विद्युतचुम्बकीय निलम्बन

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जर्मनी की ट्रान्सरैपिड नामक चुम्बक-प्रोत्थापित रेलसेवा में विद्युतचुम्बकीय निलम्बन का उपयोग किया गया है। यहाँ देख सकते हैं कि 'रेलपथ' के नीचे एक चुम्बक चलता है, जिनके बीच के आकर्षण के कारण गाड़ी रेलपथ को बिना स्पर्श किए 'उड़ती हुई' चलती है। ध्यान दीजिए कि विद्युतचुम्बक और लौहचुम्बकीय पदार्थ के बीच केवल आकर्षण बल लग सकता हैल; तथा यहाँ यह आकर्षक बल रेलपथ के नीचे लग रहा है।

विद्युतचुम्बकीय निलम्बन (Electromagnetic suspension (EMS)), चुम्बकीय प्रोत्थापन की वह विधि है जिसमें किसी विद्युतचुम्बक द्वारा उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र को निरन्तर परिवर्तित करते हुए प्रोत्थापन प्राप्त किया जाता है। इसके लिए एक फीडबैक लूप कन्ट्रोल का उपयोग किया जाता है जो दो वस्तुओं (जैसे, गाड़ी और उसके 'रेल' के बीच की दूरी) के बीच की दूरी को एकसमान बनाए रखता है। अधिकांश स्थितियों में एक स्थायी चुम्बक के साथ एक विद्युतचुम्बक लगाया जाता है क्योंकि स्थायी चुम्बक में कोई विद्युत शक्ति नहीं खर्च करनी पड़ती है। वहीं विद्युत चुम्बक दूरी को बनाये रकहने में मदद करता है। केवल स्थाई चुम्बक से यह कार्य (फीडबैक कन्ट्रोल) नहीं हो सकता क्योंकि उसकी चुम्बकीय शक्ति (चुम्बकन) को परिवर्तित नहीं किया जा सकता।

सन्दर्भ[संपादित करें]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]