लक्ष्मी विलास महल
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लक्ष्मी विलास महल गुजरात के बड़ोदरा नगर में स्थित एक महल है जिसका निर्माण १८९० ई० में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय ने कराया था जो यहाँ के शासक थे। इसका मुख्य वास्तुकार चार्ल्स मान्ट (Major Charles Mant) था। उस समय इसके निर्माण की लागत २५ लाख रुपये आयी थी। यह यह भारतीय-सरैसेनिक रिवाइवल आर्किटेक्चर की एक असाधारण इमारत है।
यह अब तक का सबसे बड़ा निजी आवास है और बकिंघम पैलेस के आकार का चार गुना है। निर्माण के समय में यह सबसे आधुनिक सुविधाओं जैसे एलीवेटर और इंटीरियर को बड़े यूरोपीय देश के घर की याद दिलाती है। यह शाही परिवार का निवास है, जो बड़ौदा के निवासियों द्वारा उच्च सम्मान में आयोजित किया जाता है।[1]
पहले यह एक सरकारी भवन के रूप में उपयोग में लाया जाता था और इसे 'सरकार वाडा' कहते थे।
चित्रदीर्घा
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लक्ष्मीविलास महल, १८९० में
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लक्ष्मीविलास महल का पुस्तकालय, 1890 का फोटो
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दरबार हाल और सिंहासन
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दरबार हाल और उसमें रखीं कलाकृतियाँ
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "संग्रहीत प्रति". Archived from the original on 28 अप्रैल 2017. Retrieved 13 मई 2017.