मुगल साम्राज्य की सरकार
![]() ![]() Flag and Seal of the Mughal Empire | |
संक्षिप्त विवरण | |
स्थापना | 21 April 1526 |
विघटित | 21 September 1857 |
राज्य | मुगल साम्राज्य |
मुख्य नेता | Mughal emperor |
मंत्रालय | वकील / ग्रैंड वज़ीर वित्त मंत्रालय सैन्य मंत्रालय सैन्य मंत्रालय कानून/धार्मिक संरक्षण मंत्रालय शाही घराना और सार्वजनिक कार्य मंत्रालय |
मुख्यालय | Agra Delhi Lahore Fatehpur Sikri |
मुगल साम्राज्य की सरकार
मुगल साम्राज्य के अधिकारियों की सूची मुगल सम्राट बाबर सबसे पहले 1526 में भारत आया था। उसके बाद कई अन्य मिगल शासकों ने देश के विभिन्न क्षेत्रों पर विजय प्राप्त की और अपने साम्राज्य का विस्तार किया।
नीचे दी गई तालिका में मुगल प्रशासन में अधिकारियों के नाम और उनके कार्यों और जिम्मेदारियों की विस्तृत जानकारी दी जा रही है –
- मुगल साम्राज्य के अधिकारियों की सूची
- श्रेणी विभाग उत्तरदायित्व
दीवान-ए-वजारत राजस्व और वित्त राजस्व निपटान का विनियमन कर निर्धारण
साम्राज्य के व्ययों को नियंत्रित करना
[संपादित करें]- दीवान-ए-अर्ज सेना शाही सेना का विनियमन और संरक्षण
- दीवान-ए-रसालतमुहतसिब विदेशी मामले विदेशी शासकों/संस्थाओं के साथ व्यापार और आर्थिक संबंध बनाए रखना
- दीवान-ए-इंशा प्रभारी सरकारी कागजात के अभिरक्षक गोपनीय मामलों सहित सभी मामलों के लिए शाही पत्राचार के प्रभारी
- दीवान-ए-कजा न्यायिक साम्राज्य में न्याय का प्रबंधन
- दीवान-ए-बारीद खुफिया विभाग खुफिया मामलों का प्रबंधन
- दीवान-ए-समन शाही घराने का प्रभारी शाही घराने का प्रबंधन
- मुगल साम्राज्य के नागरिक और सैन्य पदों पर नियुक्त अधिकारियों को मनसबदार के रूप में जाना जाता था। मनसबदार शब्द एक ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करता है जो मनसब (रैंक) धारण करता है।
मुगल अधिकारी – प्रशासनिक स्तर पर अधिकारियों की सूची
[संपादित करें]जहां तक प्रशासनिक व्यवस्था का संबंध है, मुगल साम्राज्य मुख्यतः चार भागों में विभाजित था –
सूबा (प्रांत) सरकार परगना ग्राम केंद्रीय स्तर पर मुगल साम्राज्य के अधिकारी बजीर इसको मुख्यमंत्री के रूप में भी जाना जाता है, जो राजस्व और वित्त की देखभाल भी करता है दीवान राज्य की सभी आय और व्यय का प्रबंधन करता था मीर बख्शी गुप्त सूचनांए जुटाते हैं, सैन्य नियुक्तियों और पदोन्नति के संबंध में सलाह देते थे मीर समन शाही खरखानों के प्रभारी थे जहां सभी प्रकार के निर्माण होते थे दीवान ए ब्यतत सरकारी भवनों. सड़कों आदि का रखरखाव करना मीर मंशी शाही पत्राचार करना सदर उस सदर धार्मिक दान और योगदान के प्रमुख काजी उल कजात बादशाह के बाद न्याय के लिए सर्वोच्च सत्ता और उसका दायित्व मुस्लिम कानून के अनुसार सभी मामलों में न्याय करना मुहतसिब नगरों में सार्वजनिक स्थानों और व्यवहारों के निरीक्षक वह मध्यकालीन इस्लामी शहरों में आम लोगों की नैतिकता को बनाए रखने के लिए उत्त्तरदायी था
मुसरिफ ए मुमालिक लेखाकार मुस्तौफ ए मुमालिक परीक्षक मीर ए अर्ज याचिकाओं के प्रभारी वाकिया नवीस संवाददाता प्रांत स्तर पर मुगल साम्राज्य के अधिकारी अधिकारी उत्त्तरदायित्व सिपहसालार सम्राट का प्रतिनिधि, जिसके पास नागरिक और सैन्य दोनों अधिकार थे। इनका मुख्य उत्तरदायित्व शाही आदेशों का पालन करना था दीवान राजस्व प्रशासन का कार्यवाहक बख्शी सूबे के लिए सेना संगठित करने का काम देखना सदर न्यायिक मामलो का प्रबंधन करना जिला स्तर पर मुगल साम्राज्य के अधिकारी अधिकारी उत्तरदायित्व फौजदार फौजदार कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तरदायी थे। वह मूल रुप से प्रशासनिक प्रमुख थे अमलगुजार भूमि राजस्व के मूल्यांकन और संग्रह के लिए उत्तरदायी होते थे कोतवाल शहर पुलिस प्रमुख था और शांति बनाए रखने के लिए तथा आपराधिक मामलों का परीक्षण करने के लिए भी अधिकृत रहता था परगना स्तर पर मुगल साम्राज्य के अधिकारी अधिकारी उत्तरदायित्व शिकदार यह परगना स्तर पर पुलिस प्रमुख का काम देखता था और कोतवाल के समान कर्तव्यों का पालन करता था अमीन राजस्व इकट्ठा करने का काम करता था
ग्राम स्तर पर मुगल साम्राज्य के अधिकारी
अधिकारी उत्तरदायित्व
मुकद्दम गांव का मुखिया
पटवारी लेखाकार के कर्तव्यों का पालन करता था
चौकीदार चौकीदारी करता था