लाड़ली लक्ष्मी योजना

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ग्वालियर की महापौर समीक्षा गुप्ता और शिवराज सिंह चौहान, लाड़ली लक्ष्मी योजना के एक कार्यक्रम में

लाड़ली लक्ष्मी योजना, मध्य प्रदेश सरकार की एक योजना है, जिसका लक्ष्य एक लड़की के जन्म के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाना और शैक्षिक और आर्थिक स्थिति में सुधार के माध्यम से लड़कियों के भविष्य की दृढ़ नींव रखना है। इस योजना का उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2007 में किया था,[1] जिसके बाद छह अतिरिक्त राज्यों में भी इसे इसे लागु किया गया है।[2]

• इस योजना से बालिका को सरकार द्वारा 1 लाख 43 हजार रूपये की राशि दी जाती है यह राशि बालिका को किस्तों में दी जाती है. • इस योजना से बालिका को कक्षा 6वीं में एडमिशन लेने पर 2000रूपये की राशि दी जाती हो और कक्षा 9वीं में 4000 रूपये तथा कक्षा 11वीं में 6000 की राशि एडमिशन में प्राप्त होती है और कक्षा 12 में प्रवेश लेने पर बालिका को फिर 6000 रूपये की राशि दी जाएगी. • 12वीं कक्षा के बाद लाडली लक्ष्मी योजना से आवेदक बालिका को ग्रेजुएशन के प्रथम और दुसरे वर्ष में 25000 रूपये की राशि दी जाएगी. • इस योजना से बालिका को आगे की और पढ़ाई के लिए पैसा सरकार द्वारा दिया जाएगा अगर बालिका अपनी पढ़ाई को आधे में छोड़ देती है तो इस योजना का लाभ मिलना बंद हो जाएगा. • इस योजना के अनुसार बालिका की आयु 21 वर्ष पर और बालिका का विवाह शासन द्वारा निर्धारित आयु के बाद होना पर सरकार से लाभार्थी बालिका को 1 लाभ रूपये की राशि प्रदान की जाएगी. Read More [3]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Published: Wednesday, May 2, 2007, 21:08 [IST] (2007-05-02). "ladli Lakshmi Yojana in MP - News Oneindia". News.oneindia.in. मूल से 24 दिसंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-02-02.सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
  2. "Six big states emulate Madhya Pradesh's Ladli Laxmi Yojna". Central Chronicle. 2012-08-27. मूल से 1 फ़रवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-02-02.
  3. Outlook Publishing (7 July 2008). Outlook. Outlook Publishing. पपृ॰ 88–89. मूल से 11 जनवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 June 2013.

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]