वाल्मीकि जाति

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वाल्मीकि मूल रूप से दलित(द्रविड़) समुदाय है[1] [2]आदि धर्म (वाल्मीकि धर्म) को मानने वाली एक जाति व समुदाय है[3][4][5]। इनका पारम्परिक काम शिक्षित होना, खोज करना, युद्ध कार्य करना रहा है। वाल्मीकि समाज के अन्य नाम हेला,डोम, हलालखोर,लालबेग, भंगी, चूहड़ा, बांसफोड़, मुसहर, नमोशूद्रा, मातंग, मेहतर, महार, सुपच, सुदर्शन, मज़हबी, गंगापुत्र, नायक, बेदा, बोया, हंटर, कोली आदि भारत के अलग अलग राज्यों में इन नामों से भी जाना जाता है[6]

पंजाब में बसे मजहबी को भी इनका भाग माना जाता है जो सिख धर्म के अनुयायी हैं।[7] वाल्मीकि नाम वाल्मीकि से लिया गया है जिन्हें ये समुदाय अपना गुरू मानता है। वाल्मीकि समुदाय के लोग भगवान वाल्मीकि जी को ईश्वर का अवतार मानते हैं तथा उनके द्वारा रचित श्रीमद रामायण तथा योगवासिष्ठ को पवित्र ग्रन्थ मानते हैं।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "पंजाब में दलितो का अनोेखा आंदोलन, नाम के आगे लगा रहे हैं दैत्य-राक्षस जैसे सरनेम | Punjab dalits opting dravidian identity as a part of their andolan". Patrika News. 2018-07-06. अभिगमन तिथि 2022-03-26.
  2. "Jai Valmeki,Yogima,Yogamrit,Aadhas, Aadi Dharam | Aadhas Bharat". www.aadhasbharat.com. अभिगमन तिथि 2022-03-26.
  3. hindi, news18 (2018-07-16). "पंजाब के दलित समाज में 'रावण राज', सैकड़ों दलित परिवारों ने हिंदू धर्म छोड़ा". news18 hindi. अभिगमन तिथि 2022-03-27.
  4. indiatimes, timesofindia; indiatimes; Ist, 10:32 (2018-07-06). "dalit: In Punjab, a dalit movement to embrace Dravidian identity | Ludhiana News - Times of India". The Times of India (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2022-03-26.
  5. navbharat, times. "पंजाब में दलित अपना रहे द्रविड़ पहचान, नाम के आगे लगा रहे दैत्य, दानव जैसे उपनाम". navbharattimes. टाइम्स न्यूज नेटवर्क. अभिगमन तिथि 26 मार्च 2022.
  6. "Vicky Devantak". www.facebook.com. अभिगमन तिथि 2022-03-22.
  7. The Oxford Handbook of Sikh Studies. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस. 2014. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780191004117.

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