मेकेदाटु
मेकेदाटु | |
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Mekedatu ಮೇಕೆದಾಟು | |
अवस्थिति | मेकेदाटु, चामराजनगर ज़िला व रामनगर ज़िला, कर्नाटक, भारत |
निर्देशांक | 12°15′29″N 77°26′55″E / 12.25818°N 77.44866°Eनिर्देशांक: 12°15′29″N 77°26′55″E / 12.25818°N 77.44866°E |
जलमार्ग | कावेरी नदी |
मेकेदाटु (Mekedatu) भारत के कर्नाटक राज्य के चामराजनगर ज़िले और रामनगर ज़िले की सीमा पर स्थित एक स्थान है जहाँ कावेरी नदी एक गहरी तंग घाटी से गुज़रती है। कनकपुरा के मार्ग से यह बंगलोर से 110 किमी दूर और अर्कावती नदी के संगम के समीप स्थित है।[1]
नामोत्पत्ति
[संपादित करें]कन्नड़ भाषा में "मेके दाटु" का अर्थ "बकरे की छलांग" होता है। इस स्थान के बारे में मान्यता है कि कभी यहाँ चरवाहों ने किसी बकरी को एक बाध का शिकार बनने से भागते हुए देखा। वह इस स्थान पर पहुँचा और छलांग मारकर कावेरी के पार हो गया। लेकिन बाघ नदी के तेज़ और गहरे प्रवास से डरकर रुक गया।
तंग घाटी
[संपादित करें]अर्कावती और कावेरी के संगमस्थल पर कावेरी की चौड़ाई लगभग 150 मीटर है। इसे मेकेदाटु पहुँचकर केवल 10 मीटर के मुँह से गुज़रना पड़ता है। यहाँ कावेरी का प्रवाह बहुत तेज़ और गहरा हो जाता है। नदी के फर्श पर इस बलशाली प्रवास से गढ्ढे बनते रहते हैं। तट पर पत्थर बहुत फिसलन रखते हैं जिस से नदी तक उतर पाना संकटमय होता है। तट के समीप आकर फोटो खीचना भी खतरनाक है। इन कठोर और फिसलने वाली शिलाओं से यहाँ तैरना मना किया जाता है। हालांकि यहाँ तैरना खतरनाक होने का नोटिस लगा हुआ है, फिर भी पर्यटक कभी-कभी इसका प्रयास करते हैं। कई लोग यहाँ डूबकर मर भी चुके हैं।[1]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ अ आ Manjunath, P. (17 October 2003). "No longer enchanting". Deccan Herald. मूल से 2007-03-14 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2006-11-10.