माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय | |
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आदर्श वाक्य: | आ नो भद्राः क्रत वो यन्तु विश्वतः |
स्थापित | 1991 |
प्रकार: | सार्वजनिक |
कुलपति: | प्रो. के.जी. सुरेश |
अवस्थिति: | भोपाल, मध्य प्रदेश, भारत |
सम्बन्धन: | यूजीसी, एआईसीटीई |
जालपृष्ठ: | www |
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय का नाम भारत के विख्यात पत्रकार,कवि और स्वतंत्रता सेनानी, श्री माखनलाल चतुर्वेदी के नाम पर रखा गया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित विश्वविद्यालय के निर्माण के पीछे मुख्य उद्देश्य देश में मास मीडिया के क्षेत्र में बेहतर शिक्षण और प्रशिक्षण। मध्यप्रदेश विधानसभा की धारा १५ के तहत १९९० में विश्वविद्यालय की नींव पड़ी। जिसे यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने भी सहमति प्रदान की है।[1] वर्तमान में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश हैं।
इतिहास
[संपादित करें]इसका निर्माण वर्ष 1990 में किया गया था।
माला शब्द संशोधक
[संपादित करें]एक प्रकार का शब्द संशोधक है, जिसका निर्माण 25 दिसम्बर 2013 को किया गया था। इसका नाम माखनलाल जी के नाम पर ही रखा गया है। यह निःशुल्क और मुक्त स्रोत के साथ उपलब्ध है। इसका निर्माण कंप्यूटरों में परिशुद्ध हिंदी लिखने हेतु किया गया था। कार्यक्रम का आयोजन पं.मदनमोहन मालवीय की जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मतिथि के अवसर पर किया गया था।
इस अनुप्रयोग के निर्माण दल में अनुराग सीठा, रवि रतलामी, महेश परिमल एवं मनीष माहेश्वरी आदि शामिल थे।
इसके अलावा 10 से 12 सितम्बर 2015 को भोपाल में होने वाले विश्व हिन्दी सम्मेलन के लिए दृश्यमान नामक एक अनुप्रयोग बनाया है। जिससे कोई भी विश्व हिन्दी सम्मेलन में होने वाले कार्यक्रम को देख और सुन सकता है।[2]
विशेषता
[संपादित करें]आज विश्वविद्यालय अपनी विभिन्न संचालित कोर्सों के साथ काफी ख्याति हासिल कर चुका है। विश्वविद्यालय द्वारा पत्रकारिता, मास कम्यूनिकेशन, पब्लिक रिलेशन, एडवर्टाइजिंग, लाइब्रेरी एवं इनफॉर्मेशन साइंस, फोटोग्राफी से लेकर उच्च स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, रे़डियो, टेलीविज़न, सायबर जर्नलिज्म, वीडियोग्राफी, प्रिटिंग टेक्नोलॉजी एवं इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे विभिन्न कोर्स संचालित किये जाते हैं।
विश्वविद्यालय को कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी और भारतीय विश्वविद्यालय संगठन की सदस्यता भी प्राप्त है। माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय मुक्त विश्वविद्यालय की श्रेणी में नहीं आता है जो कि दूरस्थ शिक्षा प्रदान करते हैं, विश्वविद्यालय पत्राचार द्वारा भी कोर्स संचालित नहीं करता है। इसके अलावा विश्वविद्यालय को उन पंरपरागत विश्वविद्यालय की सूची में भी नहीं रखा जा सकता है जिनका कार्यक्षेत्र सीमित होता है, बल्कि माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय का क्षेत्र संपूर्ण भारत है, इसके कुलाधिपति भारत के उप-राष्ट्रपति होते है यही नहीं वैश्वीकरण और शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण के सिद्धांत को मानते हुए विश्वविद्यालय देश के बाहर भी शिक्षा का प्रसार कर रहा है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद में चेयरमैन भारतीय प्रेस आयोग, जनसंपर्क विभाग, मध्यप्रदेश वित्त मंत्रालय, नेता प्रतिपक्ष म.प्र. विधानसभा, लोकसभ व राज्यसभा सदस्य, ख्याति प्राप्त संपादक, शिक्षाविद, भाषाविद, आदि आते हैं।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 20 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 अगस्त 2015.
- ↑ "'दृष्यमान' पर देख सकेंगे विश्व हिन्दी सम्मेलन की झलकियां". वेबदुनिया. 27 अगस्त 2015. मूल से 14 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 सितंबर 2015.