मिस्र का पुराना साम्राज्य
| मिस्र का पुराना साम्राज्य | |||||
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| राजधानी | मेम्फिस | ||||
| भाषाएँ | प्राचीन मिस्री भाषा | ||||
| धार्मिक समूह | प्राचीन मिस्री धर्म | ||||
| शासन | दिव्य शासन, पूर्णत: साम्राज्यवादी | ||||
| फिरौन | |||||
| - | ल. 2686 – ल. 2649 ई॰पू॰ | जोसर (पहला) | |||
| - | ल. 2184 – ल. 2181 ई॰पू॰ | अंतिम राजा (स्कॉलर के अनुसार) नेटीकर्टी सिप्ताह (छठे राजवंश) या नेफेरिकरे (सातवां/आठवां राजवंश) | |||
| इतिहास | |||||
| - | प्रारंभ हुआ | ल. 2686 ई॰पू॰ | |||
| - | समाप्त हुआ | ल. 2181 ई॰पू॰ | |||
| जनसंख्या | |||||
| - | 2500 ई॰पू॰ est. | 16 लाख | |||
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मिस्र का पुराना साम्राज्य (Old Kingdom) प्राचीन मिस्र का एक महत्वपूर्ण काल था जो लगभग 2700–2200 ई॰पू॰ तक विस्तृत था। इसे "पिरामिडों का युग" भी कहा जाता है क्योंकि इस काल में महान पिरामिडों का निर्माण हुआ। इसी काल के चौथे राजवंश के राजा स्नेफरू के कार्यकाल के दौरन पिरामिड निर्माण कला को परिष्कृत किया गया और राजाओं खुफू, खफरे और मेंकौरे द्वारा गिज़ा के पिरामिडों का निर्माण कराया गया। मिस्र का पुराना साम्राज्य प्राचीन मिस्र के इतिहास का वह समय था जब मिस्र में पहला स्थिरता का युग स्थापित हुआ और यह सभ्यता के उच्चतम शिखर पर पहुंची। यह काल प्रारंभिक राजवंश काल से लेकर छठे राजवंश के अंत तक माना जाता है। इस काल में फिरौन को एक दिव्य शासक माना जाता था और वह अपनी सम्पूर्ण शक्ति से शासन कर करता था।[1]
इतिहास
[संपादित करें]प्रारंभ और स्थापना
[संपादित करें]मिस्र के पुराना साम्राज्य की शुरुआत तीसरे राजवंश के पहले फिरौन जोसर से होती है, जिन्होंने मेम्फिस में अपने साम्राज्य की राजधानी स्थापित की। जोसर के अंतर्गत एक नया भवन युग शुरू हुआ और साक्कारा में एक नई वास्तुकला का रूप लिया गया। उनके वास्तुकार इमहोतेप ने पत्थर से निर्माण कला को विकसित किया और पहली सीढ़ीदार पिरामिड का निर्माण किया।[2]
साम्राज्य का उत्कर्ष
[संपादित करें]चौथे राजवंश (2613-2494 ई॰पू॰) के दौरान मिस्र का साम्राज्य अपने शिखर पर था। राजा स्नेफरू ने तीन पिरामिडों का निर्माण कराया, जिनमें से बेंट पिरामिड और रेड पिरामिड प्रमुख हैं। इसके बाद उनके पुत्र खुफू (2589–2566 ई॰पू॰) ने गिज़ा के महान पिरामिड का निर्माण कराया।
पाँचवे राजवंश के बाद का काल
[संपादित करें]पाँचवे राजवंश (2494–2345 ई॰पू॰) के दौरान सूरज देवता रा के पूजा में वृद्धि हुई और पिरामिड निर्माण की तुलना में सूर्य मंदिरों का निर्माण अधिक हुआ। इस दौर में इजिप्टियों ने क़ानान और नूबिया के क्षेत्रों में सैन्य अभियान किए।[3]
पतन और पहला मध्यकाल
[संपादित करें]छठे राजवंश (2345–2181 ई॰पू॰) के दौरान फिरौन की शक्ति में कमी आई और क्षेत्रीय गवर्नरों की शक्ति बढ़ी। इस समय से मिस्र में राजनीतिक अस्थिरता का दौर शुरू हुआ, जो पहले मध्यकाल में परिवर्तित हुआ।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Lloyd, Alan B. (2010-05-06). A Companion to Ancient Egypt (अंग्रेज़ी भाषा में). John Wiley & Sons. ISBN 978-1-4443-2006-0.
- ↑ Sowada, Karin (2009). Egypt in the Eastern Mediterranean During the Old Kingdom: An Archaeological Perspective (अंग्रेज़ी भाषा में). Saint-Paul. ISBN 978-3-525-53455-7.
- ↑ "Ancient Egypt | History, Government, Culture, Map, Gods, Religion, Rulers, Art, Writing, & Facts | Britannica". www.britannica.com (अंग्रेज़ी भाषा में). 2025-01-08. अभिगमन तिथि: 2025-01-17.
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- "कितनी पुरानी है मिस्र की प्राचीन सभ्यता?". बीबीसी हिंदी. 2013-09-04. अभिगमन तिथि: 2025-03-09.