वार्ता:उमर

पृष्ठ की सामग्री दूसरी भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

हज़रत उमर के चमत्कार

(1) एक दिन नील नदी सुख गई जिससे लोगों की ज़िंदगी पर फर्क पढ़ने लगा जैसे उमर (रअ) को पता चला आपने अपने लोगो को नील नदी पर भेजा और कहा नदी से कहो हम को उमर ने भेजा है अगर तुम अल्लाह के हुक्म से सुखी हो तो ठीक है वरना हम को तेरी कोई ज़रूरत नहीं और नदी बहने लग गई और आज तक बहे रही है।