यूरोप में उस्मानी युद्ध

उस्मानी साम्राज्य और विभिन्न यूरोपीय राज्यों के बीच सैन्य संघर्षों की एक शृंखला मध्ययुग के अंत से लेकर 20वीं सदी के प्रारंभ तक चली। प्रारंभिक संघर्ष बाइज़ेन्टीनी–उस्मानी युद्ध के दौरान शुरू हुए जो 13वीं शताब्दी के अंत में अनातोलिया में लड़े गए तथा 14वीं शताब्दी के मध्य में बुल्गारियाई–उस्मानी युद्ध के साथ यूरोप में प्रवेश कर गए। 15वीं शताब्दी के मध्य में सर्बियाई-उस्मानी युद्ध और अल्बानियाई-उस्मानी युद्ध हुए। इस अवधि का अधिकांश भाग बाल्कन में उस्मानी विस्तार द्वारा चिह्नित था। 15वीं और 16वीं शताब्दियों में उस्मानी साम्राज्य ने मध्य यूरोप में और अधिक प्रगति की जिसके परिणामस्वरूप यूरोप में उस्मानी क्षेत्रीय दावे अपने शीर्ष पर पहुंच गये।[1]
इतिहास
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सन् 1356 में (या सन् 1358 में बाइज़ेन्टीनी कैलेंडर में परिवर्तन के कारण विवादास्पद) कमजोर बाइज़ेंटाइन साम्राज्य को हराने के बाद उस्मानी साम्राज्य ने 14वीं शताब्दी के मध्य में यूरोपीय महाद्वीप में पश्चिम की ओर अपना विस्तार शुरू किया। वर्ना की लड़ाई (1444) और कोसोवो की दूसरी लड़ाई (1448) के बाद सन् 1453 में क़ुस्तुंतुनिया का पतन हो गया।
14वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में उस्मानी साम्राज्य बाल्कन में उत्तर और पश्चिम की ओर आगे बढ़ा तथा 1371 में मारित्सा के युद्ध के बाद थ्रेस और मैसेडोनिया के अधिकांश भाग को पूरी तरह अपने अधीन कर लिया। अठारहवीं शताब्दी के उत्तरार्ध तक उस्मानी सेनाएं यूरोपीय प्रतिद्वंद्वियों के विरुद्ध अपनी स्थिति बनाये रखने में सक्षम रहीं।[2]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Stavrianos, L. S. (2000). The Balkans Since 1453 (अंग्रेज़ी भाषा में). NYU Press. ISBN 978-0-8147-9766-2.
- ↑ Aksan, Virginia H. (2007). The Ottoman Wars 1700 - 1870: an empire besieged. London New York: Routledge, Taylor & Francis Group. ISBN 978-0-582-30807-7.