मिर्ज़ा मज़हर जान-ए-जाना
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मिर्ज़ा मज़हर जान-ए-जाना उर्दू के एक प्रमुख कवि हैं इन्हें उर्दू शायरी के चार आधार स्तम्भ में से एक माना जाता है। इनका जन्म 16 मार्च 1699 को हुआ। इनको 3 जनवरी (7 मुहर्रम) को शियाओं ने सीने पर गोली मारी और 6 जनवरी (10 मुहर्रम) को यह शहीद हो गए।[1]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "संग्रहीत प्रति". Archived from the original on 13 अक्तूबर 2011. Retrieved 15 अगस्त 2017.
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