राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, पुणे

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राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (एन.आई.एन), ऐतिहासिक वर्तमान इमारत "बापू भवन", ताड़ीवाला रोड, पुणे 411001 में स्थित है। "बापू भवन" राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी के नाम पर है, जिन्होंने 1934 से इस संस्थान को अपना घर बनाया था। इससे पहले यह संस्थान "नैचर क्योर क्लिनिक एवं सॅनिटोरियम" के नाम से जाना जाता था, जिसे डॉ॰ दिनशा मेहता चलाया करते थे। इस संस्थान में "ऑल इंडिया नैचर क्योर फांऊडेशन ट्रस्ट" की स्थापना की गयी और गांधीजी आजीवन इस ट्रस्ट के चैयरमैन बने। गांधीजी ने यहाँ से बहुत सी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियों में हिस्सा लिया।

राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, पुणे 22 दिसंबर 1986 को अस्तित्व में आया। इस संस्थान की शासकीय निकाय समिति है, जिसके प्रमुख केन्द्रीय मंत्री , स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय है।

संस्थान के लक्ष्य एवं उद्देश्य[संपादित करें]

  • मानव-स्वास्थ्य से संबंधित सभी क्षैत्रों में शोध को बढ़ावा देना तथा सुविधाएँ प्रदान करना।
  • प्राकृतिक चिकित्सा एक "औषधि पद्धति" के रूप में और प्राकृतिक चिकित्सा "जीवन शैली" के रूप में विकसित करना।
  • प्राकृतिक चिकित्सा के सभी क्षेत्रों में प्रशिक्षण को बढ़ावा देना और सभी सुविधाएँ उपलब्ध करवाना।
  • प्राकृतिक चिकित्सा के सभी उपचारों को उपलब्ध करवाना और उन्हें बढ़ावा देना।
  • प्राकृतिक चिकित्सा के सभी क्षेत्रों में विद्यमान ज्ञान का मानकीकरण तथा प्रचार और शोध द्वारा उसे आचरण में लाने हेतु सुविधाएँ उपलब्ध करवाना तथा उन्हें बढ़ावा देना।
  • राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की स्मृति में, प्राकृतिक चिकित्सालय तथा आरोग्य सदन, बापू भवन, पुणे में एक जीता-जागता स्मारक स्थापित करना।

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