लाल शैवाल

लाल शैवाल या रोडोफ़ाइटा (/ r oʊ ˈd ɒ f ɪ t ə /, / ˌ r oʊ d ə ˈ f aɪ t ə / प्राचीन ग्रीक ῥόδον (rhódon) में इसका अर्थ गुलाब और φυτόν (phutón) का अर्थ पौधा है। इस प्रकार के में कई झिल्ली-बद्ध केंद्रक और कोशिकांग एक साथ समुह में रहते हैं। लाल शैवाल की लगभग 7,000 से अधिक अलग-अलग प्रजातियाँ और 900 से अधिक वंशज पाए जाते हैं। इन प्रजातियों में से अधिकांश लगभग 6,793 बहुकोशिकीय लाल शैवाल वर्ग से संबंधित हैं। लाल शैवाल की लगभग 5% प्रजातियाँ समुद्री वातावरण में भी पाई जाती हैं और पारिस्थितिकी में योगदान देती हैं
इनके कोशिकाओं में फाइकोबिलि प्रोटीन नामक सहायक वर्णक उपस्थित होते हैं, जो इन्हें लाल, गुलाबी, बैंगनी, हरे तथा अधिक गहराई में काले रंग तक बना देते हैं। अधिकांश लाल शैवाल बहुकोशिकीय और स्थूलदर्शी होते हैं। ये कैल्शियम कार्बोनेट का स्रवण करते हैं और समुद्रतल में प्रवाल भित्तियों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उपयोग
[संपादित करें]लाल शैवाल का उपयोग पोषण, औषधीय पदार्थों के निर्माण के रूप में प्राचीन काल से होता आ रहा है। इनमें विभिन्न प्रकार के प्रोटीन, विटामिन तथा आवश्यक वसीय अम्ल पाए जाते हैं। [1][2]परंपरागत रूप से लाल शैवाल को कच्चा, सलाद, भोजन और मसालों में उपयोग किया जाता है। लाल शैवाल की अधिकांश प्रजातियाँ पोर्फाइरा वंश से संबंधित है, जिन्हें विभिन्न देशों में अलग नामों से जाना जाता है—जापान, में नोरी। कोरिया में ज़िकाई इस प्रकार लाल शैवाल पोषण, स्वास्थ्य तथा वैश्विक खाद्य परंपराओं का महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं।
यह भी देखें
[संपादित करें]संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ मैकआर्टेन, पी॰; गिल, सी॰आई॰आर॰; ब्रूक्स, एम॰; कैंपबेल, आर॰; रोलैंड, आइ॰ आर॰ (2007). "समुद्री शैवाल खाद्य के पोषण मूल्य". पोषण समीक्षा. 65 (12): 535–543. डीओआई:10.1111/j.1753-4887.2007.tb00278.x. पीएमआईडी 18236692. एस2सीआईडी 494897.
- ↑ बेकर, ई॰ डब्ल्यू॰ (मार्च 2007). "प्रोटीन के स्रोत के रूप में सूक्ष्म शैवाल". जीव-प्रौद्योगिकी में उन्नति. 25 (2): 207–210. डीओआई:10.1016/j.biotechadv.2006.11.002. पीएमआईडी 17196357.