वार्ता:अरफ़ात पहाड़

पृष्ठ की सामग्री दूसरी भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

स्थानान्तरण अनुरोध 17 जनवरी 2023[संपादित करें]

नीचे इस पृष्ठ के स्थानान्तरण अनुरोध पर हुई चर्चा का परिणाम है।कृपया इसे न बदलें अन्य चर्चायें नीचे नए अनुभाग बना कर की जा सकती हैं। इस चर्चा में कोई परिवर्तन न करें।

स्थानान्तरण अनुरोध का परिणाम निम्नलिखित रहा: स्थानान्तरण किया गया☆★संजीव कुमार (✉✉) 09:41, 19 फ़रवरी 2023 (UTC)[उत्तर दें]


माउंट अराफातअरफ़ात पहाड़ – इंग्लिश विकी से अनुवाद में नाम वोही इंग्लिश वाला दे दिया गया है, जबकि हिन्दी में प्रचलित नाम 'अराफात पहाड़' और 'अराफात पर्वत' हैं। [1] [2][3] M. Umar kairanvi 07:15, 17 जनवरी 2023 (UTC)

 References
  1. Singh, Nidhi (8 जुलाई 2022). "हज 2022: मीना में एक दिन बिताने के बाद, तीर्थयात्री अराफात पर्वत". jantaserishta.com.
  2. "अराफात की पहाड़ी पर जुटे हज यात्री, सूर्यास्त के बाद मुजदलिफा की ओर होंगे रवाना". Dainik Jagran.
  3. "हज यात्रा समापन की ओर, अराफात पर्वत पर पहुंचे 20 लाख से अधिक हाजी". Navbharat Times.
@Umarkairanvi जी: आपके द्वारा दिये गये स्रोतों में "अराफात पर्वत" अथवा "अराफात का पहाड़" लिखा है। तो मेरे हिसाब से अराफात पर्वत उचित रहेगा।☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:06, 16 फ़रवरी 2023 (UTC)[उत्तर दें]
@संजीव कुमार, जी: पर्वत भी उचित रहेगा लेकिन पहाड़ अधिक उचित रहेगा क्योंकि एक तो लेख में ही पहाड़ी और पहाड़ लिखा गया दुसरे वहीं पास में उहद पहाडी है तो एक पर्वत दूसरा पहाड़ ठीक नहीं लगेगा तीसरी बात यह आकार में छोटा है जबकि पर्वत में विशालता का आभास होता है, चौथी बात जिन लोगों से संबंधित है वो पहाड़ शब्द का प्रयोग अधिक करते हैं।
पहले माउन्ट पे बात थी अब नई बात सामने आयी शब्द 'अराफात' ही ग़लत दिया जा रहा, मैं ने अनुरोध में बदल दिया अरफ़ात عرفات कर दिया, लेख में संदर्भ दे दिए इधर भी देखें -
1- https://tanzil.net/#trans/hi.farooq/2:198 कुरआन 2:98] कुरआन के अनुवाद में अराफात नहीं अरफ़ात है।
2-[प्रोफेसर जियाउर्रहमान आज़मी पुस्तक 'कुरआन मजीद की इन्साइक्लोपीडिया' अरफ़ात https://archive.org/details/1.2_20211230_202112/page/78/mode/2up]
3-[मुफ़्ती असरारुल हक़,पुस्तक 'उमरह और हज का आसान क्रमबद्ध तरीक़ा' (अरफात के मैदान मे जाएं )|url=https://archive.org/details/1.2_20211230_202112/page/78/mode/2up]
मेरा अनुरोध है 'अरफ़ात पहाड़' कर दें, पहाड़ में बिंदी रहेगी या नहीं वो आप बहतर जानते हैं।
धन्यवाद 📚 M. Umar kairanvi (वार्ता) 10:37, 16 फ़रवरी 2023 (UTC)[उत्तर दें]
@Umarkairanvi जी: मेरे अनुसार "पहाड़" और "पहाड" में नुक्ता वाला अर्थात् "पहाड़" सही है। मुझे अरफ़ात अथवा अराफात में समस्या नहीं है। मैंने आपसे एक और प्रश्न पूछा था जिसके अनुसार पहाड़ शब्द के प्रयोग से पहले "का" उपयोग है। आप एकबार "अरफ़ात पहाड़" और "अरफ़ात का पहाड़" के अन्तर को समझें और इनमें एक का सुझाव दें। आपके द्वारा दिये गये स्रोतों के अनुसार "अरफ़ात का पहाड़" होना चाहिए। ☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:03, 17 फ़रवरी 2023 (UTC)[उत्तर दें]
@संजीव कुमार जी: मैंने अंतर को समझा है इस में 'का' प्रयोग उचित नहीं है, इस लिए अनुरोध है कि अरफ़ात पहाड़ कर दीजिये, पिछले दिए स्रोत माउंट को बदलने के थे, उचित नाम के लिए नये उपरोक्त विश्वसनीय संदर्भों के प्रकाश में अरफ़ात पहाड़ कर दीजिये। 📚 M. Umar kairanvi (वार्ता) 08:48, 17 फ़रवरी 2023 (UTC)[उत्तर दें]
@Umarkairanvi जी: मैं एकबार पुनः मेरे प्रश्न को थोड़ा विस्तारित करके लिख रहा हूँ। शायद अभी भी आप मेरा बिन्दू समझ नहीं पाये। आपने जो स्रोत दिये हैं उनके अनुसार पहाड़ का नाम अरफ़ात नहीं है। उस स्थान का नाम अरफ़ात है जहाँ पर पहाड़ स्थित है। सामान्यतः पर्वतमाला बड़ी होती है अतः उसका विशेष नाम होता है लेकिन पहाड़ अथवा पहाड़ी के विषय में उसका अलग से नाम होने के स्थान पर उस जगह के नाम से उन्हें पुकारा जाता है। उपरोक्त के विषय में भी स्रोतों से जो मैं समझ पा रहा हूँ, वो ऐसे है कि उस स्थान/क्षेत्र का नाम अरफ़ात है अतः इस पहाड़ी का भी विशेष रूप से अलग नाम होने के स्थान पर उस जगह से जुड़ा हुआ नाम है अतः मेरी समझ के अनुसार हिन्दी में इसे "अरफ़ात का पहाड़" लिखना उचित होगा। आपका कोई स्रोत मेरे उपरोक्त कथनों का विरोधाभाषी हो, तो बताइयेगा। ☆★संजीव कुमार (✉✉) 10:51, 17 फ़रवरी 2023 (UTC)[उत्तर दें]
@संजीव कुमार जी, कोई स्रोत विरोधाभाषी नहीं इस लिए आप 'का' प्रयोग कर सकते हैं।
लेकिन मैं ने कल और आज इस विषय पर पढ़ा तो जाना कि:
(1) अरफ़ात शब्द उर्दू विकि और वेबसाइट के अनुसार अरबी में ऊंची और नुमायां जगह को कहते हैं इसलिए इस पहाड़ी का नाम यही पड़ गया।
अर्थ देखें
आली रुत्बा वाली, ऊंचा, आला, बलंद मर्तबा, बाला अर्थात अरफ़ात ये स्वयं पहाड़ी है ना कि आसपास का इलाका। इस ऊंची जगह पर आदम हव्वा के मिलन की कथा से भी नाम है,, आसपास का इलाका अरफ़ात का मैदान इसी के कारण कहलाता है। जब यह खुद अरफ़ात है तो 'का' लगाने से दूसरे का होता है, लोहे का, सोने का आदि। का के साथ अनुचित है, अरफ़ात पहाड़ उचित है।
2- विश्वसनीय स्रोत
भुवन वाणी के क़ुरआन अनुवाद में ऐसे लिखा 'अरफ़ात (पहाड़)
अर्थात का बीच में नहीं
3- अगर इसका दूसरा नाम 'जबले रहमत' अर्थात रहमत का पहाड़ दिया जाता तो का का प्रयोग उचित था।
4- Mount arafat को किसी भी विकि भाषा में इसके लिये 'का' का प्रयोग नहीं हुआ।
आप मुझसे अधिक जानते हैं, वार्ताओं में देखता हूँ आपका निर्णय अधिकतर सही होता है, इस लिए अरफ़ात पहाड़ या अरफ़ात का पहाड़ फाइनल कर दीजिए। धन्यवाद 📚 M. Umar kairanvi (वार्ता) 08:47, 18 फ़रवरी 2023 (UTC)[उत्तर दें]

ऊपर हुई चर्चा एक स्थानान्तरण अनुरोध का पुरालेख है। इसमें कोई बदलाव न करें आगे की चर्चाएँ, नीचे नए आनुभाग बना कर शुरू की जा सकती हैं, इस अनुभाग में कोई बदलाव नहीं किया जाना चाहिए