला''' (जन्म- 14 दिसम्बर 1864 ई., कश्मीर; मृत्यु- 11 दिसम्बर 1938 ई.) अपने समय में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध [[वकील]] और सरकारी अभियोजक थे। 'मुल्ला' उनका उपनाम था। वें 3 वर्ष तक [[लखनऊ विश्वविद्यालय]] के [[उपकुलपति]] भी रहे। +पंडित जगत नारायण , पंडित मोती लाल नेहरू के भाई नन्द लाल नेहरू के समधी थे। +नन्दलाल नेहरू के पुत्र किशन लाल नेहरू का विवाह जगत नारायण की पुत्री स्वराजवती मुल्ला से हुआ था। +ref>[http://www.geni.com/people/Jagat-Narain-Mulla/6000000010515037188 Jagat Narain Mulla (1863 - 1938)]</ref> == परिचय == '
नया पृष्ठ आकार (new_size)
4569
पुराना पृष्ठ आकार (old_size)
4297
संपादन में आकार बदलाव (edit_delta)
272
सम्पादन में जोड़ी गई लाइनें (added_lines)
[ 0 => ''''पंडित जगत नारायण मुल्ला''' (जन्म- 14 दिसम्बर 1864 ई., कश्मीर; मृत्यु- 11 दिसम्बर 1938 ई.) अपने समय में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध [[वकील]] और सरकारी अभियोजक थे। 'मुल्ला' उनका उपनाम था। वें 3 वर्ष तक [[लखनऊ विश्वविद्यालय]] के [[उपकुलपति]] भी रहे। ', 1 => 'पंडित जगत नारायण , पंडित मोती लाल नेहरू के भाई नन्द लाल नेहरू के समधी थे।', 2 => 'नन्दलाल नेहरू के पुत्र किशन लाल नेहरू का विवाह जगत नारायण की पुत्री स्वराजवती मुल्ला से हुआ था।', 3 => 'ref>[http://www.geni.com/people/Jagat-Narain-Mulla/6000000010515037188 Jagat Narain Mulla (1863 - 1938)]</ref>' ]
सम्पादन में हटाई गई लाइनें (removed_lines)
[ 0 => ''''पंडित जगत नारायण मुल्ला''' (जन्म- 14 दिसम्बर 1864 ई., कश्मीर; मृत्यु- 11 दिसम्बर 1938 ई.) अपने समय में उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध [[वकील]] और सरकारी अभियोजक थे। 'मुल्ला' उनका उपनाम था। वें 3 वर्ष तक [[लखनऊ विश्वविद्यालय]] के [[उपकुलपति]] भी रहे। रिश्ते में जगत नारायण मुल्ला [[पंडित जवाहर लाल नेहरु]] के साले थे।<ref>[http://www.geni.com/people/Jagat-Narain-Mulla/6000000010515037188 Jagat Narain Mulla (1863 - 1938)]</ref>' ]
Whether or not the change was made through a Tor exit node (tor_exit_node)
false
बदलाव की Unix timestamp (timestamp)
1556197249