सामग्री पर जाएँ

रक्ताणु उत्पत्ति

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
लाल रक्त कोशिका का जीवन चक्र

रक्ताणु उत्पत्ति अथवा लोहित कोशिका जनन अथवा एरिथ्रोपोइज़िस (Erythropoiesis) वह प्रक्रिया है जिसमें लाल रक्त कोशिकाएँ बनती हैं। यह प्रक्रिया एरिथ्रोपोइटिक स्टेम सेल से शुरू होकर परिपक्व लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण तक चलती है। जब रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है, तब यह प्रक्रिया सक्रिय होती है। गुर्दे इस कमी का पता लगाते हैं और एरिथ्रोपोइटिन नामक हार्मोन स्रावित करते हैं, जो लाल रक्त कोशिका के प्रसार और विभेदन को उत्तेजित करता है। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से हेमोपोइटिक ऊतकों में होती है, जो अंततः लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करती है।[1] एरिथ्रोपोइज़िस एक जटिल और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करती है। यह प्रक्रिया कई चरणों में विभाजित होती है और इसका नियमन हार्मोनी अभिक्रिया वलय द्वारा होता है। स्वस्थ लोहित कोशिका जनन के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पर्याप्तता भी महत्वपूर्ण है, जिससे लाल रक्त कोशिकाओं का सही मात्रा में उत्पादन हो सके।[2]

रक्ताणूत्पत्ति का स्थान और समय

[संपादित करें]

मानव और अन्य स्तनधारियों में जन्म के बाद एरिथ्रोपोइज़िस लाल अस्थि मज्जा में होती है। भ्रूण के प्रारंभिक चरण में, यह प्रक्रिया पीतक कोष की मध्यजनस्तर-कोशिकाओं में होती है। गर्भ के तीसरे या चौथे महीने में यह प्रक्रिया यकृत में स्थानांतरित हो जाती है। सात महीने के बाद यह प्रक्रिया अस्थि मज्जा में होती है। हालांकि कुछ बीमारियों और कुछ जानवरों में प्रक्रिया अस्थि मज्जा के बाहर यकृत या प्लीहा में भी होती है, जिसे एक्स्ट्रामेडुलरी एरिथ्रोपोइज़िस कहते हैं। मानव व जानवरों में जन्म के पश्चात लाल रक्त कोशिकाएँ (एरिथ्रोसाइट्स) का निर्माण अस्थि मज्जा में होता है और लाल रक्त कोशिकाएँ (एरिथ्रोसाइट्स) नष्ट स्प्लीन (तिल्ली) में होती है। इसी कारण स्प्लीन को आरबीसी का कब्रिस्तान कहा जाता है।[3]

रक्ताणूत्पत्ति की प्रक्रिया

[संपादित करें]

रक्ताणु उत्पत्ति की प्रक्रिया कई चरणों में विभाजित होती है, जो अस्थि मज्जा में होती है:

  • हेमोसाइटोब्लास्ट एक बहुपोटेंट हेमाटोपोइटिक स्टेम सेल।
  • कॉमन मायेलॉइड प्रोजेनिटर एक बहुपोटेंट स्टेम सेल।
  • यूनिपोटेंट स्टेम सेल एकल विकासशील मार्ग।
  • प्रोनोर्मोब्लास्ट प्रारंभिक पूर्वज कोशिका।
  • बासोफिलिक नोर्मोब्लास्ट प्रारंभिक नोर्मोब्लास्ट।
  • पोलिक्रोमाटोफिलिक नोर्मोब्लास्ट मध्यवर्ती नोर्मोब्लास्ट।
  • ऑर्थोक्रोमैटिक नोर्मोब्लास्ट अंतिम नोर्मोब्लास्ट, जहाँ कोशिका का नाभिक निष्कासित होता है।

रेटिकुलोसाइट यह कोशिका अभी भी आरएनए को बनाए रखती है और अस्थि मज्जा से मुक्त होती है।

लाल रक्त कोशिकाओं के विकास में आवश्यक पोषक तत्व एरिथ्रोपोइज़िस में विटामिन बी12 (कोबालामिन) और विटामिन बी9 (फोलेट) की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इन दोनों की कमी से एरिथ्रोपोइज़िस की प्रक्रिया में विफलता हो सकती है, जिससे रेटिकुलोसाइटोपेनिया होता है, यानी रेटिकुलोसाइट्स की असामान्य रूप से कम मात्रा।[4]

एरिथ्रोपोइज़िस का नियमन

[संपादित करें]

एरिथ्रोपोइज़िस की प्रक्रिया का नियमन एक प्रतिक्रिया लूप द्वारा होता है, जिसमें एरिथ्रोपोइटिन हार्मोन प्रमुख भूमिका निभाता है। यह हार्मोन गुर्दे और यकृत में उत्पन्न होता है और ऑक्सीजन की कम मात्रा पर एरिथ्रोपोइज़िस प्रक्रिया को सक्रीय करता है। इसके अलावा, हीप्सिडिन नामक पेप्टाइड हार्मोन भी इस प्रक्रिया में शामिल है, जो लौह अवशोषण और हेमोग्लोबिन उत्पादन को नियंत्रित करता है।[5][6][7]

तनाव एरिथ्रोपोइज़िस

[संपादित करें]

तनाव एरिथ्रोपोइज़िस एक ऐसी प्रक्रिया है जो तीव्र एनीमिया की प्रतिक्रिया में सक्रिय होती है। यह प्रक्रिया यकृत में BMP4-निर्भर मार्ग के माध्यम से नई लाल रक्त कोशिकाओं के विकास को उत्तेजित करती है।[8]

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. Harrison, David E. (1979). "Proliferative capacity of erythropoietic stem cell lines and aging: An overview". Mechanisms of Ageing and Development. 9 (5–6): 409–426. PMID 37376. S2CID 31601624. डीओआइ:10.1016/0047-6374(79)90082-4.
  2. Sembulingam, K.; Sembulingam, Prema (2012-09-30). Essentials of Medical Physiology (अंग्रेज़ी में). जेपी मेडिकल लिमिटेड. पृ॰ 71. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-5025-936-8.
  3. "Erythropoiesis", Wikipedia (अंग्रेज़ी में), 2024-05-17, अभिगमन तिथि 2024-06-23
  4. Textbook of Physiology by Dr. A. K. Jain reprint 2006-2007 3rd edition.
  5. Koury, M.J. (2015-01-13). "Erythroferrone: A Missing Link in Iron Regulation". The Hematologist. American Society of Hematology. मूल से 2019-01-28 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 August 2015.
  6. Kautz L, Jung G, Valore EV, Rivella S, Nemeth E, Ganz T (Jul 2014). "Identification of erythroferrone as an erythroid regulator of iron metabolism". Nature Genetics. 46 (7): 678–84. PMID 24880340. डीओआइ:10.1038/ng.2996. पी॰एम॰सी॰ 4104984.
  7. Zivot, Andrea; Lipton, Jeffrey M.; Narla, Anupama; Blanc, Lionel (2018-03-23). "Erythropoiesis: insights into pathophysiology and treatments in 2017". Molecular Medicine. 24: 11. PMID 30134792. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 1076-1551. डीओआइ:10.1186/s10020-018-0011-z. पी॰एम॰सी॰ 6016880.
  8. Paulson, Robert F.; Shi, Lei; Wu, Dai-Chen (May 2011). "Stress erythropoiesis: new signals and new stress progenitor cells". Current Opinion in Hematology. 18 (3): 139–145. PMID 21372709. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 1065-6251. डीओआइ:10.1097/MOH.0b013e32834521c8. पी॰एम॰सी॰ 3099455.