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मैन-ईटर्स ऑफ़ कुमाऊँ

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मैन ईटर्स ऑफ़ कुमाऊँ (Man-Eaters of Kumaon) शिकारी और वन संरक्षक के रूप में प्रसिद्ध लेखक जिम कॉर्बेट[1] की लिखी हुई एक किताब है।[2] इस पुस्तक में उनके 1920 से 1930 के मध्य कुमाऊँ के नरभक्षी बाघों और तेंदुओं की शिकार कथाएँ हैं। इसे 1944 में ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस बॉम्बे ने प्रकाशित किया था और इसका आवरण प्रसिद्ध फ़िल्मकार सत्यजित राय ने बनाया था। इस पुस्तक में भारतीय हिमालय क्षेत्र के बीसवीं सदी के प्रारंभिक वर्षों की महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है| साथ ही इसमे वनस्पति, जीव और ग्रामीण जीवन के बारे मे भी प्रासंगिक जानकारी है। इस पुस्तक पर आधारित एक फिल्म का निर्माण भी सन १९४८ में मैन-इटर्स औफ़ कुमाऊँ के नाम से किया गया।

सन्दर्भ

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  1. पांडे, मनोज (Dec 28, 2023 | 02:30 PM). "दो देशों की सेना को किया पस्त, खा गई 436 इंसान, जानिए चंपावत के शैतान की कहानी". Navbharat. Retrieved Dec 28, 2023 | 02:30 PM. {{cite news}}: Check date values in: |access-date= and |date= (help)
  2. Corbett, Jim (2001). Man-Eaters of Kumaon. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस.