ममता शंकर
ममता शंकर एक भारतीय अभिनेत्री है। वह बंगाली सिनेमा में उनके काम के लिए जाने जाते हैं। उनका जन्म ७ जनवरी १९५५ में नर्तकियों उदय शंकर और अमला शंकर के घर हुआ था। वह पंडित रवि शंकर जी की भतीजी थीं। और उनका भाई आनंद शंकर एक इंडो-वेस्टर्न फ्यूजन संगीतकार था। उन्होंने सत्यजीत रे, मृणाल सेन, ऋतुपर्णा घोष, बुद्धदेव दासगुप्ता और गौतम घोष जैसे निर्देशकों की फिल्मों में अभिनय किया है। एक अभिनेत्री होने के अलावा, वह एक नृत्यांगना और कोरियोग्राफर है।[1]
व्यवसाय
[संपादित करें]ममता शंकर ने १९७६ में मृणाल सेन द्वारा निर्देशित फिल्म मृगयाया के साथ अपने कर्रिएर की शुरुआत की और उस फिल्म ने वर्ष के लिए सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता। ममता शंकर ने १९८६ में एक ममता शंकर डांस कंपनी- उद्यान चलाई जो पूरे विश्व में व्यापक रूप से यात्रा करता है, जिसमें 'ममता शंकर बैले ट्रुप' भी शामिल है।[2]
पुरस्कार
[संपादित करें]- १९९२ में उन्होंने स्पेशल ज्यूरी अवार्ड: एजंटुक का पुरुस्कार हासिल किया।
- १९९३ में "शाखा परीक्ष" के लिए बीएफजेए पुरस्कार-सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार जीता।
- २००० में "उत्सव" के लिए बीएफजेए पुरस्कार-सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार हासिल किया।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Mamata Shankar enthralls Amdavadis The Times of India, 11 November 2001.
- ↑ Dialogues in dance discourse: creating dance in Asia Pacific, by Mohd. Anis Md. Nor, World Dance Alliance, Universiti Malaya. Pusat Kebudayaan. Published by Cultural Centre, University of Malaya, 2007. ISBN 983-2085-85-3. Page 63.