वार्ता:2020 उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगे

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4 अप्रैल वाले version को पुनः स्थापित किया[संपादित करें]

रोहित साव27 महोदय, अपने मेरी एडिटिंग को बिना किसी बात के हटा दिया , आपने हटाने का कोई कारण भी नहीं लिखा, कृपया कारण बताने का कष्ट करें. मैंने इस दंगे वाले पेज से बिना स्त्रोत वाली जानकारी को हटाया है, कुछ लोगो ने अपने मन से अनाप शानाप लिख रखा था जिसे मैंने ठीक किया, और 4 अप्रैल वाले version को स्थापित किया. और मैंने अंग्रेजी विकिपीडिया का भी अनुवाद डाला है , स्त्रोत सहित. कृपया स्त्रोत पढ़ें और उसके बाद बताये मुझे, अगर मुझसे कोई गलती हुई हो. अगर आप एडिटिंग से संतुष्ट नहीं हैं तो पहले मुझे बताएं, मैं स्वयं ठीक करने को तैयार हूँ. आशा है आप सहयोग करेंगे और बातचीत करेंगे एडिट को बदलने से पहले. धन्यवाद. Pratap Pandit (वार्ता) 23:33, 18 मई 2020 (UTC)[उत्तर दें]

  • Pratap Pandit जी सकारात्मक योगदान के लिए धन्यवाद। आपके योगदान को पूर्ववत करने का यही कारण था कि आपने पुराने बातों को हटाकर नवीन चीजों को जोड़ा किन्तु आपने जो उनके लिए स्रोत दियें उनमें से कई स्रोत विश्वसनीय नहीं थें।---रोहित(💌) 06:23, 19 मई 2020 (UTC)[उत्तर दें]
  • महोदय मैंने 4 अप्रैल वाले version को पुनः स्थापित किया है, इस सूचना में कुछ भी विवादास्पद नहीं है. अंग्रेजी विकिपीडिया में भी यही लिखा गया है. हिंदी के आर्टिकल में मैंने सिर्फ एक नया वाक्य डाला है जो की अंग्रेजी विकिपीडिया से अनुवादित वाक्य है. आपने बताया है की मेरे द्वारा डाले गए स्त्रोत विश्वशनीय नहीं है. कृपया ऊपर वाली लिंक पुनः चेक करे, आप पाएंगे की मैंने जो नए स्त्रोत डाले है वो washingtonpost एवं newyorktimes है. आपको मालूम होना चाहिए की दोनों ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशांशित एवं विश्वशनीय स्त्रोत हैं. अतः मैं आपसे सहमत नहीं हूँ की मेरे स्त्रोत विश्वसनीय नहीं हैं. क्या आप मेरे जवाब को पढने के बाद भी मेरे एडिट को हटाना की आकांक्षा रखते हैं ? यदि हाँ तो मुझे बताएं की हमारी इस आपसी विवाद को कैसे सुलझाया जाए. धन्यवाद. --Pratap Pandit (वार्ता) 07:18, 19 मई 2020 (UTC)[उत्तर दें]

Pratap Pandit जी ज़रूर मैं आपकी सहायता के लिए हमेशा तैयार हूँ। जैसा कि मैंने कहा आपके कुछ स्रोत मुझे विश्वसनीय नहीं लगें उदाहरण यह स्रोत।---रोहित(💌) 08:22, 19 मई 2020 (UTC)[उत्तर दें]

