रामपाल (हरियाणा)

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संत रामपाल

रामपाल दास
जन्म रामपाल दास
8 सितम्बर 1951 (1951-09-08) (आयु 72)
धनाना , पंजाब (अभी हरियाणा), भारत में
राष्ट्रीयता भारतीय
उपनाम रामपाल दास,
प्रसिद्धि का कारण सतलोक, कबीर पंथ
उल्लेखनीय कार्य {{{notable_works}}}
वेबसाइट
www.jagatgururampalji.org

संत रामपाल जी महाराज जी (अंग्रेजी:Sant Rampal ji) एक भारतीय आध्यात्मिक कबीर पंथी गुरु हैं। ये सतलोक आश्रम के संस्थापक एवं संचालक भी हैं जो कि नेपाल व भारत के विभिन्न राज्यों सहित हरियाणा के हिसार क्षेत्र में स्थित है।[1]

जीवन[संपादित करें]

सतगुरु रामपाल जी महाराज जी का जन्म भारतीय राज्य पंजाब के सोनीपत जिले की गोहाना तहसील के धनाना गाँव में हुआ। उनके पिता भक्त नंदलाल जी एक किसान थे और उनकी माँ इन्द्रो देवी गृहिणी थीं।[2][3][4]

उन्होंने करणाल के निलोखेड़ी में इंड्सट्रियल ट्रैनिंग इंस्टीट्यूट से सिविल इंजिनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त किया। इसके बाद हरियाणा सरकार के सिंचाई विभाग में 18 वर्ष तक कनिष्ट अभियन्ता के रूप में काम किया।[5]

संत रामपाल जी ने विश्व कल्याण के लिए और परमात्म उपदेश के लिए सन् 1995 में जे. ई. की पोस्ट से त्यागपत्र दे दिया जो हरियाणा सरकार द्वारा 16 मई 2000 को पत्र संख्या - 3493500 में स्वीकृत हैं

रामपाल जी ने अनारो देवी के साथ विवाह किया जिससे दो पुत्र और दो पुत्रियाँ हैं।[4]

शिक्षा और नियम[संपादित करें]

रामपाल जी सभी धर्म के ग्रंथों का हवाला देते हुए कबीर जी को सभी देवी-देवताओं सहित संपूर्ण ब्रह्मांडों का उत्पत्तिकर्ता मानते हैं और भक्ति को सभी सांसारिक कर्मों से श्रेष्ठ मानते हुए सभी बुराइयों को छोड़कर एक कबीर परमेश्वर की भक्ति हेतु प्रेरित करते हैं। बुराइयां त्यागने के लिए तथा समाज सुधार के लिए भी कुछ नियम बनाए है जिनको भक्ति मर्यादा कहते हैं। जैसे[1]

1. किसी नशीली वस्तु जैसे बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, सुल्फी, गांजा, शराब, अंडा,मांस आदि का सेवन तो दूर किसी को लाकर भी नहीं देना।[1]

2. जुआ, ताश, चोरी, ठगी आदि नहीं करना।[1]

3. मृत्यु भोज, दहेज, दिखावे के नाम पर फिजूलखर्ची, मुंडन समाधि पूजन, पित्र पूजा, मूर्ति पूजा,आदि नहीं करना।[1]

4. एक कबीर परमात्मा के अलावा अन्य देवी देवताओं की पूजा नहीं करना, सम्मान सबका करना।[1]

5. अश्लील गाने गाना, नाचना, व्याभिचार आदि पूर्णतया वर्जित बताते हैं।[1]

रामपाल जी के अनुयाई विशेष तौर पर उनके ज्ञान से आकर्षित होते हैं, जो सर्व धर्मो के ग्रंथों के अनुकूल होते है। उनके अधिकतर अनुयाइयों का कहना है कि हमने संत द्वारा बताए ज्ञान को सद्ग्रंथों में मिलाया, तब हूबहू अपने धार्मिक ग्रंथों में पाया, उसके बाद हम उनसे जुड़े। हालांकि ज्ञान ही ऐसा विषय है जिसके कारण अधिकतर आर्य समाजी विरोध करते हैं।[6] रामपाल जी ने अपने ज्ञान से दुनिया को परमेश्वर से अवगत कराने के लिए ज्ञान गंगा, जीने की राह, गीता तेरा ज्ञान अमृत, गरीमा गीता की, गहरी नज़र गीता में आदि पुस्तकें भी लिखी है।[6]

भविष्यवाणीयां[संपादित करें]

संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों का कहना है कि दुनिया भर के कई भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियां संत रामपाल जी पर सटीक बैठती हैं[7] कि वे महामानव के रूप में जाने जाएंगे। जिनमें कुछ निम्न हैं-[8]

  • जयगुरुदेव पंथ के तुलसी साहेब ने ७ सितंबर १९७१ को कहा कि जिस महापुरुष का हमें इंतजार है वह आज २० वर्ष का हो चुका है। उस दिन संत रामपाल जी की उम्र २० वर्ष हुई थी।[9]
  • नॉस्त्रेदमस ने कहा था कि २००६ में एक संत अचानक प्रकाश में आएगा जो पहले उपेक्षा का पात्र बनेगा लेकिन बाद में दुनिया सर आंखों पर बिठाएगी।[10]
  • इसी तरह अन्य भविष्यवक्ताओं जैसे अमेरिका की विश्व विख्यात भविष्यवक्ता फ्लोरेंस, इंग्लैंड के ज्योतिषी ‘कीरो‘, हंगरी की महिला ज्योतिषी “बोरिस्का” आदि की भविष्यवाणियों को संत रामपाल जी पर सटीक बैठने का दावा किया जाता है।[11]

विवाद[संपादित करें]

सन् २००६ में संत रामपाल दास ने सार्वजनिक तौर पर सत्यार्थ प्रकाश के कुछ भागों पर आपत्ति जताई थी।[12] इससे गुस्साए आर्य समाज के हजारों समर्थको ने १२ जुलाई२००६ को करौथा के सतलोक आश्रम का घेराव कर लिया व हमला किया।[13] बचाव में सतलोक आश्रम के अनुयायियों ने पलटवार नही किया। लेकिन उनके(आर्य समाजी यों)द्वारा मचाई गई भगदड़ में सोनू नामक एक आर्य समाजी अनुयायी की हत्या हो गई।[13] जिसमें संत रामपाल दास जी के विरुद्ध हत्या का केस चलाया गया व उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।[13] कुछ महीने जेल में बिताने के बाद, २००८ में इन्हें ज़मानत पर रिहा कर दिया गया।

इस मामले मे 20 दिसंबर 2022 अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश सिंह की कोर्ट ने संत सहित 24 आरोपियों को बरी कर दिया।[14]

नवंबर २०१४ में पुनः कोर्ट ने इन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दिया। लेकिन सतलोक आश्रम बरवाला में हज़ारों समर्थकों की मौजुदगी के कारण पुलिस इन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी।[15] १९ नवंबर २०१४ को समर्थकों व पुलिस के बीच हुई हिंसा के बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।[15] इसमें ५ महिलाओं और १ बालक की मृत्यु हुई जिनका मुकदमा संत रामपाल दास पर बनाया गया। ये बंधक बनाने के मुकदमे में २९ अगस्त २०१७ को बरी हो गए[16][17] लेकिन देशद्रोह के मुकदमे के कारण जेल में ही हैं।[15] ११अक्टूबर २०१८ को हिसार कोर्ट द्वारा इन्हें तथा इनके कुछ अनुयायियों को बरवाला की घटना में हुई हत्याओं का दोषी करार कर दिया गया एवं आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। कैस हाईकोर्ट में विचाराधीन है।अनुयायियों का कहना है कि ये हत्याये पुलिस द्वारा चलाए गये आंसु गैस से हुई है हमारे परिवार के लोगों की हत्या की गई और हमें ही सजा दी गई ताकि कोई पूछ ना सके की आप(पुलिस) ने ६ लोगों को क्यों मारा।[18] जज वेद प्रकाश सिरोही, सेशन जज हिसार द्वारा 26 जुलाई 2021 को संत रामपाल दास जी सहित 4 अनुयायियों जिनमें डॉक्टर ओम प्रकाश सिंह हुड्डा, राजेंदर, बलजीत, बिजेन्दर शामिल हैं को केस नम्बर 5, ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत कोई भी साक्ष्य न होने के कारण एवं आरोपों के बेबुनियाद साबित करते हुए उन्हें बाइज्जत बरी किया है।[19][20]

सन्दर्भ[संपादित करें]

सतगुरु राम पाल जीवन

  1. "गुरु दीक्षा के नाम पर रामपाल के थे 11 अजीबो गरीब नियम". m.jagran.com. अभिगमन तिथि 2021-06-29.
  2. सिंह (14 मई 2013). "Rampal and his religious engineering". हिन्दुस्तान टाइम्स. मूल से 29 नवम्बर 2014 को पुरालेखित.
  3. "Who is godman Sant Rampal". मिंट. मूल से 21 नवम्बर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अप्रैल 2023.
  4. वरिन्दर भाटिया; दीपांकर घोसे (23 नवम्बर 2014). "Sant Rampal: From the most followed, to the most wanted". इंडियन एक्सप्रेस. मूल से 23 नवम्बर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 29 अप्रैल 2023.
  5. "From a junior engineer to a brazen baba". हिन्दुस्तान टाइम्स (अंग्रेज़ी में). 2014-11-21. मूल से 18 मार्च 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2023-04-29.
  6. "गीता फोगाट ने ट्वीटर पर दिया ज्ञान, लोगों ने कहा, संत रामपाल की किताब पढ़िए ज्ञान बढ़ेगा!". Jansatta. 2017-08-23. अभिगमन तिथि 2021-06-25.
  7. "नास्त्रेदमस व अन्य भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियां-नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी 2020". S A NEWS (अंग्रेज़ी में). 2020-01-19. अभिगमन तिथि 2021-08-02.
  8. "Twitterati Wonder if Nostradamus Had Predicted Indian Self-Styled Saint #Rampal". sputniknews.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-06-25.
  9. "तुलसीदास महाराज, जय गुरुदेव - इटावा ज़िला यह क्या है |". ww.in.freejournal.info. मूल से 25 जून 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2021-06-25.
  10. "रामपाल दास कहता था कि नास्त्रेदमस ने की थी उसके अवतार लेने की भविष्यवाणी". News18 Hindi. अभिगमन तिथि 2021-06-25.
  11. "11 reasons why Saint RampalJi Maharaj is trending Number 1 on Twitter". Asianet News Network Pvt Ltd (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-06-25.
  12. "Rohtak clash: Sant Rampal triggered it". मूल से 20 जुलाई 2019 को पुरालेखित.
  13. "Krontha incident". मूल से 10 जुलाई 2019 को पुरालेखित.
  14. Awasthi, Ashwani (2022-12-20). "सतलोक आश्रम मामले में कथित संत रामपाल समेत 24 आरोपित कोर्ट से बरी | Hari Bhoomi". www.haribhoomi.com. अभिगमन तिथि 2022-12-22.
  15. "Sant Rampal acquitted in two criminal cases". मूल से 2 सितंबर 2017 को पुरालेखित.
  16. "संत रामपाल दो मामलों में बरी, रहेंगे जेल में". BBC News हिंदी. अभिगमन तिथि 2021-06-25.
  17. "सतलोक आश्रम के प्रमुख संत रामपाल दास बरी, लोगों को बंधक बनाने का था आरोप". आज तक. अभिगमन तिथि 2021-06-25.
  18. "Sant Rampal, 14 others sentenced to life for murder of four women".
  19. "ड्रग्स एवं कॉस्मेटिक केस में संत रामपाल जी सहित पांच अनुयायी हुए बरी | SA News". S A NEWS (अंग्रेज़ी में). 2021-07-27. अभिगमन तिथि 2021-08-17.
  20. "हरियाणाः हिसार कोर्ट ने इस मामले में रामपाल दास समेत 5 को बरी किया, 7 साल पहले हुए थे गिरफ्तार". आज तक. अभिगमन तिथि 2021-08-17.