रितेश अग्रवाल

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रितेश अग्रवाल
जन्म 2016 नवम्बर १९९३ (१९९३-11-2016) (आयु 30)
बिसम कटक,रायगड़ा
आवास गुरुग्राम
कार्यकाल २०१२–present
पदवी मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक

रितेश अग्रवाल (जनम १६ नवंबर १९९३) एक भारतीय-आधारित उद्यमी हैं। वह ऑनलाइन होटल व्यवसाय से जुड़ी कंपनी ओवाईओ रूम्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और संस्थापक हैं।[1][2][3] २०१३ में, उन्हें थिल फैलोशिप के २० अंडर २० के लिए चुना गया था। उन्हें कंज्यूमर टेक सेक्टर में फोर्ब्स 30 अंडर 30 में शामिल किया गया है और टाटा फर्स्ट डॉट में २०१३ के शीर्ष ५० उद्यमियों में से एक का नाम दिया गया है।[4]

प्रारंभिक जीवन और व्यवसाय[संपादित करें]

रितेश का जन्म ओडिशा के बिसम कटक गाँव में हुआ था और वे कोटा, राजस्थान में पले-बढ़े। उन्होंने अपना स्कूल सेक्रेड हार्ट स्कूल, रायगड़ा से पूरा किया। उन्होंने दिल्ली में इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस एंड फाइनेंस में भाग लिया लेकिन अपनी कंपनी शुरू करने के लिए बाहर हो गए[5]। वह OYO रूम्स की नींव से पहले सिम कार्ड बेचता था।[6] 2013 में, उन्होंने 19 साल की उम्र में कंपनी OYO रूम्स की शुरुआत की।[4][1]

पुरस्कार और मान्यता[संपादित करें]

२०१३: थिएल फ़ेलोशिप के २० अंडर २० के लिए चयनित[4]

२०१३: टाटा फर्स्ट डॉट में २०१३ के शीर्ष ५० उद्यमियों में से एक का नाम[4]

२०१६: कंज्यूमर टेक में फोर्ब्स इंडिया के ३० अंडर ३० में शामिल[7]

यह सभी देखें[संपादित करें]

संदर्भ[संपादित करें]

  1. "सिर्फ दो दिन में छोड़ दी थी इंजीनियरिंग, ऐसे खड़ी की 28 हजार करोड़ की कंपनी". सीएनएन आईबीएन. १३ सितंबर २०१८. मूल से 26 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितंबर 2019.
  2. "कंपनी के 13,770 करोड़ के शेयर बायबैक करेंगे OYO के फाउंडर रितेश अग्रवाल". दैनिक जागरण. २० जुलाई २०१९. मूल से 26 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितंबर 2019.
  3. शर्मा, शिवानी (२० जुलाई २०१९). "OYO में हिस्सेदारी बढ़ाने की तैयारी में फाउंडर रितेश अग्रवाललगभग 14 हजार करोड़ रुपए के शेयर करेंगे बायबैक". राजस्थान पत्रिका. मूल से 26 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितंबर 2019.
  4. पारीक, मोहित (२५ सितंबर २०१८). "IIT की तैयारी छोड़ किया ये काम, अब फोर्ब्स की लिस्ट में है नाम". आज तक. मूल से 26 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितंबर 2019.
  5. "बीच में छोड़ी पढ़ाई, ऐसे ये लड़का बना 7,800 करोड़ की कंपनी का मालिक". आज तक (hindi में). अभिगमन तिथि 2022-05-31.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  6. सिंह, विनीत. "सड़कों पर सिमकार्ड बेचने वाला ये लड़का आज है 2600 करोड़ का मालिक". राजस्थान पत्रिका. मूल से 26 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितंबर 2019.
  7. "30 Under 30 Asia". en:Forbes India. मूल से 20 जुलाई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितंबर 2019.

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]