Washington Post एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित समाचार पत्र है. मुझे नहीं लगता की मुझे उसके बारे में कुछ भी बताने की जरुरत है. अगर आप इससे वाकिफ नहीं हैं तो मैं आपसे निवेदन करूँगा की आप इसके बारे में थोडा पता कर लें. मैं आपसे निवेदन करूँगा की भविष्य में किसी भी एडिट को इस बात पर पूर्ववत ना करें, क्योंकि उसने washington post का स्त्रोत के रूप में प्रयोग किया है. आप अपनी जानकारी के आभाव में, एक मददगार एडिटर को उसके सकारात्मक एडिट को पूर्ववत करके हतोत्साहित कर देंगे. आशा है अब आप मेरे दंगा आर्एटिकल के एडिट को पूर्ववत नहीं करेंगे. आशा है की आप भविष्य में भी एडिटिंग से सम्बंधित समस्या के समाधान में मेरी सहायता करेंगे. सधन्यवाद. --Pratap Pandit (वार्ता) 09:38, 19 मई 2020 (UTC)[उत्तर दें]
रोहित साव27, जी आपने पुनः से गलत सुचना को लेख में रहने दिया, कृपया बिना स्त्रोत के सुचना डालने वालों पर उचित कार्यवाही करें, मैंने दुबारा डाली हुई सूचना को हटा दिया है. सिर्फ दो लोगों के नाम लेख में डालना उचित नहीं है, कोई स्त्रोत भी नहीं दिया गया.Pratap Pandit (वार्ता) 14:27, 20 मई 2020 (UTC)[उत्तर दें]
Rahul21bansal जी, कृपया बिना स्त्रोत के सुचना न डालें, अगर कोई विवाद है तो उसे वार्तालाप से सुलझाएं. रोहित साव27 जी इस सदस्य पर नज़र रखिए, एवं आवश्यक कार्यवाही करें. --Pratap Pandit (वार्ता) 10:40, 23 मई 2020 (UTC)[उत्तर दें]
रोहित साव27 मैंने आपके द्वारा किए बदलाव 4735635 को पूर्ववत किया "मृतकों में ..... जिन्हें गोली मार दी गई थी या मार दिया गया था" , इसका मतलब एक ही है . तीन बार लिखने के ज़रूरत नहीं है Pratap Pandit (वार्ता) 14:19, 2 जून 2020 (UTC)[उत्तर दें]

आप लोग गलत जानकारी फैला रहे हो , क्या है ये वाशिंगटन न्यूज़ ये हमेसा से भारत की गलत छवि प्रकाशित की, हिन्दू विरोधी न्यूज़ बनाते है। मुझे इस पर विश्वास नहीं। जितने भी स्रोत डाले गए है , एक भी विश्वसनीय नहीं है। कृपया पुलिस चार्जशीट के अनुसार संपादन करे ना की राष्ट्र विरोधी तत्वों के आधार पर, हमारे देश की जानकारी हमारे लोकल न्यूज़ को ज्यादा पता है , जो ग्राउंड पे काम करते , कुछ लोगो के प्रोपोगेंडा का उजागर करते है। बहुत लोग है इस देश में और मीडिया में भी जो हमेसा हिन्दू विरोधी रहे है। यह भी हिंदी विरोधी दंगे को मुस्लिम विरोधी दंगा बता कर प्रोपोगेंडा चला रहे है। कपिल मिश्रा का नाम बार बार बोला गया था पर क्या अपने उनका कही बातो को सुना है उसमे कही भड़काने वाले शब्द नहीं है। हर्ष मंदर और सर्जिल इमाम और इन् जैसे लोगो का जिक्र तक नहीं है कही , जिसने भी ये संपादन किया है वो बताने का कष्ट करे इसके लिए कितने पैसे मिले है ? ऐसी गलत अफवाह फ़ैलाने के लिए

ये विकीपीडिया ग़लत मुस्लिमो द्वारा की गई दंगे को हिंदुओं द्वारा की गई दिखाया है जबकि सभी को पता है ये NRC और CAA की वजह से दंगा हुआ था अब CAA से हिंदुओं को तो कोई दिक़्क़त थी दिक़्क़त थी तो मुसलमानों को थी सड़क पे वे थे देश में कई जगह दंगा उन्होंने किया था … सो दंगाई मुस्लिम थे ना की हिंदू …

The given facts are not true full or authenticate in this riot Hindus are beaten, Hindus are merciful and humanity loving person 2409:4085:9E1A:E4DA:3EB8:850B:90C3:8501 (वार्ता) 13:58, 19 मार्च 2024 (UTC)[उत्तर दें]