मेहरुन्निसा परवेज

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मेहरुन्निसा परवेज (जन्म- 10 दिसंबर 1944, बालाघाट, मध्य प्रदेश) भारत की समकालीन महिला साहित्यकार और कथाकार हैं। वर्ष 1969 में उनका पहला उपन्यास 'आँखों की दहलीज' प्रकाशित हुआ था। आँखों की दहलीज, कोरजा, अकेला पलाश, समरांगण और पासंग उनके प्रमुख उपन्यास तथा आदम और हव्वा, टहनियों पर धूप, गलत पुरुष, फाल्गुनी, अंतिम पढ़ाई, सोने का बेसर, अयोध्या से वापसी, एक और सैलाब, कोई नहीं, कानी बाट, ढहता कुतुबमीनार, रिश्ते, अम्मा और समर उनकी प्रमुख कहानियाँ हैं। उन्हें 'साहित्य भूषण सम्मान', 'महाराजा वीरसिंह जूदेव पुरस्कार' और 'सुभद्रा कुमारी चौहान पुरस्कार' से सम्मानित किया जा चुका है।

सन् 2016 में "डॉ राही मासूम रज़ा साहित्य सम्मान" से अलंकृत किया गया ।

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सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "मेहरुन्निसा परवेज". मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 अप्रैल 2015.

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]