विद्यासागर सेतु
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विद्यासागर सेतु (दूसरा हावड़ा सेतु) | |
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निर्देशांक | 22°33′25″N 88°19′40″E / 22.5569°N 88.3278°E |
आयुध सर्वेक्षण राष्ट्रीय ग्रिड | [1] |
वहन | ६ लेन |
पार | हुगली नदी |
स्थान | कोलकाता,पश्चिम बंगाल |
रखरखाव | हुगली नदी सेतु आयुक्त |
लक्षण | |
डिज़ाइन | रज्जु कर्षण सेतु |
कुल लम्बाई | 823 मीटर (2,700 फीट) |
चौड़ाई | 35 मीटर (115 फीट) |
दीर्घतम स्पैन | 457.2 मीटर (1,500 फीट) |
सेतु फर्श के नीचे | 26 मीटर (85 फीट) |
इतिहास | |
खुला | १० अक्टूबर, १९९२ |
विद्यासागर सेतु (प्रचलित नाम: दूसरा हावड़ा ब्रिज) हुगली नदी पर कोलकाता से हावड़ा को जोड़ता हुआ सेतु है। यह सेतु टोल ब्रिज है, किंतु साइकिलों के लिए निःशुल्क है। यह अपने प्रकार के सेतुओं में भारत में सबसे लंबा और एशिया के सबसे लंबे सेतुओं में से एक है।
इस सेतु का नाम उन्नीसवीं शताब्दी के बंगाली समाज-सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर के नाम पर रखा गया है। इस सेतु के दोनों ओर ही नदी पर दो अन्य बड़े सेतु भी हैं:
- हावड़ा ब्रिज (रबिन्द्र सेतु)
- विवेकानंद सेतु
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विद्यासागर सेतु
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विद्यासागर सेतु
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]बाहरी सूत्र
[संपादित करें]- स्ट्रक्चरी आंकड़ों में दूसरा हुगली सेतु
- हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नर्स जालस्थल