विकिपीडिया:विकिसम्मेलन कोलकाता २०१९/रिपोर्ट/आर्यावर्त

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
प्रतिभागिता प्रतिवेदन पत्र

प्रतिभागी/Participant
सदस्य:आर्यावर्त
पत्र प्रस्तुतकर्ता


परिणाम/Outcome

विकिसम्मेलन २०१९ में आपका अनुभव कैसे रहा तथा सम्मेलन के अपने अनुभव से आपने क्या सीखा?
२०१९ के सम्मेलन का मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा। विशेषतः सभी विकिमित्रों से मिलना, ज्ञान और अनुभवों का आदानप्रदान ऐसी चीजें हैं जिनसे आपसी सहयोग बढ़ता है। मुझे प्रबंधकीय कार्यों पर प्रस्तुति देने का भी अवसर मिला जिससे साथी विकिमित्रों को लाभ हुआ होगा ऐसी उम्मीद करता हूँ। आयोजको से मैंने पारदर्शी आयोजन कैसे करें ये सीखा, आशीष जी, अनिरुद्ध जी और अजित जी से भाषा, मुखपृष्ठ, प्रबंधकीय, नीति विषयक बातें सीखने मिली जिससे मेरे ज्ञान में वृद्धि हुई है।
विकिसम्मेलन में अपने अनुभव से मिली सीख/निर्णयों को अमल में लाने के लिए आप अगले १२ महीनों में क्या करने की योजना बना रहे हैं?
  • विकि में पुनरीक्षण कार्यो हेतु सदस्यों को प्रशिक्षित करना।
  • निर्वाचित लेखों की समीक्षा में सहयोग देना।
  • पिछले साल मेरा मुख्य लक्ष्य साफसफाई और बुराइयो को हटाना, उनका प्रतिरोध करना था, इस साल मेरा लक्ष्य सदस्यों में प्रेमभाव, आपसी सहयोग बढ़ाना है। क्यों न हम सब एक टीम की तरह कार्य करें?
  • विकि में नए नए उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।
  • खेद के साथ कहना पड़ता है कि साथी सदस्यों के पूर्ण सहयोग के अभाव में अब से कोई लेख प्रतियोगिता का आयोजन मेरे द्वारा नहीं किया जाएगा।

समीक्षा/Review

सम्मलेन के आयोजन के साथ आपका अनुभव कैसे रहा?

मीठा, तीखा और कड़वा भी!
आपके अनुसार इस सम्मलेन की कौनसी बातें अच्छी रहीं?
  • आयोजको की पारदर्शिता। हिसाबों को सार्वजनिक करने हेतु कदम बढ़ाना।
  • सम्मेलन के एजेंडा से लेकर निवास, भोजन आदि सभी व्यवस्था अच्छी थी।
  • सभी मित्रों को मिलना अच्छा लगा।
  • कलकत्ता दर्शन
आपके अनुसार सम्मलेन में कौनसी चीज़ें और बेहतर तरीके से की जा सकती थीं?
  • सत्र में पूरा समय छात्रों को प्रशिक्षित करने के बदले विकिपीडियनों को विकि के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पर्याप्त समय दिया जा सकता था।
  • कलकत्ता दर्शन की व्यवस्था कर सकते थे जिससे ऐसे स्थलों के लेख बनाये जा सकें।
  • सम्पादनोत्सव कर सकते थे।
  • सभी प्रतिभागियों के आगमन प्रस्थान स्थान के अंतर के अनुसार खर्च का पूर्व अंदाजा लगा सकते थे।
  • अंतर्जाल के लिए पूर्व से व्यवस्था की जाँच कर सकते थे।
  • प्रतिभागियों को उनके वास्तविक खर्च की रकम भी पूरी नहीं दी गई है। किसी भी प्रतिभागी के साथ ऐसा न हो इसकी जिम्मेदारी आयोजकों की थी।
  • छोटी रकम जिसके बिल मिलने सम्भव नहीं थे उनके लिए वाउचर बनाकर खर्च की वापसी कर सकते थे, रकम वापस ही न देने से ये बेहतर था।
  • आयोजक प्रतिभागियों को उनके वास्तविक खर्च की वापसी में मानवीय अभिगम रख सकते थे।

अन्य कुछ खास/Anything special

सम्मलेन में अपने अनुभव के बारे में क्या आप आयोजकों और समुदाय के साथ कुछ और साँझा करना चाहते हैं?
आयोजको से विनंती करूंगा कि सम्मेलन में लिए गए निर्णयों की पूर्ति पर विशेष ध्यान दें।