विलियम मेकपीस थैकरे
विलियम मेकपीस थैकरी (William Makepeace Thackeray / 1811 – 1863) उन्नीसवीं शताब्दी के अंग्रेजी के उपन्यासकार।
विलियम मेकपीस का जन्म कोलकाता में हुआ था। पिता की मृत्यु के उपरांत १८१७ में स्वदेश चला गया। शिक्षा चार्टरहाउस स्कूल और केब्रिज में हुई। एक वर्ष के भीतर ही विश्वविद्यालय छोड़कर यूरोप भ्रमण के लिये चला गया। लौटकर कानून का अध्ययन प्रारंभ किया, परंतु शीघ्र ही उसे भी छोड़कर पत्रकारिता की ओर ध्यान दिया। क्रमश: दो पत्रों का प्रकाशन प्रारंभ किया; परंतु दोनों असफल रहे। अब उसने चित्रकला के अध्ययनार्थ पेरिस और रोम की यात्रा की। पेरिस में १८३६ में इज़ाबेला शॉ से विवाह किया। अगले वर्ष इंग्लैंड लौटने पर उसने 'फ्रेजर्स मैंगज़ीन' में लिखना आरंभ किया। 'दि यलोप्लश पेपर्स' (१८३७-८); 'कैथरीन' (१८४०), 'दि ग्रेट हॉगर्टी डायमंड' (१८४१) और 'बैरी लिंडन' (१८४४) इसी पत्रिका में प्रकाशित हुए। परंतु प्रसिद्धि सर्वप्रथम 'पंच' नामक पत्रिका में प्रकाशित रचनाओं, विशेषकर; 'दि बुक ऑव स्नॉब्स' (१८४६-७), द्वारा प्राप्त हुई।
'बैनिटी फेयर' (१८४७-८) के प्रकाशन ने उसके जीवन में असली मोड़ ला दिया। इस असाधरण रचना के कारण वह फील्डिंग जैसे शीर्षस्थ अंग्रेजी उपन्यासकारों के समकक्ष हो गया और जीवित उपन्यासंकारों में चार्ल्स डिकेंस को छोड़कर उसका कोई प्रतिद्वंद्वी न रहा। अगला उपन्यास 'पेंडेनिस' (१८४८-५०) काफी अंशों में आत्मकथात्मक है। १८५१ में 'दि इंग्लिश ह्यूमरिस्ट्स ऑव दि एटीन्थ सेंचुरी' तथा १८५६ में 'फोर जॉर्जेज' पर उसने बड़े सफल भाषण दिए। ये भाषण क्रमश: १८५२ और १८५६ में उसने अमरीका में भी दिए। इस बीच 'हेनरी एस्मंड' (१८५२), जो संभवत: उसकी सर्वोत्कृष्ट रचना तथा अंग्रेजी का सर्वश्रेष्ठ ऐतिहासिक उपन्यास है तथा 'दि न्यूकम्स' (१८५३) प्रकाशित हो चुके हैं। 'दि वर्जीनियंस' (१८५७-९) 'एस्मंड' का ही उत्तर भाग है, परंतु उसमें थैकरे की कला का वैसा उत्कृष्ट रूप नहीं मिलता। १८६० में वह 'कॉर्नहिल मैंगज़ीन' का प्रधान संपादक बना, तथा उसमें 'लॉवेल दि विडोअर' (१८६०) और 'दि एडवेंचर्स ऑव फिलिप' (१८६१-२) प्रकाशित किए। 'दि राउण्ड अवाउंट पेपर्स' (१८६०-३) उन चित्ताकर्षक निबंधों का संग्रह है जो उसने इस पत्रिका में नियमित रूप से लिखे थे। अंतिम उपन्यास 'डेनिस डूबल' उसकी अचानक मृत्यु के कारण अधूरा रह गया, तथापि इसमें पुन: उसकी कला अपने सर्वोच्च शिखर पर दिखाई देती है।
कृतियाँ
[संपादित करें]List of works
[संपादित करें]- The Yellowplush Papers (1837) – ISBN 0-8095-9676-8
- Catherine (1839–40) – ISBN 1-4065-0055-0
- A Shabby Genteel Story (1840) – ISBN 1-4101-0509-1
- The Irish Sketchbook (1843) – ISBN 0-86299-754-2
- The Luck of Barry Lyndon (1844), filmed as Barry Lyndon by Stanley Kubrick – ISBN 0-19-283628-5
- Notes of a Journey from Cornhill to Grand Cairo (1846), under the name Mr M.A. Titmarsh.
- The Book of Snobs (1848), which popularised that term- ISBN 0-8095-9672-5
- Vanity Fair (1848) – ISBN 0-14-062085-0
- Pendennis (1848–1850) – ISBN 1-4043-8659-9
- Rebecca and Rowena (1850), a parody sequel of Ivanhoe – ISBN 1-84391-018-7
- The Paris Sketchbook (1840), featuring Roger Bontemps
- Men's Wives (1852) – ISBN 0-14-062085-1
- The History of Henry Esmond (1852) – ISBN 0-14-143916-5
- The Newcomes (1855) – ISBN 0-460-87495-0
- The Rose and the Ring (1855) – ISBN 1-4043-2741-X
- The Virginians (1857–1859) – ISBN 1-4142-3952-1
- Four Georges (1860-1861) - ISBN 978-1410203007
- The Adventures of Philip (1862) – ISBN 1-4101-0510-5
- Roundabout Papers (1863)
- Denis Duval (1864) – ISBN 1-4191-1561-8
- The Orphan of Pimlico (1876)
- Sketches and Travels in London
- Stray Papers: Being Stories, Reviews, Verses, and Sketches (1821-1847)
- Literary Essays
- The English Humorists of the eighteenth century: a series of lectures (1867)
- Lovel the Widower
- Ballads
- Christmas Books
- Samuel Titmarsh
- Miscellanies
- Stories
- Burlesques
- Irish Sketchbook volume 2
- Character Sketches
- Critical Reviews
- Second Funeral of Napoleon
श्रेणी:अंग्रेजी साहित्यकार