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रससमीकरणमिति

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रससमीकरणमिति या तत्त्वानुपातिकी रासायनिकी का वह उपक्षेत्र है जिसके अन्तर्गत रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग लेने वाले अभिक्रियकों तथा उत्पादों के द्रव्यमानों और आयतनों का परिकलन किया जाता है।

तत्त्वानुपातिकी की स्थापना द्रव्यमान संरक्षण का नियम पर की जाती है, जहां अभिक्रियकों का कुल द्रव्यमान उत्पादों के कुल द्रव्यमान के समतुल्य होता है, जिससे यह अन्तर्दृष्टि प्राप्त होती है कि अभिक्रियकों और उत्पादों की मात्रा के मध्य सम्बन्ध प्रायः धनात्मक पूर्णांक का अनुपात बनाते हैं। अर्थात् यदि भिन्न अभिक्रियकों की मात्रा ज्ञात हो, तो उत्पाद की मात्रा की गणना की जा सकती है। विपरीततः यदि एक अभिक्रियक की ज्ञात मात्रा है और उत्पादों की मात्रा अनुभवजन्य रूप से निर्धारित की जा सकती है, तो अन्य अभिक्रियकों की मात्रा की भी गणना की जा सकती है।

मेथेन के दहन अभिक्रिया का तत्त्वानुपातिकीय आरेख

उपरोक्त सन्तुलित रासायनिक अभिक्रिया पर विचार करें। यह अभिक्रिया मेथेन का दहन दर्शाती है। यहाँ मेथेन और डाइऑक्सीजन को 'अभिक्रियक' या अभिकारक कहा जाता है और कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल को 'उत्पाद' कहते हैं।

O2 और H2O हेतु गुणांक 2 को 'तत्त्वानुपातिकीय गुणांक' कहा जाता है। इसी प्रकार CH4 और CO2 उभय हेतु यह गुणांक 1 है। ये गुणांक अभिक्रिया में भाग ले रहे या बनने वाले अण्वों या मोलों की संख्या को व्यक्त करते हैं। अतः उपरोक्त अभिक्रियानुसार:

  • CH4 का एक मोल O2 के 2 मोलों के साथ 4 अभिक्रिया करके एक मोल CO2 और 2 मोल H2O देता है।
  • CH4 का एक अणु O2 अणु के दो अण्वों के साथ अभिक्रिया करके CO2 का एक अणु और H2O के दो अणु देता है।
  • 22.7 लीटर CH4, 45.4 लीटर O2 के साथ अभिक्रिया द्वारा 22.7 लीटर CO2 और 45.4 लीटर H2O देती है।
  • 16 g CH4, 64 g O2 के साथ अभिक्रिया करके 44 g CO2 और 36 g H2O देती है।

इन्हें भी देखें

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सन्दर्भ

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  • Zumdahl, Steven S. Chemical Principles. Houghton Mifflin, New York, 2005, pp 148–150.
  • Internal Combustion Engine Fundamentals, John B. Heywood

बाहरी कड़ियाँ

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