मिलर प्रभाव

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इलेक्ट्रॉनिकी में, किसी इन्वर्टिंग वोल्टेज प्रवर्धक की तुल्य इनपुट प्रतिबाधा उस प्रतिबाधा से बहुत कम होती है जो प्रत्यक्ष दिखती है। वास्तव में उस प्रवर्धक के इनपुट तथा आउटपुट सिरों के बीच जो धारिता C होती है वह इसमें महती भूमिका निभाती है। इस प्रभाव को मिलर प्रमेय की सहायता से बड़ी आसानी से समझा जा सकता है और इसी लिए इसे मिलर प्रभाव (Miller effect) कहते हैं।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]