लैंगिक वैषम्य

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लैंगिक वैषम्य एक सामाजिक घटना है जिसमें लिंग के आधार पर लोगों के साथ समान व्यवहार नहीं किया जाता है। जीव विज्ञान, मनोविज्ञान, या समाज में प्रचलित सांस्कृतिक मानदण्डों में भेद से व्यवहार उत्पन्न हो सकता है। इनमें से कुछ भेद अनुभवजन्य रूप से आधारित हैं, जबकि अन्य सामाजिक निर्माण प्रतीत होते हैं। जबकि विश्वभर में उपस्थित नीतियाँ व्यक्तियों के मध्य वैषम्य का कारण बनती हैं, यह महिलाएँ हैं जो सर्वाधिक प्रभावित होती हैं। लैंगिक वैषम्य स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यावसायिक जीवन जैसे कई क्षेत्रों में महिलाओं को दुर्बल करती है। [1] लैंगिक वैषम्य विभिन्न संस्कृतियों में विभिन्न तरह से अनुभव की जाती है और अद्वैत लोगों को भी प्रभावित करती है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. DEMIRGOZ BAL, Meltem. "TOPLUMSAL CİNSİYET EŞİTSİZLİĞİNE GENEL BAKIŞ".