वार्ता:बाघा जतीन

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बाघा यतीन विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से यहां जाईयें: नेविगेशन, ख़ोज सरदार वल्लभ भाई पटेल 7 दिसंबर 1879 – 10 सितंबर 1915

यतींद्रनाथ मुखर्जी उपनाम : बाघा जतीन जन्मस्थल : कयाग्राम, कुष्टिया जिला बांग्लादेश मृत्युस्थल: बलसोड़,उड़ीसा आन्दोलन: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम प्रमुख संगठन: युगांतर बाघा यतीन ( बांग्ला में বাঘা যতীন (उच्चारणः बाघा जोतिन) ( ०७ दिसम्बर, १८७९ - १० सितम्बर , १९१५) के बचपन का नाम यतीन्द्रनाथ मुखर्जी (यतीन्द्रनाथ मुखोपाध्याय) था। वे ब्रिटिश शासन के विरुद्ध कार्यकारी दार्शनिक क्रान्तिकारी थे। वे युगान्तर पार्टी के मुख्य नेता थे। युगान्तर पार्टी बंगाल में क्रान्तिकारियों का प्रमुख संगठन थी।

अनुक्रम [छुपाएँ] १ प्रारंभिक जीवन २ क्रांतिकारी जीवन ३ अंतिम समय ४ सन्दर्भ ५ वाह्य सूत्र


[संपादित करें] प्रारंभिक जीवन यतींद्र नाथ मुखर्जी का जन्म जैसोर जिले में सन् १९७९ ईसवी में हुआ था। पाँच वर्ष की अल्पायु में ही उनके पिता का देहावसान हो गया। माँ ने बड़ी कठिनाई से उनका लालन-पालन किया। १८ वर्ष की आयु में उन्होंने मैट्रिक पास कर ली और परिवार के जीविकोपार्जन हेतु स्टेनोग्राफी सीखकर कलकत्ता विश्वविद्यालय से जुड़ गए। वह बचपन से हई बड़े बलिष्ठ थे। सत्यकथा है कि २७ वर्ष की आयु में एक बार जंगल से गुजरते हुए उनकी मुठभेड़ एक बाघ (रॉयल बेन्गाल टाइगर) से हो गयी। उन्होंने बाघ को अपने हंसिये से मार गिराया था। इस घटना के बाद यतीन्द्रनाथ "बाघा जतीन" नाम से विख्यात हो गए थे।[१]


[संपादित करें] क्रांतिकारी जीवन उन्हीं दिनों अंग्रेजों ने बंग-भंग की योजना बनायी।