मोहनलालगंज

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मोहनलालगंज लखनऊ जिले की एक तहसील और उसका ब्लॉक है। [प्रमुख स्थानों से दूरी] मोहनलालगंज चारबाग़ रेलवे स्टेशन से लगभग 20 किलोमीटर,विधानसभा से 22 किलोमीटर आलमबाग बस अड्डे से 24 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ है। [आवागमन के साधन ] मोहनलालगंज रेलवे स्टेशन रायबरेली रेल मार्ग पर स्तिथ है जहाँ पर अभी पैसेंजर ट्रेन ही रुकती है भविष्य में एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की भी योजना है। मोहनलालगंज में बस यातायात व्यवस्था बेहद अच्छी है लगभग 10 मिनट के अंतराल पर बस उपलब्ध हैं बस यात्रियों के लिए बस स्टैंड पर बेहतरीन सुविधाये है। [धार्मिक स्थल] मोहनलालगंज में कई प्रमुख धार्मिक स्थल है जिनमे से श्री काशीश्वर महादेव मंदिर (राजा विजय कुमार त्रिपाठी व उनके पूर्वजो द्वारा बनवाया हुआ) ; कालेबीर बाबा मंदिर (जनवार ठाकुरो द्वारा बनवाया हुआ मंदिर) , माँ कालेश्वरी देवी मंदिर (हुलास खेड़ा मोहनलालगंज तहसील से 4 किलोमीटर दूरी पर स्तिथ जनवार ठाकुरो द्वारा बनवाया हुआ) , अहिनिवार धाम (अहिनिवार गांव निगोहां महाभारत कालीन मंदिर व सरोवर पांडवों द्वारा बनवाया हुआ) और उसी से लगा हुआ सई नदी के किनारे प्रसिद्ध और प्राचीन भवरेश्वर महादेव , आदि मन्दिर प्रमुख है । [शिक्षण संस्थान] मोहनलालगंज में दर्जन भर से अधिक माध्यमिक शिक्षण संस्थान है जिनमे से नवजीवन इंटर कॉलेज, काशीश्वर इंटर कॉलेज , सन्त पीटर्स , नवीन पब्लिक स्कूल, मालती नारायन इंटर कॉलेज, सत्यनारायण इंटर कॉलेज व उच्च एवं तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में महेश प्रसाद डिग्री कॉलेज , सूर्या इंजीनियरिंग कॉलेज, महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग कॉलेज , बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ला कॉलेज, अम्बालिका इंस्टीट्यूट, सरदार पटेल आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, तिरुपति पॉलिटेक्निक कॉलेज, जावित्री नर्सिंग स्कूल आदि प्रमुख है। [प्रमुख उद्योग] यहाँ पर उद्योग के नाम पर मात्र एक बड़ी फैक्ट्री यू पी ए एल ही है जो पूरे भारत मे सीमेंट की चादर बना कर भेजती है कुछ और छोटे उद्योग भी क्षेत्र में संचालित है। [उत्सव स्थल व होटल आदि] मोहनलालगंज में समय व्यतीत करने के लिए तमाम वाटर पार्क है जिनमे से फन सिटी और क्लब गोपाल खेड़ा, डायमंड रिजॉर्ट एंड वाटर पार्क मोहनलालगंज, फतेखेड़ा रिजॉर्ट और वाटर पार्क फतेखेड़ा है। ठहरने व उत्सव आदि के लिए भी होटल व क्लब है जिनमे से प्रमुख डायमंड रिजॉर्ट, ब्लू ऑर्चिड, फार्म फ्रेश क्लब, सुंदर वाटिका आदि है। यहाँ प्रमुख रूप से हिन्दी बोली जाती है। [जीवन शैली] यहाँ के अधिकांश लोग कृषि से ही अपना जीवन यापन करते है लोग बेहद सरलता व स्नेह पूर्वक रहते हैं प्रदेश की राजधानी का भाग होने के बावजूद यह क्षेत्र विकास में काफी पिछड़ा हुआ है।

[मोहनलालगंज के कुछ प्रमुख गांव] इन्द्रजीतखेड़ा,धरमावत खेड़ा, पुरसेनी, दहियर, हुलास खेड़ा, अतरौली, उदयपुर, गनियार,जबरौली, डेहवा, ब्रह्मदासपुर , नान्दौली, उतरांवा , शिर्ष आदि है। [प्रमुख बाजार] मोहनलालगंज क्षेत्र की कुछ बड़ी ग्रामीण बाजार मोहनलालगंज कस्बा , खुझौली बाजार ,कनकहा बाजार , सिसेंडी बाजार ,निगोहां बाजार प्रमुख हैलखनऊ मलिहाबाद मोहनलाल गंज सरोजनी नगर और बक्शी का तालाब कुल पांच

तहसील है

उक्त लेख में लब्ध समस्त सूचनाएँ एवं जानकारी वर्ष 2010 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के अंतर्गत एक शोध प्रबंध, जिसका शीर्षक " विकासखंड मोहनलालगंज का समन्वित ग्रामीण विकास :एक भौगोलिक अध्ययन" है, जो कि डॉ आशीष मिश्र के द्वारा किया गया है. विकासखंड Mohanlalganj पर अनेक लघु आलेख एवं रिसर्च पेपर डॉ आशीष मिश्र के द्वारा लिखे गये हैं, इसके अतिरिक्त इन अध्ययनों के द्वारा राज्य एवं केंद्र सरकारों को विकास खंड के सम्पोषणीय विकास के पैराडाईम से अवगत कराया गया है जिसमें यू जी सी जैसी मानक संस्था का प्रोजेक्ट के रूप में सहयोग रहा है. उक्त हेतु सुझाव आमंत्रित हैं - richulko@gmail.com