महिला सुरक्षा के आधार पर भारत के राज्यों की सूची

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यह सूची भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को महिला सुरक्षा के मामले में 2012 की स्थिति अनुसार क्रमित करती है। यह सूची भारत सरकार के राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा 2012 में प्रकाशित भारत में अपराध प्रतिवेदन से संकलित की गई है। रैंक महिलाओं पर हुए प्रहार की दर के आधार पर दी गई है। प्रहार दर प्रति एक लाख महिलाओं पर महिला की लाजभंग करने के इरादे से (भारतीय दण्ड संहिता की धारा 314) उस पर किए गए आरोपित प्रहारों की घटनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। कम प्रहार दर वाले राज्य या केन्द्र-शासित प्रदेश को महिलाओं के अधिक सुरक्षित समझा जाता है।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आँकड़ो के अनुसार जम्मू और कश्मीर, केरल, और उड़ीसा महिलाओं पर हुए प्रहारों की दर के आधार पर सबसे ऊपर है और पाँच सर्वाधिक सुरक्षित राज्य हैं बिहार, नागालैण्ड, झारखण्ड, गुजरात और पंजाब[1]

सुरक्षा रैंक राज्य/के.शा.प्र. महिलाओं पर प्रहार की दर[1] (प्रति 100,000 जनसंख्या पर) 2012
1 बिहार 0.25
2 नागालैण्ड 1.47
3 झारखण्ड 1.83
4 गुजरात 2.62
4 पंजाब 2.62
5 उत्तराखण्ड 2.80
6 मेघालय 3.27
7 उत्तर प्रदेश 3.34
8 मणिपुर 3.97
9 हरियाणा 4.40
10 तमिल नाडु 4.41
11 गोवा 5.64
12 सिक्किम 6.51
13 राजस्थान 7.10
14 महाराष्ट्र 7.19
15 हिमाचल प्रदेश 7.44
16 पश्चिम बंगाल 7.60
** अखिल भारत औसत 7.75
17 कर्णाटक 10.03
18 अरुणाचल प्रदेश 11.22
19 आन्ध्र प्रदेश 11.29
20 असम 12.16
21 छत्तीसगढ़ 13.02
22 मिज़ोरम 17.17
23 त्रिपुरा 17.51
24 मध्य प्रदेश 18.88
25 उड़ीसा 20.53
26 केरल 20.92
27 जम्मू कश्मीर 23.28
के.शा.प्र. दमन और दीव 0.0
के.शा.प्र. दादर और नागर हवेली 1.16
के.शा.प्र. लक्षद्वीप 2.56
के.शा.प्र. अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह 6.97
के.शा.प्र. चण्डीगढ़ 7.02
के.शा.प्र. दिल्ली 8.51
के.शा.प्र. पौण्डिचेरी 8.6

नोट[संपादित करें]

  • के.शा.प्र. = केन्द्र शासित प्रदेश

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Crime in India, 2012" (PDF). NCRB, Government of India. 2012. पृ॰ 389. मूल (PDF) से 26 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 अप्रैल 2014.