याज्ञवल्क्य आश्रम
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याज्ञवल्क्य आश्रम | |
![]() राजा जनक को ब्रह्म विद्या सिखाते हुए ऋषि याज्ञवल्क्य | |
मठ जानकारी | |
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स्थापित | ८वीं - ७वीं शताब्दी ईसापूर्व |
समर्पित | वेद, याज्ञवल्क्य स्मृति, शुक्ल यजुर्वेद, ब्रह्म विद्याB, बृहदारण्यक उपनिषद, शतपथ ब्राह्मण |
People | |
Founder(s) | याज्ञवल्क्य ऋषि |
Architecture | |
शैली | हिन्दू धर्म |
स्थल | |
स्थान | जगबन, मधुबनी जिला, मिथिला |
देश | भारत |
अन्य जानकारी | सम्बद्धता : प्राचीन मिथिला विश्वविद्यालय |
याज्ञवल्क्य आश्रम बिहार के मधुबनी जिले के जगबन गाँव में स्थित है।[1][2][3][4][5][6][7] ऐसी मान्यता है कि याज्ञवल्क्य ऋषि को यहीं पर ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। यह भी मान्यता है कि इसी स्थान पर उन्होंने अनेक दार्शनिक ग्रन्थों की रचना की।[8] ध्यातव्य है कि उन्होंने शतपथ ब्राह्मण, याज्ञवल्क्य स्मृति, बृहदारण्यक उपनिषद, योग याज्ञवल्क्य एवं अन्य कई ग्रन्थों की रचना की है।[9]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Chaudhary P. C. Roy (1964). Bihar District Gazetteers Darbhanga.
- ↑ "Yajnavalkya Story along with a brief on Yajnavalkya Smriti – Pakka Patriot" (अमेरिकी अंग्रेज़ी भाषा में). अभिगमन तिथि: 2021-11-19.
- ↑ "कमला की संतानें पद्म से वंचित क्यों?". Prabhat Khabar - Hindi News. अभिगमन तिथि: 2021-11-19.
- ↑ "ये है नेपाल के जनकपुर का ऐतिहासिक महत्व, प्रधानमंत्री की यात्रा से फिर आया चर्चा में". Amar Ujala. अभिगमन तिथि: 2021-11-19.
- ↑ "Yagyavalakya Jayanti : महर्षि याज्ञवल्क्य ने लिखी थीं शुक्ल यजुर्वेद संहिता शतपथ ब्राह्मण". Nai Dunia. 2020-02-26. अभिगमन तिथि: 2021-11-19.
- ↑ "याज्ञवल्क्य आश्रम के विकास का होगा प्रयास". Dainik Jagran. अभिगमन तिथि: 2021-11-19.
- ↑ "महर्षि ने कराया दो राजवंशों का मिलन - अहो!अयोध्या". Lokniti Kendra (अमेरिकी अंग्रेज़ी भाषा में). 2020-04-02. अभिगमन तिथि: 2021-11-19.
- ↑ Tripathi, Ram Pratap (September 2010). Upanishadon Ki Kahaniyan. Lokbharti Prakashan. ISBN 978-81-8031-495-7.
- ↑ "Sage Yajnavalkya of Mithila". Sanskriti - Hinduism and Indian Culture Website (अमेरिकी अंग्रेज़ी भाषा में). 2014-11-19. अभिगमन तिथि: 2021-11-19.