विज्ञानपरता
विज्ञानपरता (scientism) वह मत है जो मानता है कि विज्ञान और वैज्ञानिक पद्धति विश्व और वास्तविकता के बारे में सच्चाई प्रस्तुत करने का सबसे अच्छा या एकमात्र तरीका है। [1] [2]
हालांकि इस शब्द की मूल पर्भाषा और अर्थ वर्तमान अर्थ से भिन्न थे। मूल रूप में इसे ऐसी प्रवृत्तियों के रूप में पारिभाषित किया गया था जो प्रायः प्राकृतिक वैज्ञानिकों की विशिष्टताएँ होतीं हैं। कुछ विद्वान एक निन्दनीय शब्द के रूप में भी ने इस शब्द का प्रयोग करते हैं, जिसका अर्थ मीमांसा के क्षेत्रों (जैसे दर्शनशास्त्र, सामाजिक विज्ञान और मानविकी) में "प्राकृतिक विज्ञान की विधियों की प्रभावकारिता पर अतिरंजित विश्वास" के रूप में लगाया जाता है। [3]
अवलोकन
[संपादित करें]कुछ विद्वानों ने फ्रांसिस बेकन को विज्ञानपरता के आरम्भिक पक्षधर के रूप में देखा है, [4] हालांकि यह एक आधुनिक दावा है क्योंकि बेकन एक कट्टर अंग्रेज (एंग्लिकन) थे, उन्होंने अपने निबंध में लिखा, "थोड़ा सा दर्शन मनुष्य के मन को नास्तिकता की ओर ले जाता है, लेकिन दर्शन की गहराई में जाने पर मनुष्य का मस्तिष्क धर्म में रमने लगता है।" [5]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]- विज्ञानवाद (भारतीय दर्शन की एक अवधारणा)
- ↑ "Glossary Definition: Scientism". www.pbs.org. 1999. मूल से 2000-10-11 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2022-07-30.
- ↑ Hietanen, Johan; Turunen, Petri; Hirvonen, Ilmari; Karisto, Janne; Pättiniemi, Ilkka; Saarinen, Henrik (July 2020). "How not to criticise scientism". Metaphilosophy. 51 (4): 522–547. डीओआइ:10.1111/meta.12443.
[Scientism can be divided] into four categories in terms of how strong (science is the only source of knowledge) or weak (science is the best source of knowledge) and how narrow (only natural sciences) or broad (all sciences or at least not only the natural sciences) they are.
- ↑ "Scientism". Meriam-Webster.com Dictionary. Merriam-Webster. अभिगमन तिथि April 6, 2021.
- ↑ Robinson, S.; Whitney, D.; Trepanier, L.; Corey, D.D.; Harter, N.W.; Havers, G.; Morrissey, C.S.; Segrest, S.P. (2019). Eric Voegelin Today: Voegelin's Political Thought in the 21st Century. Political Theory for Today. Lexington Books. पृ॰ 80. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4985-9664-0. अभिगमन तिथि 2023-02-11.
- ↑ Bacon, Francis (1625). The Essayes Or Counsels, Ciuill and Morall, of Francis Lo. Verulam, Viscount St. Alban (अंग्रेज़ी में). Iohn Hauiland